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मेंह चाहथंव कि तुमन जान लेवव कि तुमन बर अऊ जऊन मन लौदीकिया सहर म हवंय, ओमन बर अऊ ओ जम्मो झन जऊन मन मोर चेहरा नइं देखे हवंय ओमन बर, मेंह कतेक कठोर मेहनत करत हवंव। मेंह ये मेहनत एकरसेति करत हवंव, ताकि ओमन हिरदय म उत्साहित होवंय अऊ मया म एक होके रहंय, अऊ ओमन ला पूरा समझ के जम्मो धन मिलय; अऊ ओमन परमेसर के भेद ला जानंय, अऊ ओ भेद ह मसीह अय, जऊन म बुद्धि अऊ गियान के जम्मो भंडार छुपे हवय। मेंह तुमन ला ये बात एकरसेति कहत हंव, ताकि कोनो तुमन ला, भरमाने वाला बात करके धोखा झन देवय। हालाकि मेंह देहें के मुताबिक तुमन ले दूरिहा हवंव, पर आतमा म मेंह तुम्हर संग हवंव, अऊ मेंह ये देखके खुस हवंव कि तुमन सही जिनगी जीयत हवव अऊ मसीह म तुम्हर बिसवास ह मजबूत हवय।
मसीह के दुवारा छुटकारा
जब तुमन मसीह यीसू ला परभू मान ले हवव, त ओहीच म अपन जिनगी बितावव। ओमा जरी धरत अऊ बढ़त जावव, अऊ जइसने तुमन ला सिखोय गे हवय, बिसवास म मजबूत होवत जावव, अऊ धनबादी हिरदय ले भरे रहव।
सचेत रहव कि कोनो बेकार के गियान अऊ चापलूसी गोठ के दुवारा तुमन ला अपन बस म झन कर लेवय, जऊन ह मनखे के रीति अऊ ये संसार के मूल नियम के ऊपर निरभर रहिथे, पर मसीह के ऊपर निरभर नइं रहय।
काबरकि मसीह म जम्मो ईस्वरीय सुभाव ह देहें के रूप म वास करथे, 10 अऊ ये परिपूर्नता मसीह म तुम्हर करा हवय, जऊन ह हर सक्ति अऊ अधिकार के ऊपर मुखिया ए। 11 तुम्हर पापी सुभाव ला अलग करके, मसीह म तुम्हर घलो खतना करे गे हवय। ये खतना अइसने नो हय, जऊन ह मनखेमन के हांथ ले करे जाथे, पर ये खतना मसीह के दुवारा करे गे हवय। 12 मसीह संग तुमन बतिसमा म दफनाय गेव अऊ अपन बिसवास के जरिये ओकर संग जी उठेव, अऊ येह परमेसर के सामर्थ के दुवारा होईस, जऊन ह मसीह ला मरे म ले जियाईस।
13 जब तुमन अपन पाप म अऊ अपन देहें के बिगर खतना के दसा म मर गे रहेव; तभे परमेसर ह मसीह के संग तुमन ला जियाईस। ओह हमर जम्मो पाप ला छेमा करिस। 14 अऊ ओ लिखित बंधक नामा, जऊन ह हमर बिरोध म रिहिस अऊ जेकर बिधि-बिधान घलो रिहिस; ओह ओ जम्मो ला खारिज कर दीस। ओह ओला कुरूस म खीला ठोंकके हटा दीस। 15 ओह अपनआप ला सक्ति अऊ अधिकार के बंधन ले मुक्त करिस अऊ कुरूस के दुवारा ओमन के ऊपर जय पाईस अऊ ओह ओमन के खुल्लम-खुल्ला तमासा बनाईस।
मनखे के नियम ले सुतंतरता
16 एकरसेति, तुम्हर खाना-पीना या धारमिक तिहार या नवां चंदा के उत्सव या बिसराम दिन के बारे म कोनो ला तुम्हर ऊपर दोस लगाय के कोनो मऊका झन देवव। 17 ये जम्मो ह अवइया बातमन के सिरिप एक छइहां अय। पर सही बात ह मसीह म मिलथे। 18 सचेत रहव कि जऊन ह झूठ-मूठ के दीनता अऊ स्वरगदूतमन के पूजा म खुस रहिथे, ओह तुमन ला ईनाम ले अलग झन कर देवय। अइसने मनखे ह जऊन चीज ला देखथे, ओहीच म अपन मन ला लगाथे अऊ बिगर कारन के अपन सोच-बिचार म घमंड करके फूलथे। 19 ओह मुड़ याने मसीह ले जूरे नइं रहय, जेकर ले जम्मो देहें के पालन-पोसन होथे अऊ देहें के जोड़ अऊ नसमन ले एक संग जुड़े रहिथे अऊ जइसने परमेसर चाहथे, वइसने बाढ़त जाथे।
20 यदि तुमन मसीह के संग मर गेव अऊ ये संसार के अंधियार के सक्ति ले छुटकारा पा गे हवव, त फेर तुमन काबर अइसने जिनगी बितावत हव, जइसने कि अभी घलो तुमन संसार के अव? तुमन काबर एकर बिधि-बिधान ला मानथव? 21 एकर ले दूरिहा रहव! येला झन चखव! येला झन छुवव। 22 ये जम्मो चीजमन काम म आवत नास हो जाहीं, काबरकि येमन मनखे के बनाय नियम अऊ उपदेस अंय। 23 वास्तव म, अइसने बिधि-बिधान म बुद्धि के एक दिखावा हवय। ये नियम म ओमन के खुद के गढ़े भक्ति, झूठ-मूठ के दीनता अऊ ओमन के देहें के कठोर अभियास घलो हवय, पर देहें के लालसा ला रोके बर, येमन कोनो काम के नो हंय।