9
इसरायल के बिनास होवई
1 मेंह दरसन म परभू ला बेदी के तीर म ठाढ़े देखेंव, अऊ ओह कहिस:
“खंभामन के टीप ला मार
कि दुवारमन डोल जावंय।
ओमन ला जम्मो मनखेमन के मुड़ म गिरा दे;
जऊन मन बांच जाहीं, ओमन ला मेंह तलवार ले मार डारहूं।
ओमन म के एको झन घलो भाग नइं सकंय,
कोनो घलो बच नइं सकंय।
2 चाहे ओमन खंचवा खनके बहुंत गहरई म चले जावंय,
उहां ले मोर हांथ ह ओमन ला ले आही।
चाहे ओमन अकास के ऊपर घलो चघ जावंय,
उहां ले मेंह ओमन ला खाल्हे ले आहूं।
3 चाहे ओमन करमेल पहाड़ के टीप म लुका जावंय,
मेंह उहां ले ओमन ला खोजके खाल्हे ले आहूं अऊ बंदी बना लूहूं।
चाहे ओमन मोर ले नजर बचाके समुंदर के पेंदी म लुका जावंय,
उहां मेंह सांप ला ओमन ला डसे के हुकूम दूहूं।
4 चाहे ओमन बईरीमन के दुवारा बंधुवई म ले जाय जाहीं,
उहां मेंह तलवार ला हुकूम देके ओमन ला कटवा दूहूं।
“मेंह ओमन ऊपर अपन नजर
ओमन के भलई करे बर नइं, पर ओमन के हानि करे बर रखहूं।”
5 परभू, सर्वसक्तिमान यहोवा—
ओह धरती ला छूथे अऊ ओह टघल जाथे,
अऊ ओमा रहइया जम्मो झन बिलाप करथें;
जम्मो देस ह नील नदी कस उफनथे,
अऊ तब मिसर के नदी कस सूखा जाथे;
6 ओह अकास म अपन ऊंचहा महल ला बनाथे,
अऊ ओकर नीव धरती म रखथे;
ओह समुंदर के पानी ला बलाथे
अऊ ओला भुइयां ऊपर ढार देथे—
यहोवा ओकर नांव ए।
7 “का तुमन इसरायली नो हव
का मोर बर कूसीमन*या ऊपरी नील नदी के इलाका के मनखेमन सहीं नो हव?”
यहोवा ह घोसना करत हे।
“का मेंह इसरायलीमन ला मिसर ले,
पलिस्तीमन ला कपतोर ले
अऊ अरामीमन ला कीर ले निकालके नइं लानेंव?
8 “सही म परमपरधान यहोवा के नजर ह
पाप ले भरे राज ऊपर लगे हवय।
मेंह येला धरती के ऊपर ले
नास कर दूहूं।
तभो ले मेंह याकूब के संतानमन ला
पूरा नास नइं करंव,”
यहोवा ह घोसना करत हे।
9 “काबरकि मेंह हुकूम दूहूं,
अऊ मेंह इसरायल के मनखेमन ला
जम्मो जाति के मनखेमन के बीच म अइसन हलाहूं
जइसन छननी म अन्न ला हलाय जाथे,
अऊ भुइयां म एको ठन गोटी नइं गिरय।
10 मोर मनखेमन के बीच ले जम्मो पापीमन
तलवार ले मारे जाहीं,
ओ जम्मो, जेमन ये कहिथें,
‘न तो हमर ऊपर बिपत्ति आही अऊ न ही बिपत्ति ले हमर सामना होही।’
इसरायलीमन के फेर स्थापित होवई
11 “ओ दिन म,
“मेंह दाऊद के गिरे आसरय ला फेर ठीक कर दूहूं—
मेंह येकर टूटे भीथीमन के मरम्मत करहूं,
अऊ येकर खंडहरमन ला फेर बनाहूं—
अऊ येला पहिले के सहीं फेर बना दूहूं,
12 ताकि ओमन एदोम के बांचे मनखेमन ला
अऊ मोर नांव लेवइया जम्मो जातिमन ला अपन अधीन कर लेवंय,”
ओ यहोवा ह घोसना करत हे, जऊन ह ये चीजमन ला करही।
13 “अइसन दिनमन आवत हवंय।” यहोवा ह घोसना करत हे,
“जब नांगर जोतइया ह लुवइया ले,
अऊ अंगूर खुंदइया ह अंगूर के नार लगइया ले आघू बढ़ जाही।
नवां अंगूर के रस ह पहाड़मन ले थिपही
अऊ जम्मो पहाड़ीमन ले बोहा जाही,
14 अऊ मेंह अपन मनखे इसरायलीमन ला बंधुवई ले वापिस ले आहूं।
“ओमन उजड़े सहरमन ला फेर बनाहीं अऊ ओमा रहे लगहीं।
ओमन अंगूर के बारी लगाहीं अऊ ओमा के मंद ला पीहीं;
ओमन बारी लगाहीं अऊ ओकर फर ला खाहीं।
15 मेंह इसरायलीमन ला ओमन के निज देस म बसाहूं,
अऊ ओमन फेर कभू ओ देस ले निकाले नइं जाहीं,
जऊन ला मेंह ओमन ला देय हवंव,”
यहोवा तुम्हर परमेसर ह कहत हे।