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नव जन्म आ नव आशाक लेल परमेश्वरक स्तुति
सम्पूर्ण आचरण-व्यवहार मे पवित्र बनू
जीवित पाथर और चुनल प्रजा
अधिकारी सभक अधीन रहू
मसीह केँ उदाहरणक रूप मे देखैत दुःख उठाउ
मसीही दम्पतिक दायित्व
एक-दोसराक लेल सहानुभूति
उचित काज करबाक कारणेँ कष्ट
परमेश्वरक इच्छाक अनुसार जीनाइ
परमेश्वर सँ भेटल वरदान सभक उचित उपयोग
मसीहक दुःख-भोग मे सहभागी भेनाइ आनन्दक बात
मसीहक मण्डलीक देख-रेख कयनिहार आ जबान भाइ सभ सँ अनुरोध
मण्डलीक सभ लोकक लेल निर्देश
नमस्कार आ आशीर्वाद
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