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धनवानों ख चेतावनी
1 हे धनवानों, सुनो, तुम अपनो आवन वाली विपत्तियों पर रोवो अऊर ऊचो आवाज सी विलाप करो। 2 ✡मत्ती ६:१९तुम्हरो धन सड़ गयो हय अऊर तुम्हरो कपड़ा ख कीड़ा खाय गयो हंय। 3 तुम्हरो सोना-चांदी म जंग लग गयो हय; अऊर ऊ जंग तुम पर गवाही देयेंन, अऊर आगी को जसो तुम्हरो मांस खाय जायेंन। तुम न आखरी युग म धन जमा करयो हय। 4 देखो, जिन मजूरों न तुम्हरो खेत काट्यो, उनकी वा मजूरी जो तुम न धोका दे क रख लियो हय चिल्लाय रही हय, अऊर काटन वालो की दुवा सर्वशक्तिमान प्रभु को कानो तक पहुंच गयी हय। 5 तुम धरती पर सुखविलास म लग्यो रह्यो अऊर बड़ोच सुख भोग्यो; तुम न यो वध को दिन लायी अपनो दिल को पालन-पोषन कर क् ओख मोटो-ताजो करयो। 6 तुम न सच्चो ख दोषी ठहराय क मार डाल्यो, ऊ तुम्हरो सामना नहीं करय।
धीरज अऊर प्रार्थना
7 येकोलायी हे भाऊवों अऊर बहिनों, प्रभु को आगमन तक धीरज रखो। देखो, किसान जमीन की किमती फसल की आशा रखतो हुयो पहिली अऊर आखरी बारीश होन तक धीरज सी बाट देखतो रह्य हय। 8 तुम भी धीरज रखो; अऊर अपनी आशा ख बनायो रखो, कहालीकि प्रभु को आगमन जवर हय।
9 हे भाऊवों अऊर बहिनों, एक दूसरों को प्रति शिकायत मत करो, ताकि परमेश्वर तुम्हरो न्याय नहीं करे। देखो, शासक प्रगट होन पर हय। 10 हे भाऊवों अऊर बहिनों, जिन भविष्यवक्तावों न प्रभु को नाम सी बाते करी, उन ख दु:ख उठावन को समय उन्को धीरज को आदर्श समझो। 11 देखो, हम धीरज धरन वालो उन भविष्यवक्तावों ख धन्य कहजे हंय। तुम न अय्युब को धीरज को बारे म त सुन्योच हय, अऊर प्रभु को तरफ सी जो ओको प्रतिफल भयो ओख भी जान लियो हय, जेकोसी प्रभु की अत्यन्त करुना अऊर दया प्रगट होवय हय।
12 ✡मत्ती ५:३४-३७पर हे मोरो भाऊवों अऊर बहिनों, सब सी अच्छी बात या हय कि कसम मत खाजो, नहीं स्वर्ग की, नहीं धरती की, नहीं कोयी अऊर चिज की; पर तुम्हरी बातचीत हव की हव, अऊर नहीं की नहीं हो, कि तुम परमेश्वर को न्याय को लायक नहीं ठहरो।
13 तुम म कोयी विपत्ति म पड़्यो हय? त उन्न प्रार्थना करनो चाहिये। का तुम म कोयी खुश हय, त उन न स्तुति को भजन गानो चाहिये। 14 ✡मरकुस ६:१३का तुम म कोयी रोगी हय? त उन्ख चाहिये कि मण्डली को बुजूर्गों ख बुलाये कि हि प्रार्थना करे उन पर प्रभु को नाम सी तेल मले, 15 अऊर विश्वास की प्रार्थना को द्वारा रोगी बच जायेंन अऊर प्रभु ओख फिर सी स्वस्थ शरीर प्रदान करेंन; अऊर यदि ओन पाप भी करयो होना, त उन्की भी माफी होय जायेंन। 16 येकोलायी तुम आपस म एक दूसरों को आगु अपनो-अपनो पापों ख मान लेवो, अऊर एक दूसरों को लायी प्रार्थना करो, जेकोसी चंगो होय जावो: सच्चो लोग की प्रार्थना सामर्थीकारक अऊर प्रभावशाली होवय हय। 17 एलिय्याह भी त हमरो जसो दु:ख-सुख भोग्यो आदमी होतो; अऊर ओन गिड़गिड़ाय क प्रार्थना करी कि पानी नहीं बरसे; अऊर साढ़े तीन साल तक धरती पर पानी नहीं बरस्यो। 18 तब ओन प्रार्थना करी, त आसमान सी बरसात भयी, अऊर धरती फलवन्त भयी।
19 हे मोरो भाऊवों अऊर बहिनों, यदि तुम म कोयी सच को रस्ता सी भटक जाये अऊर कोयी ओख फिर सी लाये, 20 ✡१ पतरस ४:८त ऊ यो जान ले कि जो कोयी कोयी भटक्यो हुयो पापी ख ओको गलत रस्ता सी फिर सी लाये, ऊ पापी को जीव ख मरन सी बचायेंन अऊर ओको कुछ पापों ख माफी करयो जान को कारण बनेंन।