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भगवान के खुस करै के जीवन
हे भाई अउ बेहन, तुम हमर लग हइ सिक्छा लइ चुके हबा कि कउन मेर बेउहार करै के अउ भगवान के खुस करै के चाही, अउ तुम एखर मेर चलत हबा। आखरी हे हम परभु यीसु के नाम हे तुम्हर लग बिनती के संग समझामै के हबै कि तुम हइ बारे हे अउ आगू बढत जा। काखे तुम जानथा कि हम परभु यीसु के तरफ लग तुमही कउन-कउन आदेस दय रहन। भगवान के इक्छा हइ हबै, कि तुम पवितर बना अउ गलत काम लग बचे रइहा, तुम मसे सबझन अपन मन के काबू हे अउ देह के पवितर बनाय के रखा अउ ओखर इज्जत करा। अउ हइ काम अपन इक्छा लग नेहको, अउ न उन गैर यहूदी के जसना जउन भगवान के नेहको जानथै। कउनो भाई के मान मरयादा के बेज्जती झइ करै अपन साथी बिस्वासिन के तंग झइ करिहा, काखे इन सब के बारे हे खुद परभु बदला लेही, जसना कि हम तुमही साफ सब्द हे समझाय चुके हबन। काखे भगवान हमके असुध्द होमै के निता नेहको, पय पवितर होमै के निता बुलाय हबै। इहैनिता जउन हइ आदेस के मना करथै, ऊ मनसे के नेहको, बलुक भगवान के मना करथै जउन तुमही अपन पवितर आतमा देथै।
भाईचारा के माया के बारे हे मोके कुछु लिखे के जरूरत नेहको हबै, काखे खुद भगवान के दवारा तुमही सिक्छा दय गय हबै कि तुम आपस हे माया होय, 10 अउ सगलू मकिदुनिया परदेस के बिस्वासिन भाई-बेहन के परति तुम्हर इहै इक्छा हबै, हे भाई, हमार तुम्हर लग इहै बिनती हबै कि तुम इहै हे अउ बोहत बढत जा। 11 तुम हइ बात हे बडाई करा कि तुम सान्ति हे जीवन गुजारत हबा, अउ हर अक्ठी अपन-अपन काम हे लगे रथा, तुम मोर आदेस के जसना अपन हाथन लग अपन काम करा। 12 हइ मेर बेउहार करै लग दूसर मनसे तोर इज्जत करही अउ तोही कउनो चीज के कमी नेहको होही।
परभु फेरै आही
13 हे भाई, हम नेहको चाहथन कि तुम उनखर बारे हे अनचिन्हार रहा, जउन मर गय हबै, कहुं असना झइ होय कि तुम उन मनसेन के जसना दुखी बनाबा, जिनही कउनो आसा नेहको हबै। 14 हमर बिस्वास हइ हबै कि जउन मेर यीसु के मिरतू हुइस अउ ऊ जी उठिस, उहै मेर भगवान उनखर संग उन सगलुन के फेरै जिन्दा कर देही, जउन यीसु हे मर गय हबै।
15 जब परभु फेरै लग आही, ता हम जउन जिन्दा हबन अउ अबे हम इहां बचे हबन, उनखर लग आगू नेहको निकर पउब जउन मर चुके हमै। 16 काखे जब आदेस दय जही अउ परधान स्वरगदूत के आरो अउ भगवान के तुरही सुनाई पडही, ता परभु खुदय स्वरग लग उतरही। जउन मसीह हे मरे गय हबै, उन पहिलेन जिन्दा हुइ जइही। 17 एखर बाद हम, जउन जिन्दा हबन अउ जउन ऊ टेम तक बचे रइहीं, उन मनसेन के संग बादर हे उप्पर उठाय लय जइही अउ आसमान हे परभु लग मिलब। हइ मेर हम सबदिना परभु के संग रहबो। 18 हइ बातन के दवारा अक दूसर के धीर अउ सान्ति दय करिहा।