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मसीह यीशु को नीष्ठावान सैनीक
येका लिये हे मरा बेटा तुम उ अनुग्रह से जो मसीह यीशु मे हमारो हइ, बलवन्त हुये जा.
अरु जो बात तोने भोत गवाहहोन का सामने मरा से सुनी हइ, उनका विश्वासी इन्सानहोन खे सोपी दे. जो को भी सिखान का योग्य हुये. मसीह यीशु को अच्छो सैनीक का समान मरा सात दुख उठा. जब कोय सैनीक लडाइ पर जास हइ, ते येका लिये की अपनी बडो अधिकारी को प्रसन्न कर्‍हे का अपना आप खे जगत काम मे नी फसास. जो रेस मे नी दौड उ अगर विधी का जसो नी दौड ते उ बकसीस नी ले. जो किसान मेहनत करस हइ, फसल को हिस्सो पइले ओका मीलनो चास. जो मी बोलस हुये खे ओका पर ध्यान देको अरु प्रभु तोखे सब बात की समझय दिये. यीशु मसीह खे याद रख, जो दाउद का कुल से हुये खे अरु मऱ्या हुया मे से जिन्दो उठ्यो अरु यो मरा सुसमाचार का जसो हइ. जेका लिये मी कुकर्मी का समान दुख उठउस हइ ह्या तक की कैदी भी हुये. पन परमेश्वर को वचन कैद नी कऱ्यो जय सकस. 10 यो करण मी चुन्यो हुया दुन्या का लिये सब कुछ सय लियुस हइ, कि वे भी उ उध्दार को जो मसीह यीशु मे हइ आखरी महिमा का साथ पास. 11 या सच्ची बात हइ, कि अगर हम ओका साथ मरी गया हइ, ते ओका साथ जीये भी. 12 अगर हम धीरज से सहते ऱ्हेस का ते ओका साथ राज भी करस.
अगर हम ओको इनकर कर्‍हे का ते उ भी हमारो इनकर कर्‍हे. 13 अगर हम अविश्वासी भी हुये खे ते भी उ विश्वास योग्य बन्यो ऱ्हेस हइ, क्युकी उ खुद अपनो इन्कार नी करी सकस हइ.
एक प्रमारीत कर्मचारी
14 या बात की याद उनका देका अरु प्रभु का सामने चेतावनी दे की बोल पर तर्क-वितर्क नी कऱ्यो करी खे जेकासे कुछ लाभ नी होये जब सुननवाला खतम हुइ जास हइ. 15 अपना आप खे परमेश्वर खे ग्रहण योग्य अरु असो काम करणवालो ठेरान को प्रयत्न करी खे जो अपना काम से लज्जित नी होय कि अरु जो सत्य का वचन के अच्छी रीति से काम मे लातो ऱ्हे. 16 पर अशुध्द बातचीत से बच्यो ऱ्हे, क्युकी असा दुन्या अरु भी अभक्ति मे बडता जाये, 17 अरु उनको वचन सड्यो घाव का जसो फैली जास हुमीनयुस अरु फिलातुस उन मे से हइ, 18 जो यो बोली की पुनरुत्थान हुये गयो हइ अरु विश्वास भटकी गयो हइ “अरु कतना को विश्वास खे खतम करी देस हइ.” 19 ते भी परमेश्वर की पक्को पय्यो बन्यो ऱ्हेस हइ अरु ओका पर यो छाप लगास हइ “प्रभु अपना आला खे सिनस हइ” अरु “जो कोय प्रभु को नाम लेस हइ वो बुरो काम से बच्यो ऱ्हे.” 20 बडा घर मे नी फक्त सोनो-चादी ही को पर लकडी अरु मट्टी का बर्तन भी होस हइ. कुछ खास अवसर उपयुग का लिये अरु कुछ सामान्य काम का लिये. 21 अगर कोय अपना आप या बुरी बात से अच्छो करीखे ते उ खास अवसर का उपयुग का लिये अरु कुछ साधारण उपयुग का लिये हइ. 22 जवानी की इच्छाहोन से भागन को अरु जो अच्छो मन से प्रभु को नाम लेस हइ ओका साथ धर्म, अरु विश्वास अरु प्रेम अरु मेलमीलाप को पीछो कर. 23 पर मूर्खता अरु नी समझदार को विवाद से अलग ऱ्हेस का क्युकी तू जानस हइ की येका से वाद विवाद होस हइ. 24 प्रभु को गुलाम झगडालु नी होनु चाह्ये येका पर उ सब का साथ दयालु सहनशील अरु शिक्षक हुये. 25 उ खिलाप करणवाला को नम्रता से समझासक्ता जाने परमेश्वर ओको मोको दे कि वे अपना पाप से मन फिराव को मन फिरानो वे भी सत्य के पोचास, 26 अरु हुइखे सैतान को जाल से छुटी जाये जेने ओने ओकी इच्छा पुरा करण का लिये बन्दी बनायो.