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आसी–बासा आरू पोर्या
1 ए पोर्या, पोरबु मा आपसा आसी–बासन सोमनीन चालु वाळा बोनु, काहकि यो न्यायीक छे।
2 “आपसी आइस आरू बासन विजुत कोरजी यी पेहखलु हुकुम छे, जिना साते वायदो भी छे,
3 कि तारो वारू हुयो, आरू तु धरती पर घोणा दाहड़ा तक जीवतु रये।”
4 आरू ए पोर्यान बासो आपसा पोर्यान काजे किचवादड़ो मा बाकुन पोरबुन शिखापन, आरू चेतावनी, ओको पाळन पुषण कोरू।
मालिक आरू चाकरीयो
5 ए चाकरीयो, जो लोगहन संसारन अनसारे तुमरा मालिक छे, तुमरा मन छे सुतरा बिहता, आरू कापता जाईन, जोसा मसीहन माने, तोसा ओका भी हुकुम मानु।
6 आरू मानसो काजे खुश करने वाळान तोसा देखाड़ने करिन सेवा नीहि कोरजु, पर मसीहन चाकरीयान सारका मन छे यहोवा–भगवानन मरजी पर चालु,
7 आरू तिनी सेवा क मानसोन नीहि, बाकुन पोरबुन छेव जानीन पुरी मरजी छे कोरू।
8 काहकि तुमू जाने, कि कोय जोसो वारू काम करसे, चाहे चाकरीयो होय, चाहे छुटक, पोरबु छे तोसो जोड़छे।
9 आरू ए मालिकिया, तुमू भी धमकी देनो छुड़ीन उका सात तोसात बुल चाल करू, काहकि तुमू जानु, कि उका आरू तुमरू दुयन मालिक सोरगदूत मा छे, आरू त्यो कुदान पक्ष नी करे।
आत्मान लोङाईन हतियार
10 हेरेन करीन पोरबु मा आरू ओकी शक्तिन जुरोम वातङा बोनु।
11 यहोवा–भगवानन आखा हतियार बांध लेयु कि तुमू शैतानन युक्तिया मा वातङा रया सोकु।
12 काहकि हामरी यी लोङाय लुहूय यो ने मास छे नीहि होय, बाकुन परधानो साते आरू हाकिम साते, आरू इना संसारन आंधारो करनिया साते, आरू तिनी दृष्टात्मान आत्मिक छेना साते छे जो वादवान ऊपर छे।
13 हेरेन करीन यहोवा–भगवानन आखा हतियार बांध लेयु कि तुमू भुण्डला दाहड़ा मा तेरो सामनो कर सकु, आरू सब काय पुरो करिन वातङा रया सकु।
14 हेरेन करिन सच्चाई छे आपसी कमर कोसीन, आरू न्यायपन झिलम पेहरिन
15 आरू पायो मा खुश खबर नी तियारीन खासड़ा पेहरिन;
16 आरू तिनु आखान साते विश्वासन ढाळ लिन वातड़ा रयु जिना छे तुमू तिना शैतानन आखा धोपतली तीर काजे उलवी सोकु।
17 आरू उध्दार न टुपु, आरू आत्मान तलवार जो यहोवा–भगवानन वचन छे ली लेयु।
18 आरू हर टेहाव आरू हर भाति छे प्रार्थना, आरू विनता करता रयु, आरू जागता रयु कि आखा चुखलो लोगहन जुगु लगातार विनता करिया कोरू,
19 आरू म्हार जुगु भी कि मोखे बुलनेन टेहाव मा ओसो वचन जोड़े कि हाव हेमत छे खुश खबर नी ढाकायली वात देखाङ सको,
20 जिना जुगु हाव साकव मा बांधायलो राज छे। आरू यो भी कि हाव ओको बाराम जोसो मोखे बुलनो जुवे हेमोत छे बुलो।
आखरी नमस्कार
21 तुखिकुस जो मोंगावु भाईस्यो आरू पोरबु मा भुरसा मा पाको सेवक छे, तुमूक आखी वात देखाड़से कि तुमू भी मारी वितली जानु कि हाव कसो रयो।
22 उका हाव तुमरे पास हेरेन करिन मुकल्यो, कि तुमू हामरी वितली काजे जानु, आरू त्यो तुमरा मन मा शांती आपे।
23 यहोवा–भगवान बास आरू पोरबु ईशु मसीहन कोथी भाईस्यो काजे शांती आरू विश्वास पुठी मोंग जोड़े।
24 जो हामरा पोरबु ईशु मसीह सी मोंग राखे तिनू आखा पर दया होयती रोवे।