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परमेश्वर को धर्म-सेवक
1 तरा मे जो बापदादा हइ, वोका जसो बापदादा अरु मसीह को दुख की गवाह अरु प्रगट होन वाली महिमा मे शामील हुयखे वोखे यो समजास हय. 2 कि परमेश्वर कि वु झुण्ड की, जो तुमारा बीच मे हइ राखनआलो कर, अरु दबाव से नी पन परमेश्वर का जसो खुसी से, अरु कमय का लिये मन लगय खे. 3 जो दुन्या देख रेख का वास्ते तुमखे दियो गया पर शासन मत कर्हे, जबकी झुण्ड का लिये एक जिम्मेदार बन. 4 जब प्रधान रखवालो प्रगट हुये खे ते तुमखे महिमा को मुकुट दियो जाह्येका जिकी सोबा कभी कम नी हुये.
5 या रीति हे नवजुवान खे तुम भी धर्म बापदादा का अधीन र्हेव का तुम एक दुसरा की सेवा को करण का लिये विन्रमता धारण कर क्युकि शास्त्र करस हइ. परमेश्वर अभीमानीहोन को विरोध करस हइ, पन दीन पर अनुग्रह करस हइ. 6 येका लिये परमेश्वर खे मजबुत हात का नीचे दीनता से र्हेव, जेमे से व्हा तुमखे उचित टेम पर बडायो. 7 अपनी सब चिन्ता वोका पर डाली दे, क्युकि वोखे तुम्हारी ध्यान हइ.
8 सचेत हुये अरु जागा र्हेव, क्युकि तुम्हारा विरुध सैतान एक गर्जन आलो सेर का जसो या इदर उदर घुमते हुयो या तक मी रेस हइ कि कोय खे फाडी खाये. 9 विश्वास मे दृड हुयखे अरु यो जानीखे वोको सामनो कर, कि तुम्हारो भैइ जो जगत मे हइ, असो दुख भोगि रोस हइ. 10 अब परमेश्वर जो पुरो अनुग्रह को दातो हइ, जेने तुमखे मसीह मे अपनी अनन्त महिमा का लिये बुलायो, तुम्हारी थोडी देर तक दुख उठन का बाद आप ही तुमखे सिध्द अरु स्थिर अरु बलवान कर्हे. 11 ओको सामराज पिडमपिडि से रिह्ये आमीन.
आखरी अभिवादन
12 मे ने तुमखे एक सिदा से चिठ्ठी सिलवानुस का मदत से लिखीखे जेखे मी विश्वास लायक मसीह भैइ मान्यो हय. मी तुमखे प्रोत्साहित करणो चाहुस हय अरु मरी गवइ देस हइ की परमेश्वर की सच्ची अनुग्रह हइ, येमे रुखी र्हेव.
13 जो बेबीलोन की मंडली मे जो भहीन परमेश्वर का वजेसे चुन्या गयो हइ, वे तुमखे नमस्कार करस हइ अरु मसीह मे मरो बेटो मरकुस तुमखे नमस्कार करस हइ. 14 एक दुसरा खे मसीह मे पिरेम पुरो भाव से गल्ला मीलीखे स्वागत सत्कार कर
तुम सब जो मसीह मे हय, शांती मीलती ऱ्हे.