60
सियोन के महिमा
1 “उठ, चमकदार हो; काबरकि तोर अंजोर ह आय हवय,
अऊ यहोवा के महिमा तोर ऊपर उदय होवत हे।
2 देख, धरती ऊपर अंधियार
अऊ राज-राज के मनखेमन ऊपर बिरबिट अंधियार छावत हे,
पर तोर ऊपर यहोवा उदय होवत हे
अऊ ओकर तेज तोर ऊपर परगट होवत हे।
3 जाति-जाति के मनखेमन तोर मेर अंजोर बर,
अऊ राजामन तोर बिहान के अंजोर कोति आहीं।
4 “अपन चारों कोति आंखी उठाके देख:
सब के सब इकट्ठा होके तोर मेर आवत हें;
तोर बेटामन दूरिहा ले आवत हें,
अऊ तोर बेटीमन ला गोद म उठाके लाय जावत हे।
5 तब तें देखबे अऊ तें चमकबे,
तोर हिरदय ह धड़कही अऊ आनंद ले भर जाही;
समुंदर के धन-संपत्ति तोर मेर लाय जाही,
तोर मेर देस-देस के धन-संपत्ति आही।
6 तोर देस ह ऊंटमन के झुंड ले भर जाही,
मिदयान अऊ एपा देसमन के जवान ऊंटमन आहीं।
अऊ सेबा के जम्मो झन
सोन अऊ खुसबू बर धूप लेके आहीं
अऊ यहोवा के गुन गावत आहीं।
7 केदार छेत्र के पसुमन के झुंड ला तोर मेर इकट्ठा करे जाही,
नबायोत छेत्र के मेढ़ामन तोर सेवा-टहल के काम म आहीं;
ओमन ला मोर बेदी म भेंट के रूप म गरहन करे जाही,
अऊ में अपन सोभायमान मंदिर ला सजाहूं।
8 “येमन कोन अंय, जेमन बादर सहीं,
अपन खोड़रा कोति पंड़की सहीं उड़त आवत हें?
9 सच म द्वीपमन मोर रसता देखथें;
आघू म तरसीस के पानी जहाजमन हवंय,
ओमन तोर लइकामन ला दूरिहा ले
ओमन के सोन अऊ चांदी समेत लेके आवत हें,
ताकि यहोवा तोर परमेसर,
इसरायल के पबितर परमेसर के आदर होवय,
काबरकि ओह तोला सोभायमान करे हवय।
10 “परदेसीमन तोर सहर के दीवार ला फेर बनाहीं,
अऊ ओमन के राजामन तोर सेवा-टहल करहीं।
हालाकि मेंह रिस म आके तोला दुख देय रहेंव,
पर अब खुस होके मेंह तोर ऊपर दया करहूं।
11 तोर दुवारमन हरदम खुला रहिहीं,
दिन अऊ रात ओमन कभू बंद नइं होहीं,
ताकि मनखेमन जाति-जाति के मनखेमन के धन-संपत्ति तोर मेर लानंय—
ओमन के राजामन ला बंदी बनाके बिजयी जुलूस म लाने जावय।
12 काबरकि जऊन जाति या राज के मन तोर सेवा नइं करहीं, ओमन नास हो जाहीं;
हां, अइसन जाति के पूरा सतियानास हो जाही।
13 “लबानोन के वैभव तोर मेर आही,
सनोवर, देवदार अऊ गोपेर के रूखमन ला
मोर पबितर-स्थान ला सजाय बर लाय जाही;
अऊ में अपन पांव बर ओ जगह ला महिमा दूहूं।
14 तोला दुख देवइयामन के लइकामन मुड़ नवाके तोर मेर आहीं;
ओ जम्मो जेमन तोला तुछ जानथें, ओमन तोर गोड़ तरी गिरके तोला दंडवत करहीं
अऊ ओमन तोला यहोवा के नगर,
इसरायल के पबितर परमेसर के सियोन कहिके बलाहीं।
15 “हालाकि तोला छोंड़ दिये गे हवय अऊ तोर ले घिन करे जाथे,
अऊ कोनो तोर म ले होके नइं जावंय,
पर मेंह तोला सदा के घमंड के चीज
अऊ पीढ़ी-पीढ़ी के मनखेमन बर आनंद के चीज ठहिराहूं।
16 तें जाति-जाति के मनखेमन के दूध पीबे
अऊ साही माईलोगनमन तोला दूध पीयाहीं।
तब तें जानबे कि में, यहोवा ह तोर उद्धारकर्ता,
तोर छुड़इया, याकूब के सक्तिसाली परमेसर अंव।
17 में कांसा के बदला सोन,
लोहा के बदला चांदी,
लकरी के बदला कांसा,
अऊ पथरा के बदला लोहा लानहूं।
में सांति ला तोर हाकिम
अऊ अच्छई ला तोर सासन करइया ठहिराहूं।
18 तोर देस म फेर कभू हिंसा के बात
अऊ तोर सीमना के भीतर उतपात या बिनास के चरचा नइं सुनई पड़ही,
पर तें अपन सहर के दीवारमन के नांव उद्धार
अऊ अपन सहर के दुवारमन के नांव परसंसा रखबे।
19 दिन म सूरज ह फेर तोर अंजोर नइं होही,
अऊ न ही चंदा के अंजोर तोर ऊपर फेर चमकही,
काबरकि यहोवा ह तोर सदा के अंजोर,
अऊ तोर परमेसर ह तोर सोभा ठहिरही।
20 तोर सूरज फेर कभू नइं बुड़ही,
अऊ न ही तोर चंदा के अंजोर फेर कभू कम होही;
यहोवा ह तोर सदा के अंजोर होही,
अऊ तोर दुख के दिनमन खतम हो जाहीं।
21 तब तोर मनखेमन सब के सब धरमी होहीं
अऊ देस ह हमेसा बर ओमन के अधिकार म होही।
ओमन मोर लगाय पऊधा
अऊ मोर हांथ के काम अंय,
येकर ले मोर महिमा परगट होही।
22 तुमन म छोटे ले छोटे ह एक हजार हो जाही,
अऊ सबले कमजोर ह एक बलवान जाति बन जाही।
मेंह यहोवा अंव;
सही समय म, मेंह येला तेजी से पूरा करहूं।”