34
जाति-जाति के मनखेमन के बिरूध नियाय
हे जाति-जाति के मनखेमन, लकठा म आवव अऊ सुनव;
हे मनखेमन, धियान देके सुनव!
धरती अऊ जऊन कुछू ओमा हवय,
संसार अऊ जऊन कुछू ओमा ले निकलके आथे, जम्मो के जम्मो सुनव!
यहोवा सब जाति के मनखेमन ऊपर रिस करत हवय,
ओकर कोप ह ओमन के जम्मो सेना ऊपर हवय।
ओह ओमन ला पूरा नास कर दीही,
ओह ओमन के हतिया करे बर दे दीही।
ओमन के मारे गय मनखेमन ला बाहिर फेंक दिये जाही,
ओमन के लास ले दुरगंध आही;
पहाड़मन ओमन के लहू ले गीला हो जाहीं।
अकास के जम्मो तारामन खतम हो जाहीं
अऊ अकास ला कागज सहीं लपेटे जाही;
जइसन अंगूर के नार के पानमन मुरझाके
अऊ अंजीर रूख ले अंजीरमन सिकुड़के गिर जाथें,
वइसन ही जम्मो तारा मंडल गिर जाहीं।
 
मोर तलवार ह अकास म पीके छक गे हवय;
देखव, येह नियाय बर एदोम ऊपर उतरत हे,
ओ मनखे, जेमन ला मेंह पूरा नास कर दे हंव।
यहोवा के तलवार लहू ले भर गे हे,
येह चरबी ले ढंक गे हवय—
मेढ़ा-पीला अऊ बोकरामन के लहू ले,
मेढ़ामन के गुरदा के चरबी ले भरे हवय।
काबरकि बोसरा नगर म यहोवा बर एक बलिदान
अऊ एदोम देस म बड़े मारकाट करे गे हवय।
ओमन के संग जंगली बईलामन,
बछवामन अऊ बड़े सांड़मन ला काटे जाही।
ओमन के देस ह खून ले भीग जाही,
अऊ धुर्रा ह चरबी ले भर जाही।
 
काबरकि पलटा लेय बर यहोवा मेर एक दिन हवय,
सियोन के मामला ला उठाय बर, पलटा लेय के एक बछर हवय।
एदोम के सोतामन ढलान म बदल जाहीं,
अऊ ओकर धुर्रा ह बरत गंधक म;
ओकर भुइयां ह बरत ढलान बन जाही!
10 येह रात अऊ दिन नइं बुताही;
येकर धुआं हर समय उठत रहिही।
पीढ़ी-पीढ़ी तक येह उजाड़ परे रहिही;
कोनो ओमा ले होके फेर कभू नइं जाहीं।
11 मरू-भुइयां के उल्लू अऊ चीखनेवाला उल्लू ओमा निवास करहीं;
उहां बड़े उल्लू अऊ कऊआ बसेरा करहीं।
परमेसर ह एदोम ऊपर
गड़बड़ी के नापे के डोरी
अऊ सुन्नापन के नापे के बाट ला तानही।
12 ओकर परभावसाली मनखेमन करा उहां अइसे कुछू नइं होही, जेला राजा के राज कहे जा सकय,
ओकर सब हाकिममन के अन्त हो जाही।
13 ओकर महलमन म कंटिला रूख,
अऊ ओकर गढ़मन म बिच्छू पऊधा अऊ झाड़ीमन उगहीं।
ओह सियारमन के डेरा,
अऊ उल्लूमन के घर हो जाही।
14 उहां मरू-भुइयां के जन्तुमन हुंर्रामन संग बसहीं,
अऊ जंगली बोकरामन एक-दूसर ला बलाहीं;
उहां रथिया के जीवमन घलो अराम करहीं
अऊ अपन बर अराम करे के जगह बना लीहीं।
15 उहां घुघवा ह खोंधरा बनाही अऊ अंडा दीही,
अंडा ले पीलामन निकलहीं, अऊ ओह अपन डेनामन के आड़ म
ओ पीलामन के देखभाल करही;
उहां बाज चिरईमन घलो
अपन-अपन जोड़ीदार के संग जूरहीं।
16 यहोवा के किताब म देखव अऊ पढ़व:
येमा के एको ठन घलो बात पूरा होय बिगर नइं रहय,
कोनो ला अपन जोड़ीदार के कमी नइं होही।
काबरकि येह यहोवा के मुहूं अय, जऊन ह हुकूम देय हवय,
अऊ ओकर आतमा ह ओमन ला इकट्ठा करे हवय।
17 ओही ह ओमन के भाग ला बांटथे;
ओह अपन हांथ ले नापके ओमन ला बांट देथे।
ओमन येला हमेसा बर अपन अधिकार म ले लीहीं
अऊ पीढ़ी-पीढ़ी तक उहां निवास करहीं।