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बेबिलोन के बारे म संदेस
1 बेबिलोन सहर अऊ बेबिलोनीमन के देस के बारे म यहोवा ह यरमियाह अगमजानी के जरिये ये बचन कहिस:
2 “जाति-जाति के मनखेमन के बीच म बतावव अऊ घोसना करव,
झंडा उठाके येकर घोसना करव;
कुछू झन छुपावव, पर कहव,
‘बेबिलोन ला ले लिये जाही;
बेल के बेजत्ती होही,
मरोदक ह आतंकित होईस।
ओकर मूरतीमन के बेजत्ती होही
अऊ ओकर मूरतीमन आतंकित होईन।’
3 उत्तर दिग ले एक जाति ह ओकर ऊपर हमला करही
अऊ ओकर देस ला उजाड़ दीही।
ओमा कोनो नइं रहिहीं;
मनखे अऊ पसु दूनों भाग जाहीं।
4 “ओ दिनमन म, ओ समय म,” यहोवा ह घोसना करत हे,
“इसरायल के मनखेमन अऊ यहूदा के मनखेमन एक संग
रोवत यहोवा अपन परमेसर के खोज म जाहीं।
5 ओमन सियोन के रसता ला पुछहीं
अऊ ओ रसता कोति अपन मुहूं कर लीहीं।
ओमन आहीं अऊ अपनआप ला यहोवा के संग
सदाकाल के करार म बांध लीहीं
जऊन ला बिसराय नइं जाही।
6 “मोर मनखेमन गंवाय भेड़ अंय;
ओमन के चरवाहामन ओमन ला रसता ले भटका दे हवंय
जेकर कारन ओमन पहाड़मन म एती-ओती घुमत हें।
ओमन पहाड़ अऊ पठार ऊपर घुमत हवंय
अऊ अपन अराम करे के जगह ला भुला गे हवंय।
7 जऊन कोनो भी ओमन ला पाईस, ओह ओमन ला खा लीस;
ओमन के बईरीमन कहिन, ‘हमन दोसी नो हन,
काबरकि ओमन यहोवा के बिरूध म पाप करिन, जऊन ह कि ओमन के हरा-भरा चरागन ए,
यहोवा, ओमन के पुरखामन के आसा ए।’
8 “बेबिलोन ले बाहिर भागव;
बेबिलोनी मनखेमन के देस ला छोंड़व,
अऊ ओ बोकरामन सहीं बनव, जऊन मन झुंड के अगुवई करथें।
9 काबरकि मेंह उत्तर के देस ले बड़े जातिमन के एक दल ला उभारहूं
अऊ ओ दल ला बेबिलोन के बिरूध लानहूं।
ओमन बेबिलोन के बिरूध म कतार बांधहीं,
अऊ उत्तर दिग ले ओकर ऊपर कब्जा करे जाही।
ओमन के तीरमन कुसल योद्धामन सहीं होहीं,
जेमन कि खाली नइं लहुंटंय।
10 ये किसम ले बेबिलोनिया ला लूटे जाही;
ओ जम्मो जऊन मन ओला लूटहीं, ओमन संतुस्ट हो जाहीं,”
यहोवा ह घोसना करत हे।
11 “हे मोर भाग ला लूटनेवालामन,
काबरकि तुमन आनंद मनाथव अऊ खुस हव,
अऊ एक अनाज कुटत बछिया के सहीं उदकत
अऊ ताकतवर घोड़ामन के सहीं हिनहिनावत हव,
12 तुम्हर दाई ह बहुंत लज्जित होही;
जऊन ह तुमन ला जनम दीस, ओह कलंकित होही।
ओह जम्मो जाति म सबले छोटे होही—
ओह एक निरजन, सूखा देस अऊ मरू-भुइयां सहीं होही।
13 यहोवा के गुस्सा के कारन, ओमा कोनो नइं बसहीं
पर ओह पूरा उजाड़ हो जाही।
जऊन मन बेबिलोन ले होवत जाहीं, ओमन भयभीत होहीं;
ओकर जम्मो दुख के कारन ओकर हंसी उड़ाहीं।
14 “हे जम्मो धनुसधारीमन,
बेबिलोन के चारों कोति ओकर बिरूध म कतार बांध लव।
ओकर ऊपर तीर चलावव! कोनो तीर ला बचाके झन रखव,
काबरकि ओह यहोवा के बिरूध म पाप करे हवय।
15 चारों कोति ले ओकर ऊपर तीर चलावव!
