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बिना नीयम को इन्सान 
  1 हे विश्वासी साथिहोन, अब हम अपना प्रभु यीशु मसीह का फिर आन की, अरु ओका सात परसपर जमा होन की प्रार्थना करस हइ.   2 कि तुम आसानी से अपना विवेक खे कोय भविष्यवाणी का अलावा कोय असो पत्र खे नी आत्मा जेखे हमारा वजेसे लिख्यो गयो तथा मेजवान रुप से बतायो गयो हइ प्रभु को दिन ए चुक्यो हइ नी होनु.   3 तुम अपना आप खे कोय का भी वजेसे कोय प्रकार से कोय खे भरमाना नी दे, क्युकी वह दिन उ दिन तक नी आये जब तक कि आखरी विद्रह अरु बुरी शक्ति प्रगट नी हुये उ इन्सान की नीयती तो नरक हइ.   4 उ अपना आपखे हर चिज का उपर बोले अरु उनको विरोध कर्हे असा चिज जो परमेश्वर को हइ, जो परमेश्वर कि पुज्जनीय हइ ह्या तक की परमेश्वर कि मन्दिर मे जयखे राजगद्दी पर बठी खे यो दावा करस कि उ परमेश्वर हइ.   
 5 का तुमखे याद नी की जब मी तुम्हारा ह्या थो, ते तुम से या सब बात बोलतो थो.   6 अरु अब तुम तो जानस हइ, कि ओखे रोकी रास हइ ताकि उ उचित टेम आना पर प्रगट हुइ जाये.   7 क्युकी अन्याय को भेद पैयले से ही हइ पन जो कुछ जब तक नी जब तक रहश्य मय बात कर्हे.   8 जब अधर्मी प्रभु यीशु आये उ ओखे मारी डाले अपना मुडा का फुक से अपनो वैभवी उपस्ती आत्मीक खतम कर्हे.   9 उ दुष्ट को आनो सैतान कि शक्ति से हुये तथा उ भोत बडि शक्ति झुटो सामर्थ्य अरु अर्चाय चिन्ह का काम से गया.   10 अरु नास होनआला का लिये अधर्म सब प्रकार का दुष्ट छल प्रपन्च को इस्तमाल करी खे उ इन को उपयोग ये इन्सान पर करस जेने सत्य से प्रेम नी कऱ्यो जेका से उनको उध्दार नी हुये.   11 अरु येका कारन परमेश्वर उन मे एक भटकान देनआली सामर्थ खे भेज्यो कि वे झुट पर विश्वास कर्हे.   12 ताकि जेतना दुन्या सत्य पर विश्वास नी करस, पन झुठ पन खे प्रमानीत करस हइ, वे सब दण्ड मील्हे.   
दृढता से खडा ऱ्हेनु 
  13 पर हे विश्वासी साथिहोन, प्रभु का प्रिय दुन्या कि तुम्हारो बारे मे हमेसा परमेश्वर को धन्यवाद करस ऱ्हीहे, कि आत्मा का वजेसे पवित्र बनीखे, अरु सत्य पर विश्वास करीखे उध्दार पाये.   14 जेका लिये ओने तुमारो सुसमाचार का प्रचार का वजेसे बुलायो हइ, कि तुम हमारा प्रभु यीशु मसीह कि महिमा धारण करी सखे .   15 येकालिये, हे विश्वासी साथिहोन, स्थिर ऱ्हे. अरु जो परम्पराहोन तुमने हमसे मुख्य रुप से अरु चिठ्टी का वजेसे मील्हे हइ.   
 16 अब खुद हमारो प्रभु मसीह खुद ही, अरु हमारो बाप परमेश्वर जेने हमारा से प्रेम रख्यो, अरु अनन्त प्रोत्साहित अरु अच्छी आस दी हइ.   17 तुमारो मन मे प्रोत्साहित दे अरु तुमखे हर एक अच्छो काम अरु शब्द मे तुमखे द्दढ कर्हे.