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संसार से दोस्ती
तुम मे लडाइहोन अरु वाद विवाद बोलना से अय गो? का उ सुख-विलास से नी जो तुमारो आंग होन मे लगास हइ तुम लालुच करतो हुये, अरु तुमखे मीले नी. येकालिये तुम मारस. तुम पुरी रिती से इच्छा रखस हुये, अरु कुछ मील्हे नी करी पास. ते तुम झगडस अरु लडता हुये. तुमखे येकालिये नी मीले की तुम परमेश्वर से मागे नी. तुम मागे हुये अरु पास नी येकालिये कि बुरी इच्छा से मागंस हुये, ताकि अपनो सुख-विलास मे उड्य दे. हे व्यभिचारणी हीन दुन्या का तुम नी जानस कि संसार से दोस्ती करणो परमेश्वर से बैर करणो हइ जो कोय संसार को दोस्त होनु चाहिए हइ उ अपना आपखे परमेश्वर को दुसमन बनास हइ. का तुम यो समझस हुये कि पवित्रशास्त्र व्यर्थ बोलस हइ, “जो आत्मा को ओने हमारो बाजु बढाड्यो हइ, का वो असो लालच करस हइ जेको प्रतीफल जलन हुये.” वो तो अरु भी अनुग्रह देस हइ. ओका कारण यो लिख्यो हइ, “परमेश्वर अभिमानीहोन को विरोध करस हइ, पर दिन पर अनुग्रह करस हइ.”
येकालिये परमेश्वर का अधीन हुये जाए अरु सैतान को सामनो कर, ते वो तुमारा पास से भाग निकलस. परमेश्वर का बाहेर आओ ते उ भी तुमारा पास आह्ये. हे पापी खे अपना हात धोय ले. अरु हे पाखंडिहोन, अपना दिल खे पवित्र कर. दुखी हुये ,अरु शोक कर, अरु रोस. तुमारो हासनो शोक मे अरु तुमारो आनन्द उदास मे बदली जास. 10 प्रभु का सामने नम्र बन्यो ते वो तुमखे उचो कर्‍हे.
भैइ पर आरोप लगास
11 हे भैइ को एक दुसरा कि बदमासी नी कर. जो अपनो मसीह भैइ कि बदमासी करस हइ यो मसीह भैइ पर आरोप लगास हइ, उ व्यवस्था कि बदमासी करस हइ अरु व्यवस्था पर न्याय करस हइ. अरु अगर तू चलन आलो नी पर उ डॉक्टर रुख्यो. 12 व्यवस्था देन आलो अरु न्याय करण आलो ते एक हि परमेश्वर हइ. उ अखे लो बचय सकस हइ. आप मसीह भैइ को न्याय करन आलो कोन होस?
घमण्ड का बदल चेतावनी
13 सुन जो यो बोलस हइ, “आज या कल हम कोइ अरु नगर मे जै खे उ एक साल बितास, अरु धदो करी खे लाभ कमास.” 14 अरु यो नी जानस कि कल का हुये. सुनी तो ले, तुमारो जिवन हइ हि का तुम ते भाप का सामन हुये जो जरासो देर दिखय देस हइ फिर लोप हुये जास हइ. 15 ओकासे उलटो तुमखे यो बोलनो चाहिए, “अगर प्रभु चाह्ये ते हम जिन्दो ऱ्हेस, अरु यो उ काम भी करस.” 16 पर अब तुम अपना डिग मारना पर घमण्ड करस हुये. असो सब घमण्ड बुरो होस हइ.
17 येकालिये जो कोय भी अच्छो करणो जानस हइ अरु नी करस, ओका लिये यो पाप देस हइ.