दानिएल
के किताब
1
बेबिलोन म दानिएल ला सिकछा दिये जाथे
यहूदा प्रदेस के राजा यहोयाकीम के राज के तीसरा बछर म बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ह आईस अऊ यरूसलेम सहर ला घेर लीस। अऊ परभू ह यहूदा के राजा यहोयाकीम ला परमेसर के मंदिर के कुछू चीजमन के संग नबूकदनेसर के अधीन कर दीस। ये चीजमन ला ओह बेबिलोनिया*इबरानी म सिनार देस म अपन देवता के मंदिर म ले गीस अऊ ओमन ला अपन देवता के खजाना घर म रख दीस।देखव 2 इति 36:7
तब राजा ह अपन दरबार के मुखिया अधिकारी असपनाज ला हुकूम दीस कि राज-परिवार अऊ उच्च कुल के कुछू इसरायलीमन ला राजा के सेवा म लाने जावय— येमन अइसन जवान होवंय, जेमन के देहें निरदोस, सुन्दर होवय; ओमन म हर किसम के बात सीखे के योग्यता दिखय; बने जानकार होवंय; बात ला तुरते समझंय, अऊ ओमन म राजा के महल म सेवा करे के योग्यता होवय। राजा ह मुखिया ला हुकूम दीस कि ओह येमन ला बेबिलोनीमन के भासा अऊ साहित्य सिखावय। राजा ह हुकूम दीस कि ओकर खुद के जेवन अऊ मंद म ले ओमन ला हर दिन खाय-पीये बर दिये जावय। ओमन ला तीन बछर तक ट्रेनिंग दिये जावय, अऊ ओकर बाद ओमन ला राजा के सेवा म लाने जावय।
जऊन मन चुने गे रिहिन, ओमन म कुछू यहूदा के बंस के रिहिन: दानिएल, हननयाह, मिसाएल अऊ अजरयाह। मुखिया अधिकारी ह ओमन ला नवां नांव दीस: दानिएल ला बेलतसस्सर, हननयाह ला सदरक, मिसाएल ला मेसक अऊ अजरयाह ला अबेदनगो नांव दीस।
पर दानिएल ह ठान लीस कि ओह राजसाही जेवन अऊ मंद के दुवारा अपनआप ला असुध नइं करही, अऊ ये किसम ले अपनआप ला असुध नइं करे बर ओह मुखिया अधिकारी ले अनुमति मांगिस। परमेसर ह अधिकारी के मन ला अइसने कर दीस कि ओह दानिएल ऊपर दया अऊ सहानुभूति दिखावय, 10 पर अधिकारी ह दानिएल ला कहिस, “मोला अपन परभू राजा के डर हवय, जऊन ह तुम्हर खाय-पीये के चीजमन ला ठहिराय हवय। अइसने झन होवय कि ओह तुमन ला तुम्हर उमर के आने जवानमन ले कमजोर देखय, अऊ तब तुम्हर कारन, राजा ह मोला मार डारय।”
11 तब दानिएल ह ओ पहरेदार ले कहिस, जऊन ला मुखिया अधिकारी ह दानिएल, हननयाह, मिसाएल अऊ अजरयाह के देखभाल करे बर ठहिराय रिहिस, 12 “किरपा करके तेंह दस दिन तक अपन सेवकमन ला परखके देख: हमन ला खाय-पीये बर सिरिप साकाहारी भोजन अऊ पानी के अलावा कुछू अऊ झन दे। 13 तब हमर देहें ले ओ जवानमन के तुलना करे जावय, जऊन मन राजसाही भोजन खाथें, अऊ ओकर बाद जऊन कुछू तोला दिखय, ओकर मुताबिक अपन सेवकमन संग बरताव कर।” 14 पहरेदार ह ओकर बात ला मान लीस अऊ ओह दस दिन तक ओमन ला परखके देखिस।
15 दस दिन के बाद, ओमन ओ जवानमन ले जादा स्वस्थ अऊ पुस्ट दिखिन, जऊन मन राजसाही भोजन खावत रिहिन। 16 एकरसेति पहरेदार ह ओमन बर ठहिराय उत्तम भोजन अऊ मंद ला हटा लीस अऊ बदले म, ओमन ला साकाहारी भोजन दीस।
17 ये चारों जवान ला परमेसर ह जम्मो किसम के साहित्य अऊ विद्या के गियान अऊ समझ दीस। अऊ दानिएल ह जम्मो किसम के दरसन अऊ सपना ला समझ लेवत रिहिस।
18 तब जतेक समय बाद, राजा ह ओ जवानमन ला अपन सेवा म लाने बर कहे रिहिस, ओ समय पूरा होय के बाद, मुखिया अधिकारी ह ओमन ला नबूकदनेसर के आघू म लानिस। 19 राजा ह ओ जवानमन ले बातचीत करिस अऊ ओह दानिएल, हननयाह, मिसाएल अऊ अजरयाह के बराबर अऊ कोनो जवान ला नइं पाईस; एकरसेति ओमन राजा के सेवा म चुन लिये गीन। 20 बुद्धि अऊ समझ के हर बात म, राजा ह ओमन ले जतेक सवाल करिस, ओमा ओमन राजा के जम्मो राज के सब जादूगर अऊ टोनहामन ले दस गुना जादा बने पाय गीन।
21 अऊ दानिएल ह कुसरू राजा के राज के पहिले बछर तक उहां सेवा करते रिहिस।

*1:2 इबरानी म सिनार

1:2 देखव 2 इति 36:7