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बाक जो नियम नीनी आंदरी समझुसोद आद अव ईव हुव: याग नीव यातोवारा इब्री दास उक कोंडीर, आग आव आर साल ताका स्यावा माळतेला ईरूल. अगर आव आबना बंदान, रा आबना अच होटोगुल; अगर हिंग्स उन सांगुळ बंदान, रा आऊन सांगुळ आऊन हिंग्स भी होटोगुल. 21:4 लैव्यव्यवस्था 25:44अगर आऊन स्वामी आऊक हिंग्स उक कोटान अदिक आकिन से आऊन पारगोळ अदिक पोरगोळ पैदा आग्यार, रा आऊन हिंग्स अदिक चिकोर आ स्वामी नोर अच ईरूल, अदिक आव आबना होटोगुल. लेकीन अगर आव दास हिम्मत देल अनुल, ना तान स्वामी, अदिक तान हिंग्स, अदिक चिकोर से प्यार ईटतीन; इदुरसाटी ना स्वतंत्र आगकु होगतीदील; रा आऊन स्वामी आऊक परमेश्वर उन हात्ती ओयुल; बाक आऊक द्वार इन कवाळ या बाजु उन हात्ती ओतकु आऊन किव दा चुजी देल गड्डा माळुल; आग आव हमेशा आऊन स्यावा माळ्त ईरूल.
“अगर यावारा तान पोर इक दासगीत आगोर साटी मार बुळुल, रा आक दासगीत इन घाई व्हार्या होगबाळुल. अगर आकिन स्वामी आक इक तान हिंग्स माळुल, अदिक बाक आकिन से खुश ईला ईरूल, रा आव आक इक दाम बेळकु होगगोळुल; आकिन विश्वासघात माळदुर बाद्दा आक इक परदेशी लॉकुर कय दा मारोद अधिकार आऊक ईरतीदील. अगर आव आकिन मदा तान पार उन से माळ्यान, रा आकिन से पोर इन घाई व्यवहार माळुल. 10 चाहे आव दुसरा हिंग्स येती माळबाळुल, तरी भी आव आकिन ऊम्मोद, कपळा, अदिक वैवाहिक व्यवहार गोर्त माळबाळुल.” 11 अदिक अगर आव ई मुरू मातगोळ दा घटी माळुल, रा आ आर्त बिना दाम कोळ्द अच होटोगुल.
हिंसक कार्यगोळ देल संबंधित नियम
12 21:12 लैव्यव्यवस्था 24:17“जो यातारा मंळसा अक हिंग बडुल कि आव सोतोगुल, रा आव भी जरूर कोन्सुसकु आगुल. 13 21:13 व्यवस्थाविवरण 19:4-5अगर आव आऊन घात दा कुर्तकु हैलेच, अदिक परमेश्वर उन इच्छा देल अच आव आऊन कय दा बिदोग्यान, रा हिंग कोनावाळा अन ओळावाळा अन साटी ना ऊंद जागा ठहरूसाईन यल आव ओळेगुल. 14 21:14 १ राजा 2:28लेकीन अगर यावारा ज्यान बुजुसकु यारदारा मा चढ़ाई माळकु आऊक छल देल घात माळुल, रा आऊक कोन्द बुळोर साटी नान वेदी इन हात्ती टु भी अलग ओयेतीर.”
15 “जो तान मोय या आप्प उक मार-पीट माळ्यान आव जरूर कोंदकु आगुल.”
16 21:16 व्यवस्थाविवरण 24:7“जो यावारा यातारा मंळसा अक कदुल, चाहे आऊक ओतकु मारबुळुल, चाहे आव आऊन अल कांळ्सकु बिळुल, रा आव भी जरूर कोंदकु आगुल.”
17 21:17 लैव्यव्यवस्था 20:9; मत्ती 15:4“जो तान मोय या आप्प उक शराप कोट्टान आव भी जरूर कोंदकु आगुल.”
18 “अगर मंळसागोळ बाय मुरसुल, अदिक आबुर दाबुरी कल्ल या बुक्‍की देल हिंग बडुल कि आव सायबाळुल लेकीन हासक्या मा बिदकु ईरूल, 19 रा याग आव यदकु कोल इन सहारा देल व्हार्या कुरली येळली हतुल, आग आव बडावाळा निर्दोष ठहरूसुल; आ दशा दा आव आऊन बिदकु ईरोद समय इन भरपाई तुमुल, अदिक आऊक भला चंगा भी माळकोळुल.”
20 “अगर यावारा तान दास या दासगीत इक सोंटा देल हिंग बडुल कि आव आऊन बळदुर देल सोतोगुल, आग आऊक जरूर दण्ड कोटकु आगुल. 21 लेकीन अगर आव ऊंद येढ्ढ दिन जित्ता ईरूल, रा आऊन स्वामी इक दण्ड कोटकु आगबाळुल; यतिकी आ दास आऊन धन हुन.”
