यूहन्ना के व्दारा लिखा सुसमाचार
यूहन्ना को दुवारा लिखो सुसमाचार
भूमिका
यूहन्ना को हिसाब से सुभसमाचार नयो नियम म चार किताब म से एक हैं जो यीसु मसी को जीवन को बारे म बतावा हैं। उनमा से हर एक ख “सुसमाचार” बोलो जाय हैं, जेको मतलब हैं “अच्छी खबर” वी मत्ती, मरकुस, लूका अऊर यूहन्ना यीसु कि माऊत को बाद लिखिया गया रहा। यूहन्ना को हिसाब से सुसमाचार सायद यूहन्ना को दुवारा यीसु कि माऊत को बाद लिखो गयो रहा। भले ही किताब या नी बोला हैं कि यूहन्ना किताब ख लिखन वालो हैं, लिखी वाली किताब 1 यूहन्ना, 2 यूहन्ना अऊर 3 यूहन्ना यी एक दुसरा से मिलते जुलते हैं कुछ पुराना लेखक यूहन्ना ख या बखत इफिसुस सहर म रखा हैं, एकोलाने यू अनुमान लगावा हैं कि किताब इफिसुस म लिखी गई रा।
यूहन्ना साफ-सुतरो तरीका से बोला हैं कि किताब को मेन मक्सद इंसान हुन ख यू भरोसा दिलानो म मददत करनो हैं कि यीसु मसी हैं, जिन्दो परमेस्वर को पोरिया 20:31 यू भरोसा कर ख हम ओको नाम से जीवन जी सका हैं। किताब यहूदी अर गैर-यहूदी दोई पढ़न वाला हुन को लाने लिखी गई रा। यूहन्ना को सुसमाचार कुछ हिसाब से तो दुसरा तीन सुसमाचार हुन से बेजा अलग हैं। ओ ना वी चमत्कार हुन पा ध्यान दियो जो यीसु न करयो रा। अऊर अपना उदाहरन हुन को बारे म जादा नी लिखो रा। यीसु को बपतिस्मा अऊर रेगिस्तान म गुजरी वाला घटना जसी अऊर ढ़ेर सारी कई घटना हुन ख भी यु सुसमाचार म नी लिखो गयो हैं।
रूप रेखा
1. ऐमन सुसमाचार सुरू करा हैं 1:1-18
2. फिर उ वी कई चमत्कार हुन को बारे म लिखा हैं जो यीसु न करयो रहा। 1:19—12:50
3. येको बाद उ यीसु कि जीवन कि कई सारा बिती वाला घटना को बारे म बतावा हैं जो ओकी माऊत अऊर पुनर्जनम को लाने बतावा हैं। 13:1—20:31
4. यूहन्ना न सुसमाचार ख खतम करन को बारे म बतायो, जेमा से एक को बाद यीसु न इंसान हुन ख दिखई देन को बाद उ मुर्दा म से जिन्दो हो गयो अऊर फिर किताब लिखन ख लाने अपनो मक्सद बतायो। 21
1
वचन न सरीर रूप धरियो
सबसे सुरू म सब्द हतो अऊर सब्द परमेस्वर को संग म हतो, सब्द ही परमेस्वर हतो।, युईच सब्द ही सुरू म परमेस्वर को संग म हतो। दुनिया की हर चीज ओसे ही उपजी। ओको बगर कोई की भी रचना नी भई आय। ओमन जीवन हतो अऊर उ जीवन ही दुनिया ख इंसान हुन को लाने उजेरो हतो। उ उजेरो अंधेरा म भयो अऊर अंधेरा न ओखा दुर नी कर पायो।
परमेस्वर कि तरफ से एक अदमी आयो। जेको नाम यूहन्ना हतो। उ गवाही देन आयो कि उजियारो कि गवाई दे, जसो सब इंसान ओको दुवारा भरोसा करे। उ अपनो तुम म ज्योति तो नी हतो पर उ ज्योति कि गवाई देन ख लाने आयो हतो रह। सच्ची को उजेरो जो हर एक इंसान ख उजेरो पहुचावा हैं, दुनिया म आन वाली हती।
10 सब्द संसार म हतो, अऊर दुनिया ओको दुवारा सिरजी*उत्पन्न ; पर दुनिया ख न ओखा नी पहिचानियो। 11 उ अपना को जोने आयो अऊर ओखा अपना इंसान न ओखा नी अपनायो। 12 पर जीत्ता न ओखा अपनायो, अऊर ओको नाम म विस्वास करयो, वी सब ख ओ ना परमेस्वर की संतान बनन को हक दे दियो। 13 वी न तो खून से, न सरीर कि मर्जी से, न इंसान कि मर्जी से, पर परमेस्वर से सिरजिया हैं।
