*इबरानी म 39:1‑13 ला 39:2‑14 गने गे हवय
भजन-संहिता 39
संगीत निरदेसक बर। यदूतून बर। दाऊद के एक भजन।
मेंह अपन मन म कहेंव, “मेंह अपन चालचलन ऊपर धियान दूहूं
अऊ मोर जीभ ला पाप के बात ले दूरिहा रखहूं;
जब दुस्ट मनखेमन मोर आघू म होहीं,
त मेंह अपन मुहूं म लगाम लगाय रखहूं।”
एकरसेति मेंह एकदम चुप रहेंव,
इहां तक कि मेंह कोनो बने बात घलो नइं कहेंव।
पर मोर पीरा ह बढ़ गीस;
मोर हिरदय ह भीतरे-भीतर बरत रिहिस।
जब मेंह सोचत रहेंव, आगी ह भड़क उठिस;
तब मेंह अपन जीभ ले बोले लगेंव:
 
“हे यहोवा, मोला मोर जिनगी के अन्त ला देखा
अऊ मोर जिनगी के कतेक दिन बांचे हवय, मोला बता;
मोला बता कि मोर जिनगी कइसे तेजी से खतम होवथे।
तेंह मोर जिनगी के दिन ला सिरिप बीता भर कर दे हस;
मोर जिनगी के थोरकन बछरमन तोर आघू म कुछू नो हंय।
हर एक जन एक सांस के सहीं अय,
अऊ त अऊ ओमन घलो, जऊन मन सुरकछित जान पड़थें।
 
“खचित हर एक जन छइहां के सहीं एती-ओती फिरत रहिथें;
बेकार म ओमन भाग-दऊड़ करके धन जमा करत रहिथें,
ये जाने बिगर कि मरे के बाद ये धन ह काकर होही।
 
“पर अब, हे परभू, मेंह का चीज के डहार देखत हंव?
मोर आसा ह तोरेच ऊपर हवय।
मोला मोर जम्मो अपराध ले बचा ले;
मोला मुरूखमन के तिरस्कार के पात्र झन बना।
मेंह चुप रहेंव; अऊ अपन मुहूं नइं खोलेंव,
काबरकि तें अस ओ जन, जऊन ह येला करे हवय।
10 तेंह मोर ऊपर जऊन बिपत्ति डाले हस, ओला हटा ले;
तोर हांथ के मार ले मेंह कुछू करे के लईक नइं अंव।
11 जब तेंह कोनो मनखे ला ओकर पाप के कारन डांटथस अऊ दंड देथस,
त तेंह ओमन के धन-संपत्ति ला घूना खाय सहीं खतम कर देथस—
खचित हर एक जन जिनगी के एक सांस के सहीं अय।
 
12 “हे यहोवा, मोर पराथना ला सुन,
मदद बर मोर गोहार ला सुन;
मोर रोवई ला सुनके चुप झन रह।
मेंह एक परदेसी, एक अजनबी के सहीं तोर संग रहिथंव,
जइसे कि मोर जम्मो पुरखामन रिहिन।
13 एकर पहिले कि मेंह ये संसार ले चले जावंव अऊ खतम हो जावंव,
तेंह अपन कोप ला मोर ऊपर ले हटा ले, ताकि मेंह जिनगी के फेर आनंद उठा सकंव।”

*^ इबरानी म 39:1‑13 ला 39:2‑14 गने गे हवय