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सीनय पहाड़ म दरसन
इसरायलीमन के मिसर देस ले निकले के तीसरा महिना के ठीक पहिला दिन ओमन सीनय के सुन्ना जगह म आईन। रपीदीम ले आघू बढ़े के बाद, ओमन सीनय के सुन्ना जगह म हबरिन अऊ इसरायलीमन उहां पहाड़ के आघू म डेरा डालिन।
तब मूसा ह ऊपर पहाड़ म परमेसर करा गीस, अऊ यहोवा ह पहाड़ ले ओला बलाके कहिस, “तें याकूब के संतान अऊ इसरायल के मनखेमन ला ये बात बता: ‘तुमन खुद देखे हवव कि मेंह मिसर देस के का हाल करेंव, अऊ कइसे तुमन ला गिधवा सहीं डेना म बईठाके अपन करा लानेंव। अब यदि तुमन मोर गोठ ला पूरा मानहू, अऊ मोर करार ला बनाय रखहू, त जम्मो जाति के मनखेमन म तुमन मोर कीमती निज भाग होहू। हालाकि जम्मो धरती ह मोर अय, तुमन मोर बर पुरोहितमन के एक राज अऊ एक पबितर जाति होहू।’ ये बात तेंह इसरायलीमन ले कह।”
तब मूसा ह वापिस गीस अऊ मनखेमन के अगुवामन ला बलाईस अऊ ओ जम्मो बात ओमन के आघू म रखिस, जेला कहे के हुकूम यहोवा ह ओला दे रिहिस। तब जम्मो मनखेमन एके संग जबाब दीन, “हमन ओ जम्मो काम करबो, जेला यहोवा ह कहे हवय।” मूसा ह मनखेमन के ये बात वापिस जाके यहोवा ला बताईस।
यहोवा ह मूसा ला कहिस, “देख, मेंह एक ठन घिटके बादर म होके तोर करा आहूं अऊ तोर ले गोठियाहूं, अऊ मनखेमन मोला तोर ले बात करत सुनहीं अऊ हमेसा तोर ऊपर भरोसा करहीं।” तब मूसा ह मनखेमन के कहे बात यहोवा ला सुनाईस।
10 अऊ यहोवा ह मूसा ला कहिस, “मनखेमन करा जा अऊ ओमन ला आज अऊ कल पबितर कर। ओमन अपन-अपन कपड़ा ला धोवंय 11 अऊ तीसर दिन तियार रहंय, काबरकि ओ दिन यहोवा ह जम्मो मनखेमन के देखत म सीनय पहाड़ म उतरही। 12 तेंह मनखेमन बर पहाड़ के चारों कोति एक सीमना बना देबे अऊ ओमन ला कहिबे, ‘सावधान रहव अऊ कोनो पहाड़ करा झन जावय अऊ न ही कोनो ओकर सीमना ला छुवय। जऊन कोनो पहाड़ ला छुवय, ओह मार डारे जावय। 13 ओला पथरवाह करे जाही या तीर चलाके ओला मार डारे जाही; कोनो ओ मनखे ला झन छुवंय। चाहे ओह मनखे होवय या पसु, ओला जिंदा नइं छोंड़े जावय।’ जब तुरही फूंके के लम्बा अवाज सुनई दीही, तब मनखेमन पहाड़ के लकठा म आवंय।”
14 तब मूसा ह पहाड़ ले उतरके मनखेमन करा गीस अऊ ओमन ला पबितर करिस, अऊ ओमन अपन-अपन कपड़ा ला धोईन। 15 तब मूसा ह मनखेमन ला कहिस, “अपनआप ला तीसर दिन बर तियार करव; कोनो माईलोगन संग झन सुतहू।”
16 तीसर दिन के बिहनियां बादर गरजिस अऊ बिजली चमकिस; पहाड़ ऊपर कारी घटा छा गीस, अऊ तुरही के तेज अवाज सुनई दीस। डेरा म जम्मो झन कांपे लगिन। 17 तब मूसा ह परमेसर ले भेंट कराय बर मनखेमन ला डेरा ले बाहिर ले आईस, अऊ ओमन पहाड़ के खाल्हे म ठाढ़ हो गीन। 18 सीनय पहाड़ ह धुआं ले भर गे रिहिस, काबरकि यहोवा ह आगी म होके उहां उतरे रिहिस। धुआं ह अइसे ऊपर उठत रिहिस, जइसे कोनो भट्ठी ले धुआं उठथे, अऊ पूरा पहाड़ ह बहुंत जोर से कांपे लगिस। 19 जब तुरही के अवाज ह तेज होवत गीस, त मूसा ह गोठियाईस अऊ परमेसर के अवाज ह ओकर जबाब दीस।
20 यहोवा ह सीनय पहाड़ के ऊपर म उतरिस अऊ मूसा ला पहाड़ के ऊपर म बलाईस, त मूसा ह ऊपर गीस 21 अऊ यहोवा ह ओला कहिस, “उतरके खाल्हे जा अऊ मनखेमन ला चेता दे ताकि ओमन यहोवा ला देखे बर अपन सीमना ला झन लांघंय, नइं तो बहुंते झन नास हो जाहीं। 22 अऊ त अऊ जऊन पुरोहितमन यहोवा करा आथें, ओमन घलो अपनआप ला जरूर पबितर करंय, नइं तो यहोवा के कोप ओमन ऊपर घलो भड़कही।”
23 मूसा ह यहोवा ला कहिस, “मनखेमन सीनय पहाड़ ऊपर नइं आ सकंय, काबरकि तेंह खुद ये कहिके हमन ला चेताय हस, ‘पहाड़ के चारों कोति सीमना बांध दे अऊ पबितर रूप म येला अलग रख।’ ”
24 यहोवा ह जबाब दीस, “तेंह खाल्हे जा अऊ अपन संग हारून ला ऊपर लेके आ। पर पुरोहित अऊ मनखेमन यहोवा करा ऊपर आय बर सीमना ला झन लांघंय, नइं तो ओकर कोप ह ओमन ऊपर भड़कही।”
25 तब मूसा ह खाल्हे उतरके मनखेमन ला यहोवा के कहे जम्मो बात ला बताईस।