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मूरतिन हे बलि चढाय हर परसाद
मूरतिन के आगू बलि करे हर चीज के बारे हे हम जानथन कि हम सब ग्यानी हबन, सही हे ग्यान हमही घमंड बनाथै, जबकि माया हमही उन्नत करथै। अगर कउ हइ समझथै कि मै ग्यानी हबो ता सही हे ऊ अब तक नेहको जानिस कि कउन मेर जानै के चाही। अगर कउ भगवान लग माया करथै, ता भगवान उके चीनथै।
जिहां तक मूरतिन के बलि चढाय हर चीज के खाय के सबाल हबै, हम हइ बात के चुटु-बोहत जानथन कि सगलू दुनिया हे कहुं मूरती हे कुछु नेहको हबै, पय अक्ठी के छांड के अउ कउ भगवान नेहको हबै। पय बादर अउ भुंइ हे बोहत लग देउता हबै, जसना कि कइनठेन देउता अउ कइनठेन परभु हबै, पय हमर निता अक्ठिन भगवान हबै ऊ बाफ, जेखर लग सब कुछ पइदा होय हबै अउ जेखर लिघ्घो हमही जायके हबै अउ अक्ठिन परभु हबै, ऊ यीसु मसीह जेखर दवारा सब कुछ चीज बने हबै अउ हमु ओखरन दवारा बने हबन।
पय हइ ग्यान सब के नेहको मिले हबै, कुछु मनसे असना हबै जउन अब तक मूरती पूजा करथै, उन हइ समझ के परसाद खथै कि देउता के बलि चढाय हर हबै अउ उनखर कमजोर मन असुध्द हुइ गय हबै। “खाना हमही भगवान के लिघ्घो नेहको पहुंचाय सकथै।” अगर हम मूरती हे चढाय हर परसाद नेहको खाबो ता ओखर लग हमही कउनो नुसकान नेहको, अउ अगर हम ऊ परसाद के खथन, ता ओखर लग हमही कउनो फायदा नेहको होही।
पय चेतन्न रइहा कि तुम्हर हइ आजादी कहुं कमजोर मनसेन के निता ठोकड पाप के कारन झइ बनै। 10 अगर कउनो के मन कमजोर हबै, अउ ऊ तुम्हर मेर ग्यानिन मनसे के मन्दिर के मूरती हे चढरेहर परसाद खात देख लइहीं, ता का उहो मूरती हे बलि चढरेहर चीज के खाय के निता हिम्मत नेहको करही? 11 हइ मेर तुम्हर ग्यान के कारन ऊ ढिलवा भाई या बेहन के नास हुइ जथै, जेखर निता मसीह क्रूस हे मरिस। 12 हइ मेर भाई अउ बेहन के बिरोध पाप करै लग अउ उनखर ढिलवा मन के ठेस पहुंचामै लग तुम मसीह के बिरोध पाप करथै। 13 इहैनिता अगर मोर खाना मोर भाई या बेहन के निता पाप के कारन बनथै, ता मै फेर कबहुन कउनो मेर के गोस नेहको खइहों। कहुं असना झइ होय कि मै अपन भाई या बेहन के निता पाप के कारन बनो।