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2 तिमुथियुस
विश्‍वासयोग्‍य रहबाक लेल प्रोत्‍साहन
कष्‍ट उठयबाक लेल तैयार रहू
परमेश्‍वरक ग्रहणयोग्‍य व्‍यक्‍ति बनू
अन्‍तिम दिन सभ मे अधर्मक वृद्धि
परमेश्‍वरक वचन अहाँ केँ सत्‍यक बाट पर स्‍थिर राखत
पौलुसक दिस सँ किछु अन्‍तिम निवेदन, सल्‍लाह और नमस्‍कार