भजन-संहिता 16
दाऊद के एक मिकताम*संभवतः संगीत के एक सबद
हे मोर परमेसर, मोला सुरकछित रख,
काबरकि तोर करा मेंह सरन लेवत हंव।
 
मेंह यहोवा ले कहिथंव, “तेंह मोर परभू अस;
तोर छोंड़ मोर करा अऊ कोनो बने चीज नइं ए।”
ओ पबितर मनखे, जऊन मन देस म हवंय, ओमन के बारे मेंह कहिथंव,
“ओमन उत्तम मनखे अंय, जेमन म मोर जम्मो खुसी हवय।”
ओ मनखे, जऊन मन आने देवतामन के पाछू भागथें, ओमन के दुख बढ़ते ही जाही।
मेंह अइसन देवतामन ला लहू के अरपन नइं करंव
अऊ न ही मोर मुहूं ले ओमन के नांव लेवंव।
 
हे यहोवा, सिरिप तेंहीच ह मोर हिस्सा अऊ मोर कटोरा अस;
तेंह मोर हिस्सा ला सुरकछित रखथस।
सीमना रेखा ह मोर बर खुसी के जगह म पड़े हवय;
सही म मोर करा मनभावन बिरासत हवय।
मेंह यहोवा के परसंसा करहूं, जऊन ह मोला सलाह देथे;
अऊ त अऊ रथिया के बेरा घलो मोर मन ह मोला सिखोथे।
मोर आंखी ह हमेसा यहोवा ऊपर लगे रहिथे।
ओह मोर जेवनी हांथ कोति हवय, मेंह नइं डोलंव।
 
एकरसेति मोर मन ह खुस हवय अऊ मोर मुहूं ह आनंद मनाथे;
मोर देहें घलो चैन से अराम करही।
10 काबरकि तेंह मोला मरे मनखेमन के लोक म नइं छोंड़बे,
अऊ न ही अपन बिसवासयोग्य जनया पबितर जन ला तेंह सड़न देबे।
11 तेंह मोला जिनगी के रसता देखाथस;
तेंह अपन आघू म मोला आनंद ले भर देबे,
तोर जेवनी हांथ म अनंतकाल के खुसी रहिही।

*^ संभवतः संगीत के एक सबद

भजन-संहिता 16:10 या पबितर जन