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सची न्यायपन
1 अतरान करीन हे भाईस, पोरबु मा खुशी रवु। वो ही वात तुमूक बार बार लिखने मा मखे तो काही कष्ट नी हुता, आरू इनमा तुमरी कुशलता छे। 2 कुत्रान चोकचौळीया रयो, उन बुरे काम करनेवावा छे चोकस रयो, उन काट कुट करनेवावा छे चोकस रयो। 3 काहकि खतनावावा तो हामु ही छे जो यहोवा–भगवानन आत्मान अगवाय छे उपवास करता छे आरू मसीह ईशु पर डाहळाय करता छे, आरू डील पर विश्वास नी राखता। 4 पर हाव तो डील पर भी विश्वास राख सकतो छे। 5 ✡रोमियो 11:1प्रेरितन 23:6; 26:5आठवो दाहड़ो मारो खतना हुयो, इस्त्राएलन वंश, आरू बिन्यामीनन क अवळियाद छे; बिन्यामीनन इब्रानी छे; व्यवस्थान विषय मा यदि कयो तो फरीसि छे। 6 ✡प्रेरितन 8:3; 22:4; 26:9-11मरजी विषय मा यदि कयो तो मंडळी सतानेवावान; आरू व्यवस्था की न्यायपन विषय मा यदि कयो तो निर्दोष होतो। 7 पुन जो वात मारे लाभ करी होती, उका क हाव ने मसीहन कारण हानि समझ लेदा छे। 8 वरना मा आपने पोरबु मसीह ईशुन उवख करी वारला कारण सब वातन हानि समझता छे ओका कारण हाव ने सब चीज की नुक्सान झेलीयो आरू तीनुक कूड़ा समझता छे, जिनाछे हाव मसीहक हासिल करू। 9 आरू इनाम देखाय जासु; नी कि आपसी ओको न्यायपनन साथे, जो व्यवस्था छे, वरना ओको न्यायपनन साथे जो मसीह पर विश्वास करनेन कारण छे आरू यहोवा–भगवानन चा रयन विश्वास करने पर मिवती छे। 10 ताकि हाव ओको आरू ओका मरलाजनान सामर्थ्यान आरू ओको साथे दुःख मा सहभागी होयनेन मर्मान जानु आरू ओका मरनन समानताक हासिल करू। 11 कि हाव काही भी रीति छे मरला होया मा छे जीवन उठनेन पद तक पुच्या।
निशानन चा रयन दौवड़ने
12 यो मतलब नी कि हाव देख त्योक्या छे, या सिध्द होय त्योक्या छे; पर उनी चीज क धरनेन करता दौवड़ीन चाल जाता छे, ओका करता मसीह ईशु ने मखे दरिया होतो। 13 हे भाईस, मारी भावना यो नी हाव धर त्योक्य; पुन केवल यो एक काम करता छे कि जो बात पछव रया गयी छे तीनुक वीसरीन कर, ओगव की वातन चा रयन बढ़ता हुयो। 14 निशानोन चा रयन दौवड़ीन चाल जात छे, ताकि वो इनाम देखछे ओका करता यहोवा–भगवान ने मखे मसीह ईशु मा ऊपर बुलायो छे।
15 हामु मा छे जोतरा सिध्द छे, योही विचार राख, आरू यदि काही वात मा तुमरो आरू ही विचार होय तो यहोवा–भगवान ओको भी तुमू पर प्रगट कर देसे। 16 अतरान करीन वा तक पुच्या छे, ओको लारे चाले।
17 ✡1 कुरन्थियो 4:16; 11:1हे भाईस्यो, तुमू सब हाववीन मारेसी चाल चालीन, आरू तीनुक उवखी राखु जो इनी रीति पर चालतो छे ओका उदाहरण तुमू हामु मा देखता होय। 18 काहकि घोणा छे ओसी चाल चालता छे, जेरो चर्चा हाव ने तुमू छे बार बार करी छे, आरू हिमी रड़ता जाईन कयता छे कि वो आपसी चाल चालीन छे मसीहन कुरूसन दुस्मन छेे। 19 तींदरा आखरी विनाश छे, तींदरा भगवान पेट छे, वो आपसी लज्जान वात पर डाहळाय करता छे आरू धरती चीज पर मन लागाड़ रोवता छे। 20 पर हामरा स्वदेश सोरगदूत पर छे; आरू हामु एक उध्दारकरता पोरबु ईशु मसीहन वाँ छे आवनेन वाट जुय रया छे। 21 वो आपसी शक्तिन क उना साहळा क अनसारे जिनान लारे त्यो सब चीजन क ओका हक कर सके, हारो दाहड़ीन साहळो बदलीन आपसी महिमा न तसो बनाय देसे।