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ढनड्या मा भरायनो
तोत्यार योहोवा भगवान नुह सी कयो, “तु आपसा आखा घोरल्याक लीन ढोन्ड्या मा जा; काहकी हांव इनु टेम क मानसो मा सी तुखेत मारी निंगा मा धोरमी जोड़लु छे। आखी जाती क चुखला ढुरो मा सी तु सात साते जुड़ो अर्थात् नर आरु मादा लावजी; बाखुन जे चुखला नी होय, तेनु मासी दुयदुयलावजी, अर्थात् नर आरु मादा (लेव्यव्यवस्ता 11) आरु आकाश क चिल्‌ला मा सी वी सात साते जुड़ो, अर्थात् नर आरु मादा लेजी, की हेन्दरो ओवलियाद वाचीन आखी कोळी क उपोर बोनलो रोहे। काहकी हीमी सात दाहड़ा वितने पोर हांव कोळी पोर चावीस दाहड़ा आरु चावीस रात लोगुन पानी पाड़तु रोहीस; आरु जोतरा जिवे मा बोनावलु छे हेनु सब क धोरती पोर सी मिटाय दिद।” योहोवा क इनी हुकुम क ओनसारे नुह न कोर्‌यो। नुह क ओमोर छ: सोव साल की हुती, जोत्यार जल प्रलय कोळी पोर आयो। नुह आपसा पुर्या, लाड़ी, आरु उहड़सीया भेळ जल–प्रलय सी वाचने क लिय ढोन्ड्या मा गोया। (मत्ती 24:38-49, लुका 17:27) चुखला आरु विटोळ, दुयु भातीन क ढुरो मा सी, चिल्‌ला, आरु कोळी पोर रेंगनेवाळा जिवो मा सी वी, दुयदुय, अर्थात् नर आरु मादा, ढोन्ड्या मा नुह क पास गोया, जोसु परमेश्वर नुह क हुकुम आप्यो हुतो। 10 सार दाहड़ा क वाद प्रलय क जळ कोळी पोर आवने लाग्यो। 11 जोत्यार नुह क ओमोर क छ: सोव साल क दुसरा मोहना क सत्रवो दाहड़ो आयो; तेनेत दाहड़े मोटला उंडा दरीया क आखा सोत फुट निकोळ्या आरु आकाश क झरोखा उगड़ी गोया ( 2 पतरस 3:6) 12 आरु पानी चावीस दाहड़ा आरु चावीस रात एकसारकु कोळी पोर पोड़तु रोयु। 13 ठीस तेनेर दाहड़े नुह आपसा पुर्या शेम, हाम, आरु येपेत, आरु आपसी लाड़ी, आरु तीनु उहड़ीसा भेळ, 14 आरु ओका सात एक एक जाति क आखा बनेले ढुरे, आरु एक एक जाति क आखा घोरोन ढुरे, आरु एक एक जाति क सब उड़नेवाळा चिल्‌ला ढोन्ड्या मा गोया। 15 जोतरा जीवो मा जिवन क जिव हुतो आखी जाति मा सी दुयदुय नुह क पास ढोन्ड्या म गोया। 16 आरु जर गोया चे परमेश्वर क हुकुम क ओनसारे आखी जाति क जिवो मासी नर आरु मादा गोया। ती योहोवा न ढोन्ड्या क झपलो बोन्द कोर दिदो। 17 कोळी पोर चावीस दाहड़ा लोगुन जल–प्रलय होयतो रोयो; आरु पानी बेसको बोड़तो गयो, जिनासी ढोन्ड्यो उपोर क उठने लाग्यो; आरु हुयो धोरती पोर सी उचो उठ गयो। 18 जळ जाद् जादा धोरती पोर बेसको बोड़ गोयो, आरु ढोन्ड्यो पानी क उपोर झेपतो रोयो। 19 पानी कोळी पोर बेसकोत बोड़ गोयो, यां लोगुन कि आखी धोरती पोर जोतरा मोट्टा मोटा बोयड़ा हुता, आखा डूब गोया। 20 पानी पोन्द्रे हात आरु उपोर बोड़ गोयो, आरु बोयड़ा वी डूब गोया। 21 आरु काय चिल्‌ला, काय घोरोन ढुरे, काय बनेले ढुरे, आरु कोळी पोर सब चालनेवाळा जिवे, आरु जोतरा जिवे कोळी मा घोन जोबोर सी भोराय गोया हुता, चे आखा आरु आखा मानुस मोर गोया। 22 जे जागा पोर हुता, हेनुसी जोतरा वी नाको मा जोवोन दोम लेता हुता, आखा मोर मिट्या। 23 आरु काय मानसे, काय ढुरे, काय रेंगनेवाळा जिवे, काय आकाश क चिल्‌ला, जे धोरती पोर हुता आखा कोळी पोर सी मोर मिट गोया; केवल नुह, आरु जोतरा ओका सात ढोन्ड्या मा हुता, चेत वाच गोया। 24 आरु पानी कोळी पोर एक सोव पोचास दाहड़ा लोगुन रोयो।