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बदले ओसलो जीवन
अतरान करीन जव कि मसीह ने डील मा हईन दुःख झेलीयो तो तुमू भी तीनी मनसा क हथियार क समान धारण करू, काहकि जो डील मा दुःख हाकलिया वो पाप छे छूट गया। ताकि भविष्य मा आपसा शेष शारीरिक जीवन मानुस की लालोच क लारे नी वरना यहोवा–भगवान की मरजी क लारे व्यतीत करे। काहकि गैरयहुदी की मरजी क लारे गलत काम करने, आरू लुचपन की बुरी लालोच मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, छाकट्यो, आरू घीन वाळी मुर्तिपूजक मा वा तक हामु ने पेहल टेहाव गंवाया, चो घोणा होया। इनासे वो भोंगलाय गयो करता छे कि तुमू ओसो भारी लुचपन मा ओको साथ नी देता, आरू एरकरीन वो बुरा–भला कोवायता छे। पर वो ओको जो जीवता आरू मरला होया क न्याय करने क तीयार छे, लिख देसे। काहकि मरला होया क भी खुश खबर इनी करता सोमवाया गया कि डील मा तो मानुस क लारे ओको न्याय होय, पर आत्मा मा वो यहोवा–भगवान क लारे जीवतो रोवे।
यहोवा–भगवान क भले भण्डारी
सब वात क आखरी तत्काल हुयने वालो छे; एरकरीन संयमी हईन क विनता करता सचेत रवु। सब मा श्रेष्ठ वात यो छे कि एक दिसरा छे सवटो मोंग राखु, काहकि मोंग काहकि काहय करीन पाप क ढांप देता छे। बिना कुरकुर करीन एक दिसरा क पाहंनतराय सत्कार करू। 10 जिनाक जो वरदान हावव्य छे, वो ओको वो ओको यहोवा–भगवान क हरेक प्रकार क फोकटन दया क भला भण्डारी क समान एक दिसरा सेवा मा लागाड़ ़े। 11 यदि काही बुले, तो ओसो बुले मानो यहोवा–भगवान क वचन छे; यदि काही सेवा करे, तो ओको शक्ति छे करे जो यहोवा भगवान देता छे; जिनासे सब वात मा ईशु मसीह क द्वारा, यहोवा–भगवान की महिमा प्रगट होय। महिमा आरू साम्राज्य युगानयुग तीनी क छे। आमेन।
मसीह क दुःखो सामील हुयने
12 हे मोंगावु जो दुःख रूपी आगठी तुमरे पारखने क करता तुमू मा भड़की छे, इनीये छे यो समझीन भोंगलाय गयो नी करे कि काही सारकी वात तुमू पर वीत रयी छे। 13 पुन जोसा–जोसा मसीह क दुःख मा सहभागी होते होय, खुशी करू, जिनासे ओकी महिमा क प्रगट होयते टेहाव भी तुमू खुशी आरू खुशी होय। 14 पछु यदि मसीह क नाव क करता तुमरी निंदा करी जाती छे तो धन्य होय, काहकि महिमा क आत्मा, जो यहोवा–भगवान क आत्मा छे, तुमू पर रवती करती छे। 15 तुमू मा छे काही मानुस हत्यारा चुट्टा या खराब काम हुयने, या परायो काम मा हात नाखने क कारण दुःख देखछे। 16 पर यदि मसीह हुयने क कारण दुःख देखछे, तो लज्जित नी होय, पर इनीये वात क करता यहोवा–भगवान की मसीह क नाव बढ़ाई कर्‍या।
17 काहकि वो टेहाव आय पुगीयो छे कि पेहल यहोवा–भगवान क मानसे क न्याय कर्‍या जाय; आरू जव कि न्याय क शुरू हामु ही छे तो ओको काय आखरी होयछे जो यहोवा–भगवान क खुश खबर क नी मानता?
18 आरू “यदि न्यायी मानुस ही वातड़ी मेहनत छे उध्दार देखछे,
तो भक्तवन आरू पापी क काय ठिकानो?”
19 एरकरीन जो यहोवा–भगवान की मरजी क लारे दुःख झेलतो रये छे, भलाई करता होया आपसा–आपसा जीव क विश्वासयोग्य सृजनहार क हात मा आपी दिदा।