ओह हार मानत हे, ओकर मीनारमन गिरत हें,
ओकर दीवारमन गिराय जावत हें।
काबरकि यहोवा ह ओकर ले बदला लेवत हे,
त तुमन घलो ओकर ले बदला लेवव;
ओकर संग वइसने करव, जइसने ओह आने मन संग करे हवय।
16 बेबिलोन ले बीज बोवइया ला अलग कर दव,
अऊ लुवई के बेरा फसल लुवइया ला ओकर हंसिया ले अलग कर दव।
अतियाचारी के तलवार के डर के कारन
हर एक जन अपन-अपन मनखेमन करा लहुंट जावय,
अऊ हर एक जन अपन-अपन देस ला भाग जावय।
17 “इसरायल ह तितिर-बितिर करे गे एक झुंड ए,
जेला सिंहमन भगा दे हवंय।
सबले पहिले ओमन ला खानेवाला
अस्सूर के राजा ए;
सबले आखिरी म ओमन के हाड़ामन ला टोरनेवाला
बेबिलोन के राजा नबूकदनेसर ए।”
18 ये खातिर सर्वसक्तिमान यहोवा, इसरायल के परमेसर ह ये कहत हे:
“जइसने मेंह अस्सूर के राजा ला सजा दे हंव,
वइसने मेंह बेबिलोन के राजा अऊ ओकर देस ला सजा दूहूं।
19 पर मेंह इसरायल के मनखेमन ला फेर ओमन के चराई म लहुंटाके लानहूं,
अऊ ओमन करमेल पहाड़ अऊ बासान के इलाका म चरहीं;
एपरैम अऊ गिलाद के पहाड़ीमन म
ओमन भरपेट खाय बर पाहीं।
20 ओ दिनमन म, ओ समय म,” यहोवा ह घोसना करत हे,
“इसरायल के अपराध ला खोजे जाही,
पर ओमा कोनो अपराध नइं मिलही,
अऊ यहूदा के पाप ला घलो खोजे जाही,
पर ओमा कोनो अपराध नइं मिलही,
काबरकि जेमन ला मेंह बचाहूं, ओमन के पाप ला छेमा कर दूहूं।
21 “मरातैम देस अऊ पकोद म रहइया मनखेमन ऊपर
तेंह हमला कर।
ओमन के पीछा कर, मार डार अऊ ओमन ला पूरा नास कर दे,”
यहोवा ह घोसना करत हे।
“हर ओ काम कर, जेकर हुकूम मेंह तोला दे हवंव।
22 ओ देस म लड़ई के अवाज,
बड़े बिनास के अवाज होवत हे!
23 जम्मो धरती के हथौड़ा ह
कइसे टूटके कुटा-कुटा हो गे हवय!
बेबिलोन ह जाति-जाति के मनखेमन के बीच म
कइसे उजाड़ हो गे हवय!
24 हे बेबिलोन, मेंह तोर बर एक फांदा लगाय हंव,
अऊ येकर पहिली कि तें ओला जानते, तेंह ओमा फंस गेय;
तोला खोजके पकड़ लिये गीस,
काबरकि तें यहोवा के बिरोध करे।
25 यहोवा ह अपन हथियारमन के घर ला खोल दे हवय,
अऊ अपन कोरोध के हथियारमन ला बाहिर निकाले हवय,
काबरकि परमपरधान यहोवा सर्वसक्तिमान ला
बेबिलोनीमन के देस म एक काम करना हे।
26 दूरिहा ले ओकर बिरूध म आवव।
ओकर अन्न के भंडारमन ला टोरके खोल दव;
अनाज के ढेर सहीं ओला कुढ़ो दव।
ओकर पूरा सतियानास कर दव,
अऊ ओकर कुछू ला घलो बचाके झन रखव।
27 ओकर जम्मो जवान बईलामन ला मार डारव;
ओमन ला काटे बर खाल्हे जावन दव!
ओमन ऊपर हाय! काबरकि ओमन के दिन ह आ गे हवय,
ओमन के सजा पाय के समय ह आ गे हवय।
28 सियोन म घोसना होवत हे;
बेबिलोन के भगोड़ा अऊ सरनार्थीमन के बात ला सुनव
यहोवा हमर परमेसर ह
कइसे अपन मंदिर के बदला ले हवय।
29 “धनुसधारीमन ला बेबिलोन के बिरूध म लड़े बर बलावव,
ओ जम्मो झन ला बलावव, जऊन मन धनुस चलाथें।
ओकर चारों कोति डेरा डालव;
कोनो बचके झन भागन पावंय।
ओकर काममन के बदला ओला देवव;
ओकर संग वइसने करव, जइसने ओह करे हवय।
काबरकि ओह यहोवा,
इसरायल के पबितर परमेसर ला ललकारे हवय।
30 ये खातिर ओकर जवानमन गलीमन म गिरहीं;
ओ दिन ओकर जम्मो सैनिकमन के बोलती बंद हो जाही,”
यहोवा ह घोसना करत हे।
31 “हे ढीठ देख, मेंह तोर बिरूध हंव,”
परभू सर्वसक्तिमान यहोवा ह घोसना करत हे,
“काबरकि तोर दिन ह आ गे हवय,
तोर सजा पाय के समय ह आ गे हवय।
32 ढीठ ह ठोकर खाके गिरही
अऊ कोनो ओला उठे म मदद नइं करहीं;
मेंह ओकर नगरमन म आगी लगाहूं,
जऊन ह ओकर चारों कोति के जम्मो झन ला भसम कर दीही।”
33 सर्वसक्तिमान यहोवा ह ये कहत हे:
“इसरायल के मनखेमन सताय जावत हें,
अऊ यहूदा के मनखेमन घलो सताय जावत हें।
ओमन के जम्मो पकड़नेवालामन ओमन ला कसके पकड़े हवंय,
अऊ ओमन ला जावन नइं देवत हें।
34 पर ओमन के छुड़इया ह बलवान ए;
सर्वसक्तिमान यहोवा ओकर नांव ए।
ओह ओमन के मुकदमा ला बने करके लड़ही
ताकि ओह ओमन के देस म सांति लानय
पर बेबिलोन म रहइयामन ऊपर असांति।
35 “बेबिलोन के मनखेमन के बिरूध म तलवार चलही!”