14 सब्द न सरीर रूप धर ख, हमरो बीच म आयो, अऊर हम न ओकी असी महेमा देखी जसो परमेस्वर बाप (पिता) को अकेलो पोरिया कि महेमा, जो किरपा अऊर सही से भरपूर हो ख हमारो बीच म ड़ेरा करो।
15 यूहन्ना न बोल-बोल ख ओको बारे म गवाई दियो, “यु उईच आय, जेको बारे म मीना कय्हो रहा जो मोरो बाद आवन वालो हैं उ मोसे बढ़ ख हैं; काहेकि उ मोसे पहलो से हतो रहा।”
16 काहेकि ओकी भरपुरी म से हम सब न हासिल करो एकोमतलब किरपा पर किरपा मिली हैं। 17 एकोलाने नेम तो हकीगत म मूसा को वजे से दी गई रहा, पर किरपा अऊर सच्चाई यीसु मसी को वजे से पहुँची। 18 परमेस्वर ख कभी कोई न नी देख्यो, पर सिरप इकलोतो पोरिया न, जो खुद परमेस्वर आय अऊर जो बाप को कोरा म हैं, उईच न ओखा उजागर करो।
यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो कि गवईसुध्द होन को लाने यीसु को नाम से पानी म ढुपकी लगानो
(मत्ती 3:1-12; मरकुस 1:1-8; लूका 3:1-18)
19 यूहन्ना कि गवाई या हैं कि जब यहूदी हुन न यरूसलेम से याजक हुन अर लेवी हुन ख ओसे या पूछन को लाने भेजो, “तु कऊन आय?”
20 तब उनना मान लियो, मना नी पर मान लियो कि मी मसी नी हाय।
21 वी इंसान हुन न यूहन्ना से पुछियो “ते फिर तू कऊन आय? का तू एलिय्याह भविस्यवक्ता आय यूहन्ना न जवाब दियो, मी एलिय्याह नी आय?” “ते का तू उ भविस्यवक्ता आय जो आन वालो थो?” यूहन्ना न जवाब दियो, “नी।” 22 तब उन ना यूहन्ना से बोल्यो, “फिर तू आय कोन? जिन्ना हमका भेज्यो हैं, हम उनका का जुवाब देहे हमका पहिचान वालो ख जवाब देहे। तू अपनो बारे म का बोला हैं?”
23 यूहन्ना न जुवाब दियो, मी आय, जसो कि यसायाह भविस्यवक्ता न कय्हो हैं,
बियाबान जंगल म हाँका लगान वालो की आवाज
प्रभु को याहा जान की रस्ता सिधी करो।
24 कुछ इंसान हुन फरीसी हुन कि ओर से भेजिया वाला हता। 25 उन न यूहन्ना से पुछियो, “अदि तू न तो मसी आय, न एलिय्याह अऊर न उ भविस्यवक्ता आय ते फिर बपतिस्मा काहे ख देवा हैं?”
26 यूहन्ना न ओखा जवाब दियो, “मी तो पानी से बपतिस्मासुध्द होन को लाने यीसु को नाम से पानी म ढुपकी लगानो देऊ हैं, पर तुमारो बीच म एक अदमी खड़ो हैं जेका तुम नी जाना। 27 एको मतलब उ मोरो बाद आन वालो हैं, ओकी कि जूता की भी मी बददी खोलन को कबील नी हाय।”
28 या बात हुन यरदन को ओ नो पार बैतनिय्याह गाँव म भई, जेमा यूहन्ना बपतिस्मा देवत रह हतो।
परमेस्वर को पिल्ला§मेम्ना
29 दुसरो दिन ओ न यीसु ख अपनी तरफ आते देख ख कय्हो, “देखो यू परमेस्वर को पिल्ला आय जे दुनिया क पाप उठा ख ले जाय हैं। 30 यु उयीच आय जे को बारे म मी न कय्हो रह एक अदमी मोरो पीछु आवा हैं जे मोसे बड़ो हैं। काहेकि उ मोसे पहलो हतो रह। 31 मी तो ओ ख पहिचानत नी रह, पर ऐखा लाने मी पानी से बपतिस्मा देते आयो कि उ इस्राएल म परघट*प्रगट हो जाय।”
