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भुलाय हर गेडरा कर किस्सा
(मत्ती 18:12-14; लूका 15:1-10)
अक रोज सगलू पइसा उगाहै बाले अउ पापी मनसे यीसु के लिघ्घो बात सुनै के निता आथै। पय फरीसी अउ नियाव के गुरू “हइ देखके बडबडाय लग जथै, हइ मनसे पापिन लग मिलथै अउ उनखर संग खाथै-पीथै।” तब यीसु उनके हइ किस्सा सुनाथै।
अगर तुम्हर मसे कउनो के लिघ्घो सवठे गेडरा होय अउ उनखर मसे अक्ठी गेडरा भुलाय जाय, ता ऊ निन्यानबे गेडरन के पतेरा हे छांड के ऊ अक्ठी गेडरा के जब तक ढूंढही, जब तक कि ऊ गेडरा उके नेहको मिल जाययहेज 34:11,12,16अउ जब उके गडरा मिल जथै, ता ऊ मगन हुइके उके अपन खांधा हे उठाय लेथै। जब ऊ मनसे अपन घर छो आथै, ता अपन संगी अउ परोसिन के, अपन लिघ्घो बुलाय के उनखर लग कथै, मोर संग मगन करा काखे मोके मोर भुलाय हर गेडरा मिल गय हबै। मै तुम्हर लग कथो, इहैमेर निन्यानबे धरमी मनसे के अपेक्छा, जेही पस्चाताप करै के जरूरी नेहको हबै, ऊ अक्ठी पापी के निता स्वरग छो कहुं बोहत मगन बनाय जही, जउन मन बदलथै।
भुलाय हर पइसा कर किस्सा
“कउन असना डउकी होही, जेखर लिघ्घो दसठे चांदी के पइसा हुइ अउ उनखर मसे अक्ठी पइसा भुलाय जाय, ता ऊ चिमनी जलाके के घर के झारी बहारी जब तक उके पइसा मिल नेहको जाय, तब तक ऊ उके खोजत रही? पइसा मिल जाय लग ऊ अपन सखी अउ परोसिन के बुलाय के गुठे, मोर खुसी हे सामिल हुइ जा, काखे भुलाय हर पइसा मिल गय हबै। 10 मै तुम्हर लग कथो, स्वरग हे इहैमेर भगवान कर स्वरगदूत ऊ पापी मनसे के निता खुसी बनाथै, जउन पस्चाताप करथै।”
भुलाय हर टोरवा कर किस्सा
11 फेर यीसु कथै, “कउनो मनसे के दुइठे टोरवा रथै। 12 ता नान टोरवा अपन बाफ लग कथै, डेरा मसे मोर हिस्सा मोके दइ दे अउ बाफ दुनो हे अपन धन डेरा बांट देथै।” 13 कुछ रोज के बाद नान टोरवा अपन सगलू पइसा लइ जाय के, अक्ठी दुरिहां देस छो कढ जथै अउ उहां जाय के ऊ अपन सगलू पइसा उडाय देथैनीति 23:314 जब ऊ सगलू पइसा खरचा कर चुकथै, ता ऊ देस हे बोहत भुखमरी आथै अउ ऊ बोहत गरीब हुइ जथै। 15 इहैनिता ऊ उहै देस के रहै बाले अक्ठी मनसे के इहां गइस, ऊ उके अपन खेत हे सुमरा चरामै के निता पठोथै। 16 अउ सुमरा के चारा लग अपन लादा भरै के निता तरस जथै, कउनो उके खाय के निता कुछु नेहको देथै। 17 तब ऊ होस हे आइस अउ हइ सोचै लगिस, मोर बाफ के घर छो केतका मजदूर के जरूरत लग अधिक खाय के मिलथै अउ इछो मै भूख मरथो। 18 मै उठके अपन बाफ के लिघ्घो जहुं अउ ओखर लग कइहों कि “बाफ जी मै स्वरग के बिरुध अउ तोर बिरुध पाप करे हबोभजन 51:719 मै तोर टोरवा कहामै के काबिल नेहको हबो, तै मोके अपन मजदुरिहा समझ के अपन लिघ्घो रख ले।” 20 तब ऊ उठके अपन बाफ के घर लउट गइस अउ ऊ दुरिहां रथै।
बाफ उके देखके दया लग भर गइस अउ दउडके उके लगे लगाय लइस अउ उके चूमथै। 21 “टोरवा बाफ लग कथै, बाफ जी, मै स्वरग के बिरोध हे अउ तोर परति पाप करे हव, मै तोर टोरवा कहामै के काबिल नेहको हबो।” 22 पय बाफ अपन हरवाहन लग कथै, बिगर देरी करे लग निक्खा-निक्खा कपडा लानके इके पहिराबा अउ एखर अंगठी हे मुंदरी अउ गोड हे बूट पहिराबा। 23 अक्ठी बडा बोकडा के मारा, ता हमु खउबे अउ ओखर संग खुसी बनई। 24 काखे मोर हइ टोरवा मर गय रहिस अउ फेरै जिन्दा हुइ गय हबै, हइ भुलाय गय रहिस अब ऊ फेरै मिल गय हबै अउ उन खुसी बनामै लग जथै।
25 ओखर बडका टोरवा खेत लग काम करके घर छो लउटथै, जब घर के लिघ्घो आथै, ता उके गामै बजामै अउ नाचै के आरो सुनाई देथै। 26 ता ऊ अक्ठी सेबक के बुलाय के पूछथै, हइ सब काहिन होथै? 27 हरवाह ओखर लग कथै, तोर भाई लउट आय हबै अउ तोर बाफ बडा बोकडा कटवाय हबै, काखे कि उके भला निक्खा पाय हबै। 28 “हइ सब देखके ऊ गुस्सा लग भर गइस अउ घर के भित्तर जायके नेहको चाहथै, इहैनिता ओखर बाफ उके सटियामै के निता बाहिर आथै। 29 पय ऊ अपन बाफ के जबाब देथै, मै एतका साल लग तोर सेबा करे हव अउ कबहुन तोर आदेस के उलंघन नेहको करे हव, पय कबहुन तै मोके अक्ठी छेडी के लरका तक मोके नेहको दय हबस, कि महुं अपन संगिन के संग खुसी बनाय सको। 30 पय जब तोर हइ नान टोरवा आय हबै, जउन बेकार कामन हे तोर धन डेरा बढोय डारे हबै अउ तै ओखर निता पाले हर बोकडा कटवाय हबस। 31 बाफ ओखर लग कथै, टोरवा तै तो सबदिना मोर संग रथस अउ जउन कुछ मोर हबै, ऊ सगलू कुछ तोरै तो हबै। 32 हमर निता खुसी बनामै के सही हबै, काखे तोर हइ भाई मर गय रहै, अब जिन्दा हुइ गय हबै, ऊ जउन भुलाय गय रहै, ऊ अब मिल गय हबै”

15:4 यहेज 34:11,12,16

15:13 नीति 23:3

15:18 भजन 51:7