*इबरानी म 140:1‑13 ला 140:2‑14 गने गे हवय
भजन-संहिता 140
संगीत के निरदेसक बर दाऊद के एक भजन।
हे यहोवा, मोला दुस्ट काम करइयामन ले छुड़ा;
हिंसा करइयामन ले मोला बचा,
जऊन मन अपन मन म दुस्ट काम करे के योजना बनाथें
अऊ हर दिन लड़े बर भड़कावत रहिथें।
ओमन के बोलई ह सांप के काटे सहीं अय;
ओमन के ओंठ म करैत सांप के जहर हवय।
 
हे यहोवा, दुस्ट मनखेमन के हांथ ले मोर रकछा कर;
हिंसक मनखेमन ले मोला बचा,
जऊन मन मोर पांव म चोट पहुंचाय के योजना बनाय हवंय।
घमंडी मनखेमन मोला फंसाय बर फांदा छुपाय हवंय;
ओमन अपन जाल के डोर ला बिछाय हवंय
अऊ मोर रसता म मोर बर फांदा लगाय हवंय।
 
मेंह यहोवा ले कहिथंव, “तेंह मोर परमेसर अस।”
हे यहोवा, दया के मोर पुकार ला सुन।
हे परमपरधान यहोवा, तेंह सामर्थी छुड़ानेवाला अस,
तेंह लड़ई के दिन म मोर मुड़ के ढाल बनथस।
हे यहोवा, दुस्टमन के ईछा ला पूरा झन कर;
ओमन के योजना ला सफल झन होवन दे।
 
जऊन मन मोला चारों कोति ले घेरे हवंय अऊ घमंड से मुड़ उठाय हवंय;
ओमन के मुहूं के दुस्टता के बात ओहीचमन ला खा जावय।
10 बरत कोइला ओमन ऊपर गिरय;
ओमन ला आगी म झोंके जावय,
ओमन चीखला ले भरे खंचवा म फटिक दिये जावंय, जिहां ले ओमन कभू उठ नइं सकंय।
11 निन्दा करइयामन देस म स्थापित झन होवंय;
हिंसा करइयामन ऊपर बिपत्ति पड़य।
 
12 मेंह जानथंव कि यहोवा ह गरीब-दुखीमन के नियाय करथे
अऊ जरूरतमंद के मामला ला संभालथे।
13 खचित धरमीमन तोर नांव के परसंसा करहीं
अऊ ईमानदारमन तोर आघू म रहिहीं।

*^ इबरानी म 140:1‑13 ला 140:2‑14 गने गे हवय