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कई उद्यमों में निवेश करें 
  1 पानी के ऊपर अपनी रोटी डाल दो;  
क्योंकि बहुत दिनों के बाद यह तुम्हें दोबारा मिल जाएगी.   
 2 अपना अंश सात भागों बल्कि आठ भागों में बांट दो,  
क्योंकि तुम्हें यह पता ही नहीं कि पृथ्वी पर क्या हो जाए!   
 3 अगर बादल पानी से भरे होते हैं,  
तो वे धरती पर जल बरसाते हैं.  
और पेड़ चाहे दक्षिण की ओर गिरे या उत्तर की ओर,  
यह उसी जगह पर पड़ा रहता है जहां यह गिरता है.   
 4 जो व्यक्ति हवा को देखता है वह बीज नहीं बो पाएगा;  
और जो बादलों को देखता है वह उपज नहीं काटेगा.   
 5 जिस तरह तुम्हें हवा के मार्ग  
और गर्भवती स्त्री के गर्भ में हड्डियों के बनने के बारे में मालूम नहीं,  
उसी तरह सारी चीज़ों के बनानेवाले  
परमेश्वर के काम के बारे में तुम्हें मालूम कैसे होगा?   
 6 बीज सुबह-सुबह ही बो देना  
और शाम में भी आराम न करना क्योंकि तुम्हें यह मालूम नहीं है,  
कि सुबह या शाम का बीज बोना फलदायी होगा  
या दोनों ही एक बराबर अच्छे होंगे.   
जवानी में अपनी सृष्टिकर्ता की याद रखो 
  7 उजाला मनभावन होता है,  
और आंखों के लिए सूरज सुखदायी.   
 8 अगर किसी व्यक्ति की उम्र बड़ी है,  
तो उसे अपने जीवनकाल में आनंदित रहने दो.  
किंतु वह अपने अंधकार भरे दिन भुला न दे क्योंकि वे बहुत होंगे.  
ज़रूरी है कि हर एक चीज़ बेकार ही होगी.   
 9 हे जवान! अपनी जवानी में आनंदित रहो,  
इसमें तुम्हारा हृदय तुम्हें आनंदित करे.  
अपने हृदय और अपनी आंखों की इच्छा पूरी करो.  
किंतु तुम्हें यह याद रहे  
कि परमेश्वर इन सभी कामों के बारे में तुम पर न्याय और दंड लाएंगे.   
 10 अपने हृदय से क्रोध  
और अपने शरीर से बुराई करना छोड़ दो क्योंकि बचपन,  
और जवानी भी बेकार ही हैं.