48
ढीठ इसरायल
“हे याकूब के संतानमन, ये बात ला सुनव,
तुमन जेमन ला इसरायल के नांव ले बलाय जाथे
अऊ यहूदा के कतार म ले आथव,
तुमन जऊन मन यहोवा के नांव के सपथ लेथव
अऊ इसरायल के परमेसर के दुहाई देथव—
पर सच्चई या धरमीपन म नइं—
तुमन जेमन अपनआप ला पबितर सहर के नागरिक बताथव
अऊ इसरायल के परमेसर ऊपर भरोसा रखे के घोसना करथव—
सर्वसक्तिमान यहोवा ओकर नांव अय:
बहुंत पहिले मेंह पहिले के बातमन ला बताय हंव,
मोर मुहूं ह ओमन के घोसना करिस अऊ मेंह ओमन ला परगट करेंव;
तब अचानक मेंह काम करेंव, अऊ ओ बातमन सच म होईन।
काबरकि मेंह जानत रहेंव कि तुमन कतेक ढीठ रहेव;
अऊ तुम्हर घेंच के मांस-पेसीमन लोहा सहीं रिहिन,
अऊ तुम्हर माथा ह कांसा के सहीं रिहिस।
एकर कारन बहुंत पहिले, मेंह ये बातमन ला तुमन ला बताएंव;
ओमन के होय के पहिली, मेंह तुमन ला ओमन के घोसना कर दे रहेंव
ताकि तुमन ये झन कह सकव,
‘येह हमर देवता के काम अय;
मोर लकरी के मूरती अऊ धातु के देवता के हुकूम ले येह होईस।’
तुमन ये बातमन ला सुने हवव; ओ जम्मो चीज ला देखव।
का तुमन ओमन ला स्वीकार नइं करहू?
 
“अब ले मेंह तोला नवां-नवां बात
अऊ गुपत के बातमन ला बताहूं, जेमन ला तेंह नइं जानस।
ओमन अभी सिरजे गे हवंय, बहुंत पहिले ले नइं;
आज ले पहिली तेंह ओमन के बारे सुने घलो नइं रहे।
एकरसेति तें ये नइं कह सकस,
‘हव, में ओमन के बारे म जानत रहेंव।’
तेंह ओमन के बारे न तो सुने, अऊ न ही समझे हस;
पुराना समय ले, तोर कानमन ला नइं खोले गे रिहिस।
काबरकि मेंह जानत रहेंव कि तेंह कतेक बिसवासघाती अस;
तोला जनम ले ही बिदरोही कहे गे रिहिस।
अपन नांव बर मेंह कोप करे म देरी करथंव;
अपन महिमा बर मेंह येला तोर ले रोके रखथंव,
अइसन झन होवय कि मेंह तोला पूरा मेटा डारंव।
10 देख, मेंह तोला साफ करे हंव, हालाकि चांदी के सहीं नइं;
मेंह दुख के भट्ठी म तोला परखे हंव।
11 अपन हित म, हव, अपनेच हित म, मेंह ये करत हंव।
मेंह अपनआप ला बदनाम कइसे कर सकत हंव?
में अपन महिमा दूसर ला नइं देवंव।
इसरायल सुतंतर होईस
12 “हे याकूब, हे इसरायल,
जेला मेंह बलाय हंव, मोर बात सुन:
मेंह ओही अंव;
मेंह ही सुरू अऊ में ही आखिरी अंव।
13 मोर खुद के हांथ ह धरती के नीव डारिस,
अऊ मोर जेवनी हांथ ह अकास ला बगराईस;
जब में ओमन ला बलाथंव,
त ओमन एक संग ठाढ़ हो जाथें।
 
14 “तुमन सब के सब एक संग आवव, अऊ सुनव:
मूरतीमन ले कोन ह ये बातमन ला पहिले ले बताईस?
यहोवा के चुने संगी ह
बेबिलोन के बिरूध ओकर उदेस्य ला पूरा करही;
ओकर हांथ ह बेबिलोनीमन*या कसदीमन; पद 20 म घलो के बिरूध उठही।
15 में, हव, मेंह कहे हंव;
हव, मेंह ओला बलाय हंव।
मेंह ओला लानहूं,
अऊ ओह अपन उदेस्य म सफल होही।
16 “मोर लकठा म आके ये बात ला सुनव:
“सुरू ले लेके अब तक के घोसना म कोनो बात मेंह गुपत म नइं कहेंव;
जब येह होथे, तब में उहां हंव।”
 
अऊ अब परमपरधान यहोवा ह मोला पठोय हवय,
अऊ अपन आतमा ले मोला भर दे हवय।
 
17 यहोवा, तोर छुड़इया,
इसरायल के पबितर परमेसर ह ये कहत हे:
“मेंह यहोवा तुम्हर परमेसर अंव,
जऊन ह तोला ओ बात सिखोथे, जऊन ह तोर बर सबले बने अय,
अऊ तोला ओ डहार दिखाथे, जेमा तोला जाना चाही।
18 कहूं तें मोर हुकूम ला धियान देय रहिते,
तब तोर सांति ह नदी सहीं,
अऊ तोर अच्छई ह समुंदर के लहरा सहीं होतिस।
19 तोर संतानमन बालू के सहीं होतिन,
अऊ तोर लइकामन येकर अनगिनत दाना सहीं होतिन;
ओमन के नांव मोर आघू ले न कभू मिटाय जातिस
न कभू नास करे जातिस।”
 
20 बेबिलोन ला छोंड़ दव,
बेबिलोनीमन ले भाग जावव!
आनंद के जय-जयकार करत ये बात के घोसना करव,
अऊ येकर परचार करव।
धरती के छोर तक येला भेजव,
अऊ कहव, “यहोवा ह अपन सेवक याकूब ला छोंड़ाय हवय।”
21 जब यहोवा ह अपन मनखेमन ला मरू-भुइयां म ले होके ले गीस,
तब ओमन ला पीयास नइं लगिस;
ओह ओमन बर चट्टान म ले पानी निकालिस;
ओह चट्टान ला फोर दीस
अऊ पानी के तेज धारा निकलिस।
 
22 “दुस्टमन बर कुछू सांति नइं ए,” यहोवा ह कहिथे।

*48:14 या कसदीमन; पद 20 म घलो