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यरमियाह ला एक कुआं म डाल दिये जाथे
एक दिन मतान के बेटा सपतयाह, पसहूर के बेटा गदलयाह, सेलेमियाह के बेटा यूकल अऊ मलकियाह के बेटा पसहूर, यरमियाह के ये बात ला सुनिन, जेला ओह जम्मो मनखेमन ला कहत रिहिस, “यहोवा ह ये कहत हे: ‘जऊन कोनो ये सहर म रहिही, ओह तलवार, अकाल या महामारी ले मारे जाही; पर जऊन ह बेबिलोन के मनखेमन करा जाही, ओह जीयत रहिही। ओकर परान ह बांच जाही, अऊ जीयत रहिही।’ अऊ यहोवा ह ये कहत हे: ‘खचित ये सहर ला बेबिलोन के राजा के सेना के हांथ म कर दिये जाही अऊ राजा ह येकर ऊपर कब्जा कर लीही।’ ”
तब करमचारीमन राजा ले कहिन, “ये मनखे ला मार डालना चाही, काबरकि ये मनखे ह ये सहर म बांचे सैनिक अऊ जम्मो मनखेमन ला जऊन बात कहत हे, ओकर ले ओमन निरास होवत हें। ये मनखे ह मनखेमन के भलई नइं पर बुरई चाहत हे।”
राजा सिदकियाह ह जबाब दीस, “ओह तुम्हर हांथ म हवय; राजा तुम्हर बिरोध म कुछू नइं करय।”
एकरसेति ओमन यरमियाह ला लीन अऊ ओला राजा के बेटा मलकियाह के कुआं म डाल दीन, जऊन ह पहरेदार के अंगना म रहय। ओमन यरमियाह ला रस्सी के दुवारा कुआं म उतार दीन; ओ कुआं म पानी नइं रिहिस, सिरिप चीखला रिहिस, अऊ यरमियाह ह चीखला म बुड़े लगिस।
पर एबेद-मेलेक, एक कूसी मनखे, जऊन ह राजमहल म एक करमचारी*या कोचिया या हिजड़ा रिहिस, ये सुनिस कि ओमन यरमियाह ला कुआं म डाल दे हवंय। जब राजा ह बिनयामीन दुवार मेर बईठे रिहिस, त एबेद-मेलेक ह महल ले निकलके राजा करा गीस, अऊ ओला कहिस, “हे मोर मालिक, हे राजा, ओ मनखेमन यरमियाह अगमजानी के संग जऊन कुछू भी करे हवंय, बहुंत दुस्टता के काम करे हवंय। ओमन ओला एक कुआं म फटिक दे हवंय, जिहां ओह भूख के मारे मर जाही, काबरकि सहर म खाय बर कोनो रोटी नइं बचे हवय।”
10 तब राजा ह एबेद-मेलेक कूसी ला हुकूम दीस, “इहां ले तीस मनखे अपन संग ले अऊ यरमियाह अगमजानी ला ओ कुआं ले निकाल ले, येकर पहिले कि ओह मर जावय।”
11 एकरसेति एबेद-मेलेक मनखेमन ला अपन संग लीस अऊ महल म खजाना के खाल्हे एक कमरा म गीस। ओह उहां ले कुछू फटा-पुराना कपड़ा अऊ चेंदरी लीस अऊ ओमन ला रस्सीमन के दुवारा कुआं म यरमियाह करा उतार दीस। 12 तब एबेद-मेलेक कूसी ह यरमियाह ले कहिस, “ये फटा-पुराना कपड़ा अऊ चेंदरीमन ला अपन खंखोरीमन म गद्दी के सहीं रस्सी के ऊपर रख ले।” यरमियाह ह वइसने करिस, 13 अऊ ओमन यरमियाह ला रस्सी ले ऊपर खींचिन अऊ ओला कुआं ले बाहिर निकाल लीन। अऊ यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म रहे लगिस।
सिदकियाह ह फेर यरमियाह ले सवाल करथे
14 तब राजा सिदकियाह ह यरमियाह अगमजानी ला बलाय बर मनखे पठोईस अऊ ओला यहोवा के मंदिर के तीसर प्रवेस दुवार करा लानके ओकर ले कहिस, “मेंह तोर ले कुछू पुछे चाहत हंव,” “मोर ले कोनो बात झन छुपाबे।”
15 यरमियाह ह सिदकियाह ला कहिस, “यदि मेंह तोला कोनो जबाब दूहूं, त का तेंह मोला मार नइं डारबे? यदि मेंह तोला सलाह दूहूं घलो, तभो ले तेंह मोर बात ला नइं मानबे।”
