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1 जब जम्मो इसरायलीमन पूरा यरदन नदी के ओ पार चल दीन, त यहोवा ह यहोसू ला कहिस, 2 “मनखेमन के बीच ले बारह झन ला चुन, हर एक गोत्र ले एक मनखे, 3 अऊ ओमन ला कह कि ओमन यरदन नदी के मांझा ले, याने कि जिहां पुरोहितमन खड़े हवंय, उहां ले बारह ठन पथरा उठाके तोर संग चलंय अऊ ओ पथरामन ला उहां रख देवंय, जिहां तें आज रथिया पड़ाव डालबे।”
4 तब यहोसू ह ओ बारह मनखे ला एक संग बलाईस, जेमन ला ओह इसरायलीमन के हर एक गोत्र से छांटके ठहिराय रिहिस, 5 अऊ ओमन ला कहिस, “तुमन यहोवा अपन परमेसर के सन्दूक के आघू यरदन नदी के मांझा म जावव अऊ इसरायलीमन के गोत्र के गनती के मुताबिक एक-एक ठन पथरा अपन कंधा म उठावव; 6 ये पथरामन तुम्हर बीच म एक चिनहां ठहिरहीं। भविस्य म जब तुम्हर लइकामन तुमन ले ये पुछंय, ‘ये पथरामन के का मतलब ए?’ 7 त तुमन ओमन ला बतावव कि यरदन नदी के पानी ह यहोवा के करार के सन्दूक के आघू म दू भाग हो गे रिहिस। जब ओमन यरदन नदी ला पार करत रिहिन, तब नदी के पानी ह दू भाग हो गे रिहिस। ये पथरामन इसरायलीमन बर हमेसा बर एक स्मारक ठहिरहीं।”
8 इसरायलीमन यहोसू के ये हुकूम के मुताबिक करिन। जइसन यहोवा ह यहोसू ला कहे रिहिस, वइसन ओमन इसरायली गोत्रमन के गनती के मुताबिक बारह ठन पथरा यरदन के मांझा ले उठाईन, अऊ ओमन ला लानके अपन डेरा म रख दीन। 9 अऊ यरदन नदी के मांझा म, जिहां पुरोहितमन करार के सन्दूक ला उठाके खड़े रिहिन, ओ जगह के बारह ठन अऊ पथरा ला यहोसू ह स्थापित कर दीस। अऊ ओ पथरामन आज तक उहां हवंय।
10 अऊ पुरोहितमन सन्दूक ला उठाके यरदन नदी के मांझा म तब तक ठाढ़े रिहिन, जब तक कि ओ जम्मो काम पूरा नइं हो गीस, जऊन ला यहोवा ह यहोसू ला मनखेमन ला करे के हुकूम दे रिहिस, जइसे कि मूसा ह यहोसू ला निरदेस दे रिहिस। तब मनखेमन जल्दी से ओ पार चल दीन, 11 अऊ जतेक जल्दी जम्मो मनखेमन ओ पार चल दीन, ओकर तुरते यहोवा के सन्दूक अऊ पुरोहितमन घलो एक संग ओमन के देखत म ओ पार आ गीन। 12 रूबेनी, गादी अऊ मनस्से के आधा गोत्र के मनखेमन मूसा के कहे अनुसार लड़ई बर तियार होके आने इसरायलीमन के आघू-आघू पार हो गीन। 13 लगभग चालीस हजार सैनिकमन हथियार धरके लड़ई करे बर यहोवा के आघू-आघू यरीहो के मैदान म पहुंच गीन।
14 ओहीच दिन यहोवा ह जम्मो इसरायलीमन के नजर म यहोसू के आदर बढ़ाईस; अऊ जइसे ओमन मूसा के भय मानत रिहिन, वइसे ही ओमन यहोसू के भी भय ओकर जिनगी भर मानिन।
15 तब यहोवा ह यहोसू ला कहिस, 16 “करार कानून के सन्दूक ला जऊन पुरोहितमन उठाके ले जावत हें, ओमन ला हुकूम दे कि ओमन यरदन नदी ले निकल आवंय।”
17 तब यहोसू ह पुरोहितमन ला हुकूम दीस, “यरदन म ले निकलके ऊपर आवव।”
18 अऊ जइसने ही यहोवा के करार के सन्दूक उठानेवाला पुरोहितमन यरदन के मांझा म ले निकलके आईन, अऊ ओमन के गोड़ सूखा भुइयां म परिस, वइसने ही यरदन नदी के पानी अपन जगह में वापिस आ गीस; अऊ पहिले के सहीं भरके बहे लगिस।
19 ओ साल के पहिले महिना के दसवां दिन, मनखेमन यरदन नदी ले निकलके गीन अऊ यरीहो के पूरबी सीमना म गिलगाल नगर करा डेरा डालिन। 20 अऊ जऊन बारह ठन पथरा ओमन यरदन नदी ले लाने रिहिन, ओमन ला यहोसू ह गिलगाल म स्थापित कर दीस। 21 तब ओह इसरायलीमन ला कहिस, “भविस्य म, जब तुम्हर संतानमन अपन दाई-ददा ले पुछहीं, ‘ये पथरामन के का मतलब ए?’ 22 त ओमन ला बतावव, ‘इसरायलीमन यरदन नदी ला सूखा भुइयां म होके पार करे रिहिन।’ 23 काबरकि यहोवा तुम्हर परमेसर ह यरदन नदी ला तुम्हर आघू म सूखा दीस, जब तक कि तुमन नदी के ओ पार नइं चल देव। यहोवा तुम्हर परमेसर ह यरदन के पानी ला वइसने ही करिस, जइसने ओह लाल-समुंदर के पानी ला करे रिहिस, ओह ओला हमर आघू म तब तक सूखा दे रिहिस, जब तक कि हमन पार नइं हो गेंन। 24 ओह अइसने एकरसेति करिस ताकि धरती के जम्मो मनखेमन जानंय कि यहोवा के हांथ ह सक्तिसाली ए अऊ ये घलो कि तुमन हमेसा यहोवा अपन परमेसर के भय मानव।”