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बदले ओसलो जीवन
1 अतरान करीन जव कि मसीह ने डील मा हईन दुःख झेलीयो तो तुमू भी तीनी मनसा क हथियार क समान धारण करू, काहकि जो डील मा दुःख हाकलिया वो पाप छे छूट गया।
2 ताकि भविष्य मा आपसा शेष शारीरिक जीवन मानुस की लालोच क लारे नी वरना यहोवा–भगवान की मरजी क लारे व्यतीत करे।
3 काहकि गैरयहुदी की मरजी क लारे गलत काम करने, आरू लुचपन की बुरी लालोच मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, छाकट्यो, आरू घीन वाळी मुर्तिपूजक मा वा तक हामु ने पेहल टेहाव गंवाया, चो घोणा होया।
4 इनासे वो भोंगलाय गयो करता छे कि तुमू ओसो भारी लुचपन मा ओको साथ नी देता, आरू एरकरीन वो बुरा–भला कोवायता छे।
5 पर वो ओको जो जीवता आरू मरला होया क न्याय करने क तीयार छे, लिख देसे।
6 काहकि मरला होया क भी खुश खबर इनी करता सोमवाया गया कि डील मा तो मानुस क लारे ओको न्याय होय, पर आत्मा मा वो यहोवा–भगवान क लारे जीवतो रोवे।
यहोवा–भगवान क भले भण्डारी
7 सब वात क आखरी तत्काल हुयने वालो छे; एरकरीन संयमी हईन क विनता करता सचेत रवु।
8 सब मा श्रेष्ठ वात यो छे कि एक दिसरा छे सवटो मोंग राखु, काहकि मोंग काहकि काहय करीन पाप क ढांप देता छे।
9 बिना कुरकुर करीन एक दिसरा क पाहंनतराय सत्कार करू।
10 जिनाक जो वरदान हावव्य छे, वो ओको वो ओको यहोवा–भगवान क हरेक प्रकार क फोकटन दया क भला भण्डारी क समान एक दिसरा सेवा मा लागाड़ ़े।
11 यदि काही बुले, तो ओसो बुले मानो यहोवा–भगवान क वचन छे; यदि काही सेवा करे, तो ओको शक्ति छे करे जो यहोवा भगवान देता छे; जिनासे सब वात मा ईशु मसीह क द्वारा, यहोवा–भगवान की महिमा प्रगट होय। महिमा आरू साम्राज्य युगानयुग तीनी क छे। आमेन।
मसीह क दुःखो सामील हुयने
12 हे मोंगावु जो दुःख रूपी आगठी तुमरे पारखने क करता तुमू मा भड़की छे, इनीये छे यो समझीन भोंगलाय गयो नी करे कि काही सारकी वात तुमू पर वीत रयी छे।
13 पुन जोसा–जोसा मसीह क दुःख मा सहभागी होते होय, खुशी करू, जिनासे ओकी महिमा क प्रगट होयते टेहाव भी तुमू खुशी आरू खुशी होय।
14 पछु यदि मसीह क नाव क करता तुमरी निंदा करी जाती छे तो धन्य होय, काहकि महिमा क आत्मा, जो यहोवा–भगवान क आत्मा छे, तुमू पर रवती करती छे।
15 तुमू मा छे काही मानुस हत्यारा चुट्टा या खराब काम हुयने, या परायो काम मा हात नाखने क कारण दुःख देखछे।
16 पर यदि मसीह हुयने क कारण दुःख देखछे, तो लज्जित नी होय, पर इनीये वात क करता यहोवा–भगवान की मसीह क नाव बढ़ाई कर्या।
17 काहकि वो टेहाव आय पुगीयो छे कि पेहल यहोवा–भगवान क मानसे क न्याय कर्या जाय; आरू जव कि न्याय क शुरू हामु ही छे तो ओको काय आखरी होयछे जो यहोवा–भगवान क खुश खबर क नी मानता?
18 आरू “यदि न्यायी मानुस ही वातड़ी मेहनत छे उध्दार देखछे,
तो भक्तवन आरू पापी क काय ठिकानो?”
19 एरकरीन जो यहोवा–भगवान की मरजी क लारे दुःख झेलतो रये छे, भलाई करता होया आपसा–आपसा जीव क विश्वासयोग्य सृजनहार क हात मा आपी दिदा।