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यूसुफ ह अपनआप ला परगट करथे
तब यूसुफ ह अपन जम्मो सेवकमन के आघू म अपनआप ला नइं रोक सकिस, अऊ चिचियाके कहिस, “इहां के जम्मो मनखे बाहिर चले जावव!” अपन भाईमन के आघू म अपनआप ला परगट करे के बेरा उहां यूसुफ के संग अऊ कोनो नइं रिहिन। अऊ ओह चिचिया-चिचियाके रोय लगिस, जेला मिसरीमन सुनिन, अऊ फिरौन के घर के मन ला घलो एकर खबर मिलिस।
यूसुफ ह अपन भाईमन ला कहिस, “में यूसुफ अंव! का मोर ददा अभी तक ले जीयत हवय?” पर ओकर भाईमन ओला जबाब नइं दे सकिन, काबरकि ओमन ओकर आघू म घबरा गे रिहिन।
तब यूसुफ ह अपन भाईमन ला कहिस, “मोर लकठा म आवव।” जब ओमन ओकर लकठा म आईन, त ओह कहिस, “मेंह तुम्हर भाई यूसुफ अंव, जेला तुमन मिसर अवइयामन के हांथ म बेच दे रहेव। अब तुमन दुखी झन होवव, अऊ मोला इहां बेच देय के कारन, अपनआप ले गुस्सा झन होवव, काबरकि परमेसर ह परान बचाय बर मोला तुम्हर आघू इहां पठो दीस। दू बछर हो गे, ये देस म अकाल परे हवय, अऊ अवइया पांच साल तक अइसने ही होही—न तो नांगर चलही अऊ न ही फसल लुये जाही। पर परमेसर ह मोला तुम्हर आघू ये खातिर पठोईस कि ओह तुम्हर बर तुम्हर एक भाग ला बंचाके रखय अऊ एक बड़े छुटकारा के दुवारा तुम्हर जिनगी ला बचावय।
“एकरसेति, मोला इहां पठोइया तुमन नइं, पर परमेसर अय। ओही ह मोला फिरौन के ददा सहीं अऊ ओकर जम्मो घर के मालिक अऊ जम्मो मिसर देस ऊपर सासन करइया ठहिराय हवय। अब तुमन जल्दी करके मोर ददा करा जावव अऊ ओला कहव, ‘तोर बेटा यूसुफ ह अइसन कहत हे: परमेसर ह मोला जम्मो मिसर देस के मालिक बनाय हे। तें बिगर देरी करे मोर करा चले आ। 10 तें गोसेन के इलाका म रहिबे—तें, तोर लइकामन अऊ नाती-पोतामन, तोर भेड़-बकरी अऊ गाय-बईला, अऊ जऊन कुछू तोर करा हवय, ओ जम्मो सहित मोर लकठा म रहिबे। 11 अकाल के जऊन पांच बछर अऊ होही, ओमा में उहां तोर पालन-पोसन करहूं। अइसन झन होवय कि तें अऊ तोर घराना अऊ तोर करा जऊन मन हवंय, ओमन भूखन मरंय।’
12 “तुमन खुद अपन आंखी ले देख सकत हव, अऊ मोर भाई बिनयामीन घलो देख सकत हे कि में जो तुम्हर ले गोठियावत हंव, सही म यूसुफ अंव। 13 ओ जम्मो आदरमान, जऊन ह मोर करा मिसर देस म हवय अऊ जऊन कुछू तुमन देखे हव, ओ जम्मो बात मोर ददा ला बतावव। अऊ तुरते मोर ददा ला इहां ले आवव।”
14 तब ओह अपन भाई बिनयामीन ला पोटारके रोईस, अऊ बिनयामीन घलो रोवत ओला पोटार लीस। 15 अऊ यूसुफ ह अपन जम्मो भाईमन ला चूमके रोईस। एकर बाद ओकर भाईमन ओकर संग गोठियाय लगिन।
16 जब ये खबर फिरौन के महल म पहुंचिस कि यूसुफ के भाईमन आय हवंय, त फिरौन अऊ ओकर जम्मो करमचारीमन खुस होईन। 17 फिरौन ह यूसुफ ला कहिस, “अपन भाईमन ले कह कि ओमन अइसन करंय: ‘अपन पसुमन ऊपर सामान लादके कनान देस वापिस चले जावंय, 18 अऊ अपन ददा अऊ अपन घर के मनखेमन ला लेके मोर करा आवंय। मेंह मिसर देस के सबले बने भुइयां तुमन ला दूहूं अऊ तुमन ला देस के उत्तम से उत्तम चीज खाय बर मिलही।’
19 “तोला ये घलो हुकूम दिये जावत हे कि तें ओमन ला बता कि ओमन अइसन करंय: ‘मिसर देस ले कुछू गाड़ी अपन लइका अऊ घरवाली अऊ तोर ददा बर ले जावंय, अऊ ओमन ला लेके आवंय। 20 अपन सामान के चिंता झन करंय, काबरकि मिसर म सबले बने चीजमन तुम्हर होही।’ ”
21 इसरायल के बेटामन वइसने ही करिन। यूसुफ ह फिरौन के हुकूम के मुताबिक ओमन ला गाड़ी दीस, अऊ रसता बर ओमन ला भोजन-बस्तु घलो दीस। 22 ओमा के हर एक झन ला ओह एक-एक जोड़ा ओनहा दीस, पर बिनयामीन ला ओह तीन सौ चांदी के सेकेल* अऊ पांच जोड़ा ओनहा दीस। 23 अऊ अपन ददा बर ओह ये सामान पठोईस: मिसर देस के सबले बने चीजमन ले लदाय दस ठन गदहा, अऊ अनाज अऊ रोटी अऊ ओकर ददा के रसता बर आने भोजन-बस्तु ले लदाय दस ठन गदही। 24 तब ओह अपन भाईमन ला बिदा करिस, अऊ जब ओमन जावत रिहिन, त ओह ओमन ला कहिस, “डहार म झगरा झन करिहव!”
25 मिसर ले निकलके, ओमन कनान देस म अपन ददा याकूब करा आईन। 26 ओमन ओला ये बताईन, “यूसुफ अभी तक ले जीयत हे! अऊ जम्मो मिसर देस म ओही ह राज करत हे।” ये सुनके, याकूब ह हक्का-बक्का हो गीस; ओह ओमन के बात ला बिसवास नइं करिस। 27 पर जब ओमन ओ जम्मो बात ओला बताईन, जेला यूसुफ ह ओमन ले कहे रिहिस, अऊ जब ओह ओ गाड़ीमन ला देखिस, जेला यूसुफ ह ओला लाने बर पठोय रिहिस, तब ओमन के ददा याकूब के मन ह सांत होईस। 28 अऊ इसरायल ह कहिस, “मोला बिसवास हो गे हे! मोर बेटा यूसुफ ह अभी तक जीयत हे। एकर पहिली कि में मर जावंव, मेंह जाके ओला देखहूं।”
* 45:22 लगभग साढ़े तीन किलोग्राम