16 पर राजा सिदकियाह ह अकेला म यरमियाह ले ये कसम खाईस, “यहोवा, जऊन ह हमन ला सांस दे हवय, ओकर जिनगी के कसम, न तो मेंह तोला मरवा डालहूं अऊ न ही मेंह तोला ओ मनखेमन के हांथ म सऊंपहूं, जऊन मन तोला मार डाले चाहत हें।”
17 तब यरमियाह ह सिदकियाह ले कहिस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेसर, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे: ‘यदि तेंह अपनआप ला बेबिलोन के राजा के अधिकारीमन के हांथ म कर देबे, त तोर परान ह बच जाही अऊ ये सहर ला जलाय नइं जाही; अऊ तें अऊ तोर परिवार जीयत रहिही। 18 पर कहूं तेंह अपनआप ला बेबिलोन के राजा के अधिकारीमन के हांथ म नइं करबे, त ये सहर ला बेबिलोन के मनखेमन के हांथ म कर दिये जाही अऊ ओमन येला जला दीहीं; अऊ तेंह खुद ओमन के हांथ ले बच नइं सकबे।’ ”
19 राजा सिदकियाह ह यरमियाह ले कहिस, “जऊन यहूदी मनखेमन बेबिलोन के मनखेमन करा गे हवंय, ओमन ले मेंह डरावत हंव, काबरकि बेबिलोन के मनखेमन मोला ओमन के हांथ म दे सकत हें अऊ ओमन मोर ले गलत बरताव करहीं।”
20 यरमियाह ह कहिस, “बेबिलोन के मनखेमन तोला ओमन के हांथ म नइं देवंय; जऊन कुछू मेंह तोर ले कहत हंव, वइसने करके यहोवा के बात ला मान। तब तोर भलई होही, अऊ तोर परान ह बच जाही। 21 पर यदि तेंह अपनआप ला ओमन ला नइं सऊंपबे, त जऊन बात यहोवा ह मोला बताय हवय, ओह ये अय: 22 यहूदा के राजा के महल म, जतेक माईलोगन बचे हवंय, ओमन ला बेबिलोन के राजा के करमचारीमन करा लाने जाही, अऊ ओ माईलोगनमन तोर ले कहिहीं:
“ ‘तोर भरोसा के संगवारीमन
तोला बहकाईन अऊ ओमन सफल होईन।
तोर गोड़मन चीखला म धंस गीन;
तोर संगवारीमन तोला छोंड़ दे हवंय।’
23 “तोर जम्मो घरवाली अऊ लइकामन ला बेबिलोन के मनखेमन करा लाने जाही। तेंह खुद ओमन के हांथ ले नइं बांचबे अऊ तेंह बेबिलोन के राजा के दुवारा बंदी बना लिये जाबे; अऊ ये सहर ला जला दिये जाही।”
24 तब सिदकियाह ह यरमियाह ला कहिस, “कोनो ला हमर ये बातचीत के बारे म झन बताबे, नइं तो तेंह मार डाले जाबे। 25 यदि करमचारीमन ये पता पाथें कि मेंह तोर ले बातचीत करे हंव, अऊ ओमन तोर करा आके पुछथें, ‘हमन ला बता कि तेंह राजा ला का कहय अऊ राजा ह तोला का कहिस; हमन ले कोनो बात झन छिपा, नइं तो हमन तोला मार डालबो,’ 26 तब तेंह ओमन ले कहिबे, ‘मेंह राजा ले बिनती करत रहेंव कि मोला योनातन के घर म मरे बर वापिस झन पठो।’ ”
27 तब जम्मो करमचारीमन यरमियाह करा आईन अऊ ओकर ले पुछिन, अऊ जइसने राजा ह ओला हुकूम देय रिहिस, वइसने ही ओह ओमन ला जबाब दीस। एकरसेति ओमन ओला अऊ कुछू नइं कहिन, काबरकि राजा के संग ओकर बातचीत ला कोनो नइं सुने रिहिन।
28 अऊ यरमियाह ह पहरेदार के अंगना म तब तक रिहिस, जब तक कि यरूसलेम सहर ऊपर कब्जा नइं कर लिये गीस।
यरूसलेम के पतन
ये किसम ले यरूसलेम ला ले लिये गीस:

*38:7 या कोचिया या हिजड़ा