14
“मनखेमन माईलोगन ले जनमथें,
ओमन थोरकन दिन के अंय अऊ ओमन के जिनगी ह दुख ले भरे रहिथे।
ओमन फूल कस फूलथें, अऊ फेर मुरझा जाथें;
ओमन तेजी ले ढरत छइहां कस अंय, अऊ टिके नइं रहंय।
का तेंह ओमन ऊपर अपन नजर डारबे?
का तेंह ओमन ला नियाय बर अपन आघू म लानबे?
कोन ह असुध चीज म ले सुध चीज ला निकाल सकत हे?
कोनो नइं!
मनखे के उमर के दिनमन ला निस्चित करे गे हवय;
तेंह ओकर महिनामन के संखिया के फैसला कर डारे हस
अऊ ओकर सिवाना ठहिराय हस जेकर आगे ओह नइं जा सकय।
एकरसेति जब तक ओह बनिहार कस अपन समय ला पूरा नइं कर लेवय,
ओकर ऊपर ले अपन नजर ला हटा ले अऊ ओला अकेला रहन दे।
 
“एक रूख बर कम से कम ये आसा रहिथे:
यदि येह काटे जावय, त येह फेर उलहोही,
अऊ येकर नवां पीका निकलई बंद नइं होही।
चाहे येकर जरीमन भुइयां म जुन्ना हो जावंय
अऊ येकर ठुड़गा ह माटी म सूखा जावय,
तभो ले पानी के गंध पाके येह उलहोही
अऊ एक पऊधा कस पीका निकालही।
10 पर मनखे ह मर जाथे अऊ खाल्हे म परे रहिथे;
ओकर परान निकल जाय के बाद ओह इहां नइं रहय।
11 जइसने झील के पानी ह घट जाथे
या नदी ह गरमी म सूखा जाथे,
12 वइसने ही मनखे ह लेटथे अऊ फेर नइं उठय;
जब तक अकासमन खतम नइं हो जाहीं, मनखे ह नइं जागही
या ओला नींद ले जगाय नइं जाही।
 
13 “कास! तेंह मोला कबर म लुकाके रखते
अऊ तब तक लुकाय रखते, जब तक कि तोर गुस्सा ह सांत नइं हो जातिस!
कास! तेंह मोर बर एक समय ठहिरा देते
अऊ तब मोला सुरता करते!
14 कहूं कोनो मनखे ह मर जावय, त का ओह फेर जीही?
अपन कठिन सेवा के जम्मो दिन म
जब तक मोर छुटकारा नइं हो जावय, मेंह अगोरत रहिहूं।
15 तेंह मोला बलाबे अऊ मेंह तोला जबाब दूहूं;
तेंह अपन हांथ ले रचे परानीमन के लालसा करबे।
16 खचित तब तेंह मोर कदम ला गनबे
पर मोर पाप के हिसाब नइं रखबे।
17 मोर अपराधमन थैली म मुहरबंद करे जाहीं;
तेंह मोर पाप ला ढांप देबे।
 
18 “पर जइसे पहाड़ ह गिरथे अऊ चूर-चूर हो जाथे
अऊ जइसे चट्टान ह अपन जगह ले हट जाथे,
19 जइसे पानी ह पथरामन ला घीस डारथे
अऊ पानी के धारा ह माटी ला बोहाके ले जाथे,
वइसे तेंह मनखे के आसा ला नास कर देथस।
20 तेंह ओमन ला हमेसा बर हरा देथस, अऊ ओमन चल देथें;
तेंह ओमन के चेहरा ला बदल देथस अऊ ओमन ला निकाल देथस।
21 यदि ओमन के लइकामन के सम्मान करे जाथे, त ओमन येला नइं जानंय;
यदि ओमन के संतानमन के बेजत्ती होथे, त ओमन येला नइं देख पावंय।
22 ओमन पीरा के अनुभव तो करथें पर सिरिप अपन देहें के पीरा,
अऊ ओमन सिरिप अपन बर सोक मनाथें।”