*इबरानी म 68:1‑35 ला 68:2‑36 गने गे हवय
भजन-संहिता 68
संगीत के निरदेसक बर। दाऊद के एक भजन। एक गीत।
परमेसर ह उठय, ओकर बईरीमन तितिर-बितिर हो जावंय;
ओकर बईरीमन ओकर आघू ले भाग जावंय।
तें ओमन ला धुआं के सहीं उड़ा दे—
जइसे मोम ह आगी के आंच ले टघलथे,
वइसे ही दुस्ट मनखेमन परमेसर के आघू म नास हो जावंय।
पर धरमी जन परमेसर के आघू म
खुस होवंय अऊ आनंद मनावंय;
ओमन खुसी मनावंय अऊ आनंदित होवंय।
 
परमेसर के गीत गावव, ओकर नांव के परसंसा के गीत गावव,
ओकर बहुंत परसंसा करव, जऊन ह बादर ऊपर सवारी करथेया ओकर बर रसता तियार करव, जऊन ह निरजन जगह म ले होके जाथे;
ओकर आघू म आनंद मनावव—ओकर नांव यहोवा ए।
परमेसर ह अपन पबितर निवास म हवय,
ओह अनाथमन बर एक ददा अऊ बिधवामन बर एक रकछा करइया ए।
परमेसर ह अकेला मनखे ला परिवार म बसाथे,
ओह कैदीमन ला गीत गवात अगुवई करथे;
पर बिदरोहीमन सूरज के गरमी ले झुलसत भुइयां म रहिथें।
 
हे परमेसर, जब तेंह अपन मनखेमन के आघू ले निकलय,
जब तेंह निरजन जगह ले होके चलय,
त धरती ह कांपिस, अकास ह बारिस भेजिस,
परमेसर, सीनय पहाड़ के परमेसर के आघू म,
परमेसर, इसरायल के परमेसर के आघू म।
हे परमेसर, तेंह बहुंत बारिस दे हस;
तेंह अपन थके-मांदे निज मनखेमन ला तरो-ताजा करे हस।
10 तोर मनखेमन येमा बस गे हवंय,
अऊ हे परमेसर, अपन उदारता से तेंह गरीबमन ला दे हस।
 
11 परभू ह बचन के घोसना करथे,
अऊ येला सुनानेवाली माईलोगनमन के एक बड़े सेना हो जाथे:
12 “राजा अऊ सेनामन जल्दबाजी म भागथें;
माईलोगनमन घर म लूट के सामान ला बांटथें।
13 अऊ त अऊ जब तुमन भेड़साला म सुतथव,
त मोर पंड़की के डेना म चांदी चढ़ाय जाथे,
अऊ येकर पांखीमन म चमकत सोन मढ़े जाथे।”
14 जब सर्वसक्तिमान परमेसर ह राजामन ला देस म तितिर-बितिर करिस,
त येह सलमोन पहाड़ म बरफ गिरे के सहीं रिहिस।
 
15 बासान पहाड़, सानदार पहाड़,
बासान पहाड़ उबड़-खाबड़ पहाड़,
16 हे उबड़-खाबड़ पहाड़, तेंह ओ पहाड़ ला
टकटकी लगाके काबर देखत हस, जेला परमेसर ह राज करे बर चुने हे,
जिहां यहोवा ह खुद सदाकाल बर निवास करही?
17 परमेसर के रथमन बीस हजार
अऊ हजारों-हजार हवंय;
परभू ह सीनय पहाड़ ले अपन पबितर-स्थान म आय हवय।मूल इबरानी म परभू ह पबितरता म ओमन के बीच सीनय म हवय
18 जब तेंह ऊंचहा जगह म गय,
त तेंह अपन संग बहुंत बंधुवामन ला ले गय;
तोला मनखेमन ले उपहार मिलिस,
अऊ त अऊ बिदरोहीमन ले घलो उपहार मिलिस—
कि हे यहोवा परमेसर, तें उहां निवास कर।
 
19 परभू, परमेसर हमर उद्धारकर्ता के परसंसा होवय,
जऊन ह हर दिन हमर बोझा ला उठाथे।
20 हमर परमेसर ह ओ परमेसर अय, जऊन ह हमन ला बचाथे;
मिरतू ले बचाव परमपरधान यहोवा ले ही आथे।
21 खचित परमेसर ह अपन बईरीमन के मुड़ ला कुचरही,
ओमन के बालवाले मुड़मन ला कुचरही, जऊन मन पाप करत रहिथें।
22 परभू ह कहिथे, “मेंह ओमन ला बासान ले लानहूं;
मेंह ओमन ला समुंदर के गहरई ले लानहूं,
23 कि तें अपन बईरीमन के खून म चलके जा सकस,
अऊ तोर कुकुरमन ला ओमन के बांटा खाय बर मिलय।”
 
24 हे परमेसर, तोर जुलूस ला देखे गे हवय,
ओ जुलूस, जऊन ह मोर परमेसर अऊ मोर राजा के अय अऊ जऊन ह पबितर-स्थान म जावत हे।
25 आघू-आघू गवइयामन अऊ ओमन के पाछू बाजावाले हवंय;
ओमन के संग जवान माईलोगनमन खंजरी बजात हवंय।
26 बड़े सभा म परमेसर के परसंसा करव;
इसरायल के सभा म यहोवा के परसंसा करव।
27 बिनयामीन के छोटे गोत्र ह ओमन के अगुवई करत हे,
उहां यहूदा के राजकुमारमन के बड़े झुंड हवय,
अऊ उहां जबूलून अऊ नपताली के राजकुमारमन हवंय।
 
28 हे परमेसर, अपन सामर्थ ला देखा;
हे हमर परमेसर, हमन ला अपन ताकत देखा, जइसे कि तेंह पहिले करे हस।
29 यरूसलेम म तोर मंदिर के कारन
राजामन तोर बर भेंट लेके आहीं।
30 नरकट म रहत जंगली पसुमन ला,
देस-देस के बछरूमन के बीच सांड़मन के झुंड ला डांट-फटकार।
नम्र होके, ओ जंगली पसुमन चांदी के छड़ लानंय।
देस-देस के ओ मनखेमन ला तितिर-बितिर कर दे, जऊन मन लड़ई ले खुस होथें।
31 दूतमन मिसर देस ले आहीं;
कूस§नील के ऊपरी इलाका ह अपनआप ला परमेसर के अधीन कर दीही।
 
32 हे धरती के राजमन, परमेसर के गीत गावव,
परभू के परसंसा के गीत गावव,
33 ओकर परसंसा करव, जऊन ह सनातन स्वरग, सबले ऊंच स्वरग म सवारी करथे,
जऊन ह तेज अवाज म गरजथे।
34 परमेसर के सामर्थ के घोसना करव,
जेकर वैभव इसरायल ऊपर हवय,
जेकर सामर्थ स्वरग म हवय।
35 हे परमेसर, तेंह अपन पबितर-स्थान म अद्भूत अस;
इसरायल के परमेसर ह अपन मनखेमन ला सामर्थ अऊ बल देथे।
 
परमेसर के परसंसा होवय!

*^ इबरानी म 68:1‑35 ला 68:2‑36 गने गे हवय

भजन-संहिता 68:4 या ओकर बर रसता तियार करव, जऊन ह निरजन जगह म ले होके जाथे

भजन-संहिता 68:17 मूल इबरानी म परभू ह पबितरता म ओमन के बीच सीनय म हवय

§भजन-संहिता 68:31 नील के ऊपरी इलाका