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आकरी गरा साते सरग वाळा काहवाळ्‌या
तत्‌यार मे सरग सी एक अळी मटलो ने तेरेन तसों सहलाणी देख्‌यु, मतलब सात सरग वाळा काहवाळ्‌या तींद्‌रे धड़े सातु आकरी गरा हतली, काहाकी तीनी गरान हवणेन पछे भगवानेन रीस आकरी छे।
ने मे आकठाम भेसकायलो कांचेन तसों एक दरीयों देख्‌यु, ने जे माणसे तीना जनवार्‌या सी ने तीनी धुळान मुरती सी, ने तेरे नावेन आकड़ा सी जीतला, तीनुक तीना आरस्‌यान तसों दरीया धड़े भगवानेन झुणगा काजे लीन हुबु रवलु देख्‌यु। ने चे भगवानेन सेवक मुसान गीत, ने गाडरान पीलान गीत गाय गाय्‌न कवतेला,
“ए आखाम सी ताकत भर्‌या,
मालीक भगवान, तारा काम मटला ने तेरेन तसों दीसरो नी हय,
ए जाती-जातीन राजा,
तारी चाल वारलु ने संय छे।”
“ए मालीक, कुण तारे सी नी बीहसे?
ने तारे नावेन सेक-सींगार नी करसे?
काहाकी तु अतरुत चुखलु छे,
ने आखी जाती आवीन तारे,
अगळ आवीन बड़ाय करसे,
काहाकी तारा नीयावेन काम उजेंतो हय गुयलो छे।”
हेरे पछे मे देख्‌यु, की सरग मां वायदान तम्‌बान मंदीर उघाड़्‌या, ने चे सातु सरग वाळा काहवाळ्‌या तींद्‌रे धड़े सातु गरा हतली, चुखा उजल्‌ळा ने चमकण्‌या पुथल्‌या पेहरला ने छाती पर सनान पट्‌टा बांदला मंदीर सी नीकळ्‌या। तत्‌यार तीनु चारु जनवार्‌या मां सी एक तीनु सात सरग वाळा काहवाळ्‌यान भगवानेन, जु जलम जीवतु छे, रीस सी भरला सात सनान कटवरा आप्‌यु। ने भगवानेन सेक कुळा सी सींगार, ने तेरी ताकुतेन वजे सी मंदीर कुळा सी भराय गुयु, ने जत्‌यार लग तीनु सातु सरग वाळा काहवाळ्‌यान सातु गरा सरी नी, तत्‌यार लग काहनु बी मंदीर मां जाय नी सक्‌यो।