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आत्माहोन खे परखनु
हे प्रियो हर एक आत्मा पर विश्वास नी करणु क्युकी आत्माहोन खे समज्हे कि वे परमेश्वर का तरफ से हइ कि नी. क्युकि भोत सा झुठा भविष्यव्दक्ताहोन पर जय मील्हे करी लियो हइ. परमेश्वर को आत्मा तुम या रीति से पहचानी सकस हइ. जो आत्मा मानी लेस हइ कि यीशु मसीह शरीर मे हुइखे आयो हइ उ परमेश्वर का तरफ से हइ. अरु जो आत्मा यीशु मसीह खे नी माने उ परमेश्वर का तरफ से नी. अरु उ ते मसीह की विरोधी की आत्मा हइ जेकी चर्चा तुम सुन्या चुक्या हइ उ आन आलो हइ अरु अभी संसार मे हइ
हे बच्चाहोन तुम परमेश्वर का हइ, अरु तुम ने ओका पर जय पायो हइ. क्युकि जो तुम मे हइ उ ओकासे जो संसार मे हइ, बडो हइ. वे संसार का हइ, येका कारण वे संसार की बात बोलस हइ, अरु संसार उनकी सुनस हइ हम परमेश्वर का हइ जे परमेश्वर खे जानस हइ उ हमारी हइ. जो परमेश्वर खे नी जाने उ हमारी नी सुने यो प्रकार हम सच्ची की आत्मा अरु भ्रम की आत्मा खे पहचानी लेस हइ.
परमेश्वर प्रेम हइ
हे मरा मसीह भैइ हम खे आपस मे प्रेम रखनु. क्युकि प्रेम परमेश्वर से हइ. जो कोय प्रेम करस हइ. उ परमेश्वर से जन्मे हइ अरु परमेश्वर खे जानस हइ. जो प्रेम नी रखे उ परमेश्वर खे नी जाने क्युकि परमेश्वर प्रेम हइ. जो प्रेम परमेश्वर हम से रखस हइ उ येका से प्रगट हुयो कि परमेश्वर ने अपनो एकलो तो बेटा खे संसार मे भेज्यो हइ कि हम ओका वजेसे जिवन पाये. 10 प्रेम ये मे नी कि हम ने परमेश्वर से प्रेम कर्यो, पर येमे हइ कि ओने हमसे प्रेम कर्यो अरु हमारो पापहोन को प्रायश्चित का लिये अपनो बेटा खे भेज्यो.
11 हे मरा मसीह भैइ जब परमेश्वर ने हम से असो प्रेम कर्यो ते हम खे भी आपस मे प्रेम रखन खे होनु. 12 परमेश्वर खे कभी कोय ने नी देख्यो अगर हम आपस मे प्रेम रख्ये ते परमेश्वर हम मे बन्यो र्‍हेस हइ, अरु ओको प्रेम हम मे पुरो हुइ गो हइ.
13 येमे से हम जानस हइ कि हम ओमे बन्या हइ, अरु उ हम मे. क्युकि ओने अपनी आत्मा दि हइ. 14 हमने देखी भी लियो अरु गवइ देस हइ कि बाप ने बेटा खे संसार को उद्धारकर्ता करीखे भेज्यो हइ. 15 जो कोय यो मानी लेस हइ कि यीशु मसीह परमेश्वर को बेटो हइ परमेश्वर ओमे बन्यो र्हेस हइ अरु उ परमेश्वर मे. 16 जो प्रेम परमेश्वर हम से रखस हइ ओखे हम जानी गा अरु हम खे ओको विश्वास हइ. परमेश्वर प्रेम हइ,
अरु जे प्रेम मे बन्या र्हेस हइ उ परमेश्वर मे बन्यो र्हेस, अरु परमेश्वर ओमे बन्यो र्हेस हइ. 17 येमे से प्रेम हमारा मे पुरो हुयो कि हमखे न्याय खे दिन हिम्मत हुये. क्युकि जसो उ हइ ओसो ही संसार मे हम भी हइ. 18 प्रेम मे डर नी र्‍हे अगर सिध्द प्रेम को डर दुर करी देस हइ. क्युकि डर को सम्बन्ध दण्ड से होस हइ, अरु जो डर करस हइ उ प्रेम, मे पूरो नी हुयो
19 हम येका लिये प्रेम करस हइ, कि पइले ओने हम से प्रेम कर्यो. 20 अगर कोय बोल्ये कि मी परमेश्वर से प्रेम रखुस हइ अरु अपना भैइ से बैर रखस ते उ झुठो हइ. क्युकि जो अपना भैइ से जेखे ओखे देख्यो हइ प्रेम नी रख्ये ते उ परमेश्वर से भी जेखे ओने नी देख्यो प्रेम नी रखी सक्हे. 21 ओकासे हमखे या आज्ञा मीली हइ, कि जो कोय परमेश्वर से प्रेम रखस हइ उ अपना भैइ अरु भैइन से भी प्रेम रख्ये.