22 “अगर मंळसा आपस दा बडाबडी माळकु यातारा ईत्ता आर्त जो व्‍हाट्‍यादी आर आक इक हिंग चोट पोहचुसुल कि आकिन गर्भ बिदोगुल, लेकीन मात्त येनु नुकसान आगबाळुल, रा बडावाळा से आट दण्ड ताकोमकु आगुल याट आ आर्त इन गण्स पंच लॉकुर्द सम्मति देल ठहरूस्यान. 23 लेकीन अगर आ आर्त मार पीट देल सोतोदार, रा जीव इन बदला जीव इन, 24 अदिक कण्ण इन बदला कण्ण इन, अदिक हल्ल इन बदला हल्ल इन, अदिक कय इन बदला कय इन, अदिक काल इन बदला काल इन, 25 अदिक दाग इन बदला दाग इन, अदिक घाव इन बदला घाव इन, अदिक मार इन बदला मार इन दण्ड आगुल.”
26 “याग यावारा तान दास या दासगीत इन कण्ण मा हिंग बडुल कि अद वळ्दोगुल, रा आव आऊन कण्ण इन बदला आऊक आजाद माळकु होगगोळुल. 27 अदिक अगर आव तान दास या दासगीत इक बडुकु आऊन हल्ल मुर्द बुळुल, रा आव आऊन हल्ल इन बदला आऊक आजाद माळकु होगगोळुल.”
जनावर इन स्वामी इन उत्तरदायित्व
28 “अगर वस्ता यावारा मंळसा या आर्त इक हिंग सींग बडुल कि आव सोतोगुल, रा अद वस्ता जरूर पथराव माळकु कोंदकु आगुल, अदिक अदुर्द मास तिनकु आगबाळुल; लेकीन वस्ता अन स्वामी निर्दोष ठहरूसुल. 29 लेकीन अगर आ वस्ता अन सींग होडोद आदत पयले टु ना आद, अदिक अदुर्द स्वामी इक ई मात मालुम ईरदुर बाद्दा भी अदरी कटकु ईटीदील, अदिक अद यातारा मंळसा या आर्त इक कोंद बुळुल, आग रा आ वस्ता मा पथराव माळकु आगुल, अदिक अदुर्द स्वामी इक भी कोंदकु आगुल. 30 अगर आऊन मा फिरोती ईटकु आग्याद रा आव तान जीव ऊळसोर साटी तान मा कुर्द फिरोती इक कोट बुळुल. 31 चाहे वस्ता यातारा पार उक, चाहे पोर इक कोंदाद, तरी भी ईदा नियम इन अनुसार अदुर्द स्वामी इन सांगुळ व्यवहार माळकु आगुल. 32 अगर वस्ता यातारा दास या दासगीत इक सींग होळदीदाद, रा वस्ता अन स्वामी आ दास इन स्वामी इक तीस शेकेल बेळ्ली कोळुल, अदिक आ वस्ता मा पथराव माळकु आगुल.”
33 “अगर यावारा मंळसा गड्डा तेरूकु या अगुळकु अदरी मुचालुन, अदिक अदुर दा यारदारा वस्ता या गदा बिदोगुल, 34 रा आ गड्डा यार्द हुन आव आ नुकसान इक तुम कोळुल; आव जनावर इन स्वामी इक अदुर्द मोल कोळुल, अदिक सोतकु जनावर इन लाश गड्डावाळा अन ठहरूसुल.”
35 “अगर यारदारा वस्ता यातारा दुसरा मंळसा अन वस्ता अक हिंग चोट पोहचुसुल कि अद सोतोगुल, रा आ येढ्ढु मंळसागोळ जित्ता वस्ता अक मारकु अदुर्द मोल आपस दा आर्धा आर्धा वाट्स बुळुल; अदिक सोतकु जनावर इन लाश इक भी हांगा वाट्सुल. 36 अगर ईद प्रगट आगुल कि आ वस्ता अन पयले टु ना सींग होडोद आदत ईरोद, लेकीन अदुर्द स्वामी अदरी कटकु ईटीदील, रा जरूर आव वस्ता अन बदला वस्ता तुम कोळुल, लेकीन सोतकु वस्ता अन लाश आऊंदा ठहरूसुल.”

21:4 21:4 लैव्यव्यवस्था 25:44

21:12 21:12 लैव्यव्यवस्था 24:17

21:13 21:13 व्यवस्थाविवरण 19:4-5

21:14 21:14 १ राजा 2:28

21:16 21:16 व्यवस्थाविवरण 24:7

21:17 21:17 लैव्यव्यवस्था 20:9; मत्ती 15:4