32 अर यूहन्ना न असी गवाई दियो, “मीना आत्मा ख कबूतर को जसो बददल या स्वर्ग से उतरते देख्यो हैं, अऊर वा ओ पर ठहर गई। 33 मी तो ओ ख पहिचानत नी रह, पर जोना मो ख पानी से बपतिस्मा देन ख भेज्यो, उईच न मोसे कय्हो, ‘जोपर तू सुध्द आत्मा ख उतरते अऊर बठते देखे, उईच सुध्द आत्मा से बपतिस्मा देन वालो हैं।’ 34 मीना खुद देख्यो, अऊर या मोरी गवाई हैं कि यूईच परमेस्वर को पोरिया आय।”
यीसु को पहिलो चेला
35 दुसरो दिन फिर यूहन्ना अऊर ओखा चेला म से दो झन खड़ा भया हता, 36 अऊर यूहन्ना न यीसु ख जाते घड़ी देख्यो अऊर कय्हो, “देखो यू परमेस्वर को पिल्लामेम्ना आय।”
37 ऐकोबाद वी दोई चेला ओकी या सुन ख यीसु को पिछु हो लियो। 38 यीसु न लउट ख उनका पिछु आते देखो अर उनसे कय्हो,
“अरे गुरू, एकोमतलब, अरे प्रभु तू कहाँ पर रहवा हैं?”
39 यीसु न उनका कय्हो “चले ते देख लेहे।” उनना जा ख देख्यो कि उ कहाँ रहवा हैं, अऊर उ दिन ओको संग म रया। असो दिन को चार बजे तक (दसवां घण्टा) लग भग हतो।
40 जो चेला यूहन्ना कि बात सुन ख यीसु को पिछु हो लियो हता, वी दोई म से एक समोन पतरस को भई अन्द्रियास हतो। 41 उ पहले अपनो भई समोन से मिलियो अर ओसे बोल्यो, “हमका मसी, एकोमतलब मसी, मील गयो हैं।”
42 अऊर उ ओखा यीसु को जोने ले गयो।
यीसु न ओखा ध्यान से देख ख बोल्यो, “तू यूहन्ना को पोरिया समोन आय: तू कैफा मतलब पतरस कहलाए।”
फिलिप्पुस अर नतनएल को बुलायो जानु
43 दुसरो रोज यीसु न गलील परदेस जान ख सोचयो। ओकी मुलाकात फिलिप्पुस से भई। उनना ओसे बोल्यो, “मोरो पिच्छु आव।” 44 फिलिप्पुस बैतसैदा सहर को रहन वालो हतो। उते अन्द्रियास अर पतरस भी रहत रहा। 45 फिलिप्पुस नतनएल से मिल्यो अऊर बोल्यो, “जिनको बारे म मूसा न नेम म अर भविस्यवक्ता हुन न भी लिख्यो हैं, उ हमका मिल गयो हैं; उ नासरत को रहनवालो यूसुफ को पोरिया, यीसु आय।”
46 नतनएल न जुवाब दियो, “का कोई भली चीज भी नासरत म से निकल सखा हैं?”
फिलिप्पुस न कय्हो, “चल ख देख ला।”
47 यीसु न नतनएल ख अपनी तरफ आते देख ख, ओको बारे म बोल्यो; “देखो, यू सच म इस्राएली आय। येमा कोई कपट नी हाय।”
48 नतनएल न ओसे कय्हो, “तू मोखा कसो पहिचाना हैं?” यीसु न ओ ख उत्तर दियो, “येको पहले कि फिलिप्पुस न तो ख बुलायो, जब तू अंजीर को झाड़ को नीचु हतो, जब मीना तो ख देखो रह।”
49 नतनएल न उनसे बोल्यो, “अरे गुरू जी तू परमेस्वर को पोरिया आय; तू इस्राएल को राजा आय।”
50 यीसु न ओखा उत्तर दियो, “मी न तुम से बोल्यो, मी न तोखा अंजीर को झाड़ को नीचु देख्यो, का तुम येको लाने भरोसा करा हैं? तुम येसे भी बड़ा-बड़ा काम देखेगो।”
51 यीसु न ओसे यू भी बोल्यो, “मी तुम इंसान हुन से सच्ची-सच्ची कहूँ हैं: तुम स्वर्ग ख खुल्यो, अर परमेस्वर ख स्वर्गदूत हुन ख इंसान को पोरिया को ऊपर चढ़ते अर उतरते देखेगो।”

*1:10 उत्पन्न

1:18 सुध्द होन को लाने यीसु को नाम से पानी म ढुपकी लगानो

1:26 सुध्द होन को लाने यीसु को नाम से पानी म ढुपकी लगानो

§1:28 मेम्ना

*1:31 प्रगट

1:36 मेम्ना