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परमेश्वर की सेवा को जिवन
येका लिये हे भैइ अरु बहन, मी तुम खे परमेश्वर की दया स्मरण दियुस, प्रार्थना करस हुये की अपना आंग होन खे जिन्दो अरु पवित्र अरु परमेश्वर का भावता हुयो बलिदान करीखे चढायो. यो तुमारो सच्चो उपास हइ. यो जगत को सदृश नी बन्यो. पन तुमारो मन, नी हो जान से तुमारो चाल-चलन भी बदली जाए जेका से तुम परमेश्वर कि भली, अरु भाती अरु साधी इच्छा अनुभव से समज्हे करस ऱ्हेस.
क्युकी मी ओका अनुग्रह करण जो मे, मील्यो हइ तुम मे से हर एक से बोलस हय कि जसो समझनो चातो थो ओखे बडि खे कोय भी अपना आप नी समझे. पर जसो परमेश्वर ने हर एक विश्वास परिमाण जसो बैटो दियो हइ, वोसो ही सुबुध्दि का सात अपनो समझस. क्युकी जसो हमारो एक मन मे भोत जसो आंग हइ, अरु सब आंग खे एक ही सो काम नी हइ. वोसो ही हम जो भोत हइ मसीह मे एक मन हुइखे आपस मे एक दुसरा को आंग हइ ताकि उ अनुग्रह का जसो जो दियो गयो हइ मेखे अलक-अलक वरदान मील्यो हइ, ते जेका भविष्यव्दाणी को दान मील्यो हुये उ विश्वास को परिमाण जसो भविष्यव्दाणी कर. अगर सेवा करण का दान मील्यो हुये ते सेवा मे लग्यो ऱ्हेस. अगर कोय सिखानवालो होस,ते सिखान मे लग्यो ऱ्हेस जो उपदेशक देनवालो हइ उपदेश कर्‍हे जो दान देनवालो हइ उ उदाहरता से दे अरु जो अगुवाइ करणवालो हइ उ मगन का सात अगुवाइ कर्‍हे अरु जो दया बतान को दान हइ उ प्रसन्नता से बतास उधारी से दे. जो अगुअय कर, वो उत्साह से कर. जो दया कऱ्यो वो हर्ष से कऱ्यो.
प्रेम नीष्कपट होस बुरा से घुणा कर अच्छो मे लग्यो ऱ्हे. 10 भैइचारा का प्रेम से एक दुसरा से स्नेह रख्यो. परस्पर आदर करणा मे एक दुसरा से बडी चल. 11 प्रयत्न करणा मे आलसी नी हुइ आत्मीक मे उत्तसुक भऱ्यो ऱ्हे प्रभु कि सेवा करतो ऱ्हेस. 12 आस मे आनन्दित रहे संकट मे धीरज रख. प्रार्थना मे लग्यो ऱ्हेस. 13 पवित्र दुन्या मे जो कुछ अवश्य हुये खे ओमे ओकि सहायता कर. मीजवान करणा मे लग्यो ऱ्हेस.
14 अपना सतानआला खे आशीष दे.आशीष दे श्राप नी दे. 15 खुशी करणवाला का साथ खुशी कर, अरु रोनवाला का साथ रो 16 आपस मे एक जसो मन रख्यो. अभिमानी नी हुये पन दिन का साथ सगति रख. अपनो दुष्टि मे बुध्दिमान नी हुए.
17 बुराइ खे कोय से बुरो नी करणु. जो बात सब दुन्याहोन का लिये अच्छो हइ, ओकि चिता कऱ्या कर. 18 जहा तक हुए सकस, तुम भरी सब इन्सान का साथ मे शांती मे ऱ्हे. 19 हे प्रिय, बदलो नी लेनु, पन परमेश्वर खे घुस्सा का अवसर दे, क्युकि लिख्यो हइ, “बदलो लेनो मरो काम हइ, प्रभु बोलस हइ मी हि बदली दियु.” 20 पन “अगर तरा बिना भूको हुए ते ओखे खानो खलइ खे अगर दुसरो हुये ते दुशमन खे पानी पिलय सक्यु क्युकि असा करणा से तु ओका माथा पर अगार से अंगारा को ढेर लगास.” 21 बुरा से नी हुया, पन भला से बुरा खे जिती ले.