यहोवा ह घोसना करत हे—
“जऊन मन बेबिलोन म रहिथें, ओमन के बिरूध म
अऊ ओकर करमचारी अऊ बुद्धिमान मनखेमन के बिरूध म तलवार चलही!
36 ओकर लबरा अगमजानीमन के बिरूध म तलवार चलही!
ओमन मुरूख बन जाहीं।
ओकर योद्धामन के बिरूध म तलवार चलही!
ओमन आतंक ले भर जाहीं।
37 ओकर घोड़ा अऊ रथमन के बिरूध म
अऊ ओकरे दरजा के जम्मो बिदेसीमन के बिरूध म तलवार चलही!
ओमन दुरबल हो जाहीं।
ओकर खजानामन के बिरूध म तलवार चलही!
ओमन ला लूट लिये जाही।
38 ओकर तरियामन म सूखा पड़ही!
ओमन सूखा जाहीं।
काबरकि येह मूरतीमन ले भरे देस अय,
अऊ मूरतीमन आतंक ले पगला जाहीं।
39 “एकरसेति मरू-भुइयां के जन्तु अऊ हुंर्रामन उहां रहिहीं,
अऊ उहां उल्लू घलो निवास करही।
उहां फेर कोनो मनखे निवास नइं करहीं
या पीढ़ी-पीढ़ी तक उहां कोनो नइं रहिहीं।
40 यहोवा ह घोसना करत हे,
जइसने मेंह सदोम अऊ अमोरा ला
ओमन के आसपास के नगरमन सहित उखान फेंकें,”
“वइसने ही उहां कोनो नइं रहिहीं;
येमा कोनो मनखे निवास नइं करहीं।
41 “देखव! उत्तर दिग ले एक सेना आवत हे;
धरती के छोर ले एक बड़े जाति
अऊ बहुंते राजामन ला उभारे जावत हे।
42 ओमन धनुस अऊ बरछी धरे हवंय;
ओमन कठोर अऊ निरदयी अंय।
जब ओमन अपन घोड़ामन ऊपर सवार होथें,
त ओमन गरजत समुंदर सहीं अवाज करथें;
हे बेटी बेबिलोन, ओमन तोर ऊपर हमला करे बर
लड़ई म कतार बांधे मनखेमन सहीं आथें।
43 बेबिलोन के राजा ह ओमन के बारे म खबर सुने हवय,
अऊ ओकर हांथमन ढीला पड़ गे हवंय।
पीरा ह ओला अइसने जकड़े हवय,
जइसने छेवारी होवत माईलोगन ला पीरा होथे
44 जइसने यरदन के झाड़ीमन ले कोनो सिंह ह
निकलके बने चरागन म आथे,
वइसने ही मेंह बेबिलोन के मनखेमन ला ओमन के देस ले तुरते भगा दूहूं।
ओ चुने हुए कोन ए, जेला मेंह ये काम बर ठहिरावंव?
मोर सहीं कोन हे अऊ कोन ह मोला चुनौती दे सकथे?
अऊ कोन चरवाहा ह मोर सामना कर सकथे?”
45 एकरसेति, सुनव कि यहोवा ह बेबिलोन के बिरूध का योजना बनाय हवय,
अऊ बेबिलोनीमन के देस के बिरूध ओह का करे के ठाने हवय:
पसु के झुंड के पीलामन ला घसीटके अलग करे जाही;
ओमन के चरागन ह ओमन के डर के कारन होही।
46 बेबिलोन ला कब्जा करे के अवाज ले धरती ह कांपही;
येकर रोये के अवाज जाति-जाति के मनखेमन के बीच म सुनई पड़ही।