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परमेश्वर की आवाज 
 
दाऊद का भजन 
 
1 हे परमेश्वर के पुत्रों, यहोवा का,  
हाँ, यहोवा ही का गुणानुवाद करो,  
यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को सराहो।   
2 यहोवा के नाम की महिमा करो;  
पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो।   
3 यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुनाई देती है;  
प्रतापी परमेश्वर गरजता है,  
यहोवा घने मेघों के ऊपर रहता है। (अय्यू. 37:4,5)    
4 यहोवा की वाणी शक्तिशाली है,  
यहोवा की वाणी प्रतापमय है।   
5 यहोवा की वाणी देवदारों को तोड़ डालती है;  
यहोवा लबानोन के देवदारों को भी तोड़ डालता है।   
6 वह लबानोन को बछड़े के समान  
और सिर्योन को साँड़ के समान उछालता है।   
7 यहोवा की वाणी आग की लपटों को चीरती है।   
8 यहोवा की वाणी वन को हिला देती है,  
यहोवा कादेश के वन को भी कँपाता है।   
9 यहोवा की वाणी से हिरनियों का गर्भपात हो जाता है।  
और जंगल में पतझड़ होता है;  
और उसके मन्दिर में सब कोई  
“महिमा ही महिमा” बोलते रहते है।   
10 जल-प्रलय के समय यहोवा विराजमान था;  
और यहोवा सर्वदा के लिये राजा होकर  
विराजमान रहता है।   
11 यहोवा अपनी प्रजा को बल देगा;  
यहोवा अपनी प्रजा को शान्ति की आशीष देगा।