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जिन्दो फत्तर अरु पवित्र‍ दुन्या
येका लिये सब प्रकार को बुरो अरु छल अरु कपट यो अपमान करण को अपना आप से नीकाली दे, नवो जन्म हुया बच्चा का जसो सदा नीर्मल आत्मीक दूध को प्यासो ऱ्हेनु येका लिये येका पिन का वजेसे तुम्हारो विकास अरु उध्दार बढते जाये. जसो कि शास्त्र मे लिख्यो हइ, अपना आप का लिये जानी लियो की प्रभु खे तनो अच्छो हइ.
प्रभु का नजीक अयखे, उ जिन्दो फत्तर जो दुन्याहोन का वजेसे नीक्कमो जानीखे ओखे नी बोल्यो गयो पन जो ओका लिये भोत किमती हइ ओका परमेश्वर का वजेसे चुन्यो गयो थो. तु भी सजीव फत्तर का जसो एक आत्मीक मंडली मे बनायो जो ऱ्हेस हइ जबकी एक असो पवित्र याजक मंडली मे सेवा करी सख्ये जेको कर्तव्य असो अध्यात्मीक बलिदान समर्पित करतो हइ जो यीशु मसीह का वजेसे परमेश्वर खे ग्रहण योग्य हय. यो कारण पवित्रशास्त्र मे भी लिख्यो हइ.
“मेने एक भोत-किमती फत्तर चुन्यो हइ
जेखे मी सिय्योन का कोन को फत्तर करी खे रखी रोस हय.
जो कोय वोका पर विश्वास करये वु कभी भी नीरास नी हुये.”
तुम विश्वासीहोन का लिये यो फत्तर खुप मोलको हइ. पन जो विश्वास नी कर्हे वु फत्तर जेखे राजमिस्त्रीहोन ने नीक्कमो समज्यो थो
“उ फत्तर सब का लिये महत्वपूर्ण कोना को फत्तर बनी गयो,” अरु शास्त्र मे यो भी लिख्यो हइ,
“यो उ पत्थर हइ जो दुन्या खे ठेस पोचाये के
यो चट्टान जो दुन्या खे ठोकर दिखे गिराये.”
उ ठोकर खाह्ये क्युकी उ परमेश्वर का वचन पर विश्वास नी कऱ्हे अरु यो उनका लिये परमेश्वर की इच्छा थी.
पर तुम एक चुन्या हुया कुल का राजो पद धारी का याजक कि जात कि पवित्र दुन्या, अरु परमेश्वर का खुद का दुन्या हुये येका लिये कि जेने तोखे अंधारा मे से अपनी अदभुत ज्योती मे बुलायो हइ, ओका बडा काम की घोषणा कर. 10 एक टेम मे तुम परमेश्वर का दुन्या नी था, पन अभी तुम ओका दुन्या हुये एक टेम थो. कि तुम पर परमेश्वर की दया नी हुय थी पर अभी तुम पर दया हुय हइ.
परमेश्वर का सेवक
11 हे प्रिय दोस, मी तुम से यो जगत मे नवाडा का रुप मे हय, प्रार्थना करुस हय, कि उ अपना आप नवाडो अरु समझी खे, रुप मे हय जानीखे वु जगत अभिलाषा से जो आत्मा से वाद विवाद करस हइ. 12 गैरयहूदीहोन का बिच मे अपनो व्यवहार अतनो अच्छो बनायो रख कि चाह्ये वे अपराधी का रुप तुम्हारी बुराइ कर किन्तु तुमारो अच्छो काम होन को परिणाम स्वरुप ओका आन का दिन उ परमेश्वर कि महिमा प्रदान कर्‍हे.
13 प्रभु का लिये अपना आप खे हर मानव अधिकारी का अधीन ऱ्हेस शासन का आधीन येकालिये की उ सब पर राज करस हइ, 14 अरु शासक एक क्युकि वे बुरो करण खे दण्ड देनो अरु अच्छो काम करण आला खे बडाइ का लिये ओखे भेज्यो हुयो हइ. 15 क्युकि परमेश्वर तुमसे यो चास हइ कि तुम अपनो अच्छो कर्यो मुर्ख दुन्याहोन कि अज्ञानता कि बात खे बंद करी दे. 16 अपना आप खे प्रभु स्वतंत्रता सेवक का समान जिवन बिता. किन्तु अपना येका स्वतंत्रता. 17 सब को सम्मान कर, अपना दुसरा भैइ से प्रेम रख, परमेश्वर को सम्मान का साथ से डर राजा को सम्‍मान कर.
मसीह को दुख उधाहरण
18 हे सेवक, अपना आप खे स्वामी का सामने रख अरु उनका पूरी रिती से सम्मान देस का नी फक्त उनका जो अच्छो हइ अरु दुसरा का लिये चिता करस हइ क्युकी उनका भी जो कठोर हइ. 19 क्युकि पैयले कोय परमेश्वर को बिचार करीखे दुसरा से दुख उठास हुयो इजा सहस हय, ते यो सुहावनो हय. 20 क्युकि अगर तोने अपराध करिखे घुस्सा खायो अरु धिरज रख, ते येमे कि बात हय? पर अगर अच्छो काम करीखे दुख उठास हय अरु धिरज रखस हय, ते यो परमेश्वर खे समजस हय. 21 अरु तुम पर तुम खे परमेश्वर ने येका लिये बुलायो हइ, असो करीखे हमारा मसीह का लिये एक उदाहरण छोड्यो हइ ताकि हम ओका पद-चिन्हा पर चले. 22 नी ते ओने पाप नी कऱ्यो. अरु नी वोका मुंडा से छल कि कोय बात नीकली. 23 जब उ अपमान हुयो तब ओने कोय को अपमान नी कर्यो, जब ओने दुःख झेल्यो, ओने कोय कि धमकी नी दी, क्युकि उ सच्चो न्याय करण आलो परमेश्वर का आगे अपना आप खे अर्पन करी दियो. 24 मसीह तरो यो हमारो पाप खे अपना आंग पर लियो हुयो क्रुस पर चडय दियो, जेखे हम पाप का लिये मरी खे धार्मीकता का लिये जिवन बितायो वोकोय मार खाना से तुम अच्छा हुयो. 25 क्युकि तुम पैयले भटक्या हुया मेडा का जसा था, पन अब अपना जान खे राखनआलो अरु अध्यक्ष का पास फिर आयो गयो हय.