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यरीहो नगर को भेद लियो जानो
तब नून को टुरा यहोशू न दोय भेदियों ख शित्तीम सी चुपचाप सी भेज दियो, अऊर ओन कह्यो, “जाय क ऊ देश अऊर यरीहो ख देखो।” तुरतच हि चली गयो, अऊर राहब नाम की कोयी वेश्या को घर म जाय क ठहर गयो। तब कोयी न यरीहो नगर को राजा सी कह्यो, “अज की रात कुछ इस्राएली लोग हमरो देश को भेद लेन लायी यहां आयो हुयो हय।” तब यरीहो नगर को राजा न राहब को जवर यो सन्देश भेज्यो, “जो आदमी तोरो यहां आयो हय उन्ख बाहेर लाव; कहालीकि हि पूरो देश को भेद लेन लायी आयो हंय।”
वा बाई न दोयी आदमियों ख लूकाय रख्यो; अऊर यो तरह कह्यो, “मोरो जवर कुछ आदमी आयो त होतो, पर मय नहीं जानु कि हि कहां को होतो; अऊर जब अन्धारो भयो, अऊर नगर को फाटक बन्द होन लग्यो, तब हि निकल गयो; मोख मालूम नहीं कि हि कहां गयो; तुम फुर्ती कर क् उन्को पीछा करो त उन्ख जाय क पकड़ो।” राहब न भेदियों ख घर की छत पर चढ़ाय क सन की लकड़ियों को खल्लो लूकाय दियो होतो जो ओन लकड़ी छत पर जमाय क रखी होती। राजा को कर्मचारी यरदन को रस्ता सी उन्की खोज म घाट तक चली गयो; अऊर उन्ख खोजन वालो नगर को फाटक सी बाहेर निकलतोच फाटक बन्द कर दियो गयो।
भेदियों को सोवन सी पहले राहब छत पर उन्को जवर आयी अऊर इन आदमियों सी कहन लगी, “मोख त निश्चय हय कि परमेश्वर न तुम लोगों ख यो देश दियो हय, अऊर तुम्हरो डर हम लोगों को मन म समायो हय, अऊर यो देश को सब निवासी तुम्हरो वजह घबराय रह्यो हय। 10 कहालीकि हम न सुन्यो हय कि परमेश्वर न तुम्हरो मिस्र देश सी निकलन को समय तुम्हरो सामने लाल समुन्दर को पानी सुखाय दियो। अऊर तुम लोगों न सीहोन अऊर ओग नाम को यरदन को पार रहन वालो एमोरियों को दोयी राजावों को नाश कर डाल्यो हय। 11 अऊर यो सुनतोच हमरो मन पिघल गयो, अऊर तुम्हरो वजह कोयी को जीव म जीव नहीं रह्यो; कहालीकि तुम्हरो परमेश्वर यहोवा ऊपर को आसमान को अऊर खल्लो की धरती को परमेश्वर आय। 12 अब मय न तुम पर दयापूर्ण व्यवहार करयो हय, येकोलायी मोरो सी परमेश्वर की कसम खावो कि तुम भी मोरो बाप को परिवार को संग दयापूर्ण व्यवहार करो, अऊर येको सच्चो चिन्ह मोख देवो। 13 तुम मोख वचन देवो कि तुम मोरो माय बाप, भाऊवों अऊर बहिनों ख, अऊर जो कुछ उन्को हय उन सब ख भी जीन्दो रहन देवो, अऊर हम सब को जीव मरन सी बचावो।”
14 तब उन आदमियों न ओको सी कह्यो, “यदि तय हमरी या बात कोयी पर प्रगट नहीं करे, त तुम्हरो जीव को बदला हमरो जीव जाये; अऊर परमेश्वर हम्ख यो देश देयेंन, तब हम तोरो संग कृपा अऊर सच्चायी सी बर्ताव करबो।”
15 तब राहब जेको घर नगर की दीवाल सी लग क बन्यो होतो, अऊर वा वहांच रहत होती, ओन भेदियों ख खिड़की सी रस्सा को सहारा सी उतार क नगर को बाहेर कर दियो। 16 अऊर ओन कह्यो, “पहाड़ी को तरफ चली जावो, असो नहीं होय कि खोजन वालो राजा को दूत तुम्ख पकड़ ले; येकोलायी जब तक तुम्हरो खोजन वालो वापस लौट क नहीं आवय तब तक, तीन दिन वहांच लूक्यो रहो, ओको बाद अपनो रस्ता लेवो।”
17 उन्न ओको सी कह्यो, “जो कसम तय न हम्ख खिलायी हय ओको बारे म हम त निर्दोष रहबोंन। 18 सुन, जब हम लोग यो देश म आयबो, तब जो खिड़की सी तय न हम्ख उतारयो हय ओको म योच लाल रंग की सूत की दोरी बान्ध देजो; अऊर अपनो माय बाप, भाऊवों, बल्की अपनो बाप को पूरो घराना ख योच घर म अपनो जवर जमा कर क् रखजो। 19 तब जो कोयी तोरो घर को दरवाजा सी बाहेर निकलेंन, ओको खून को दोष ओकोच मुंड पर पड़ेंन, अऊर हम निर्दोष ठहरबो : पर यदि तोरो संग घर म रहतो हुयो कोयी को हाथ कोयी पर पड़ेंन, त ओको खून को दोष हमरो मुंड पर पड़ेंन। 20 फिर यदि तय हमरी या बात कोयी पर प्रगट करे, त जो कसम तय न हम्ख खिलायी हय ओको सी हम निर्दोष ठहरबो।” 21 ओन कह्यो, “जसो तुम न कह्यो वसोच हो।” तब ओन उन्ख बिदा करयो, अऊर हि चली गयो; अऊर ओन लाल रंग की दोरी ख खिड़की म बान्ध दियो।
22 भेदी जाय क पहाड़ी पर पहुंच्यो, अऊर वहां खोजन वालो को लौटन तक, मतलब तीन दिन तक रह्यो; अऊर खोजन वालो उन्ख पूरो रस्ता म ढूंढतो रह्यो पर हि कहीं नहीं मिल्यो। 23 तब हि दोयी भेदी पहाड़ी सी उतरयो, अऊर नदी पार कर क् नून को टुरा यहोशू को जवर पहुंच्यो अऊर जो कुछ उन पर बीत्यो होतो ऊ बताय दियो। 24 अऊर उन्न यहोशू सी कह्यो, “परमेश्वर न ऊ पूरो देश हमरो हाथ म कर दियो हय; येको सिवाय ओको पूरो निवासी हमरो वजह घबराय रह्यो हय।”
2:1 इब्रानियों ११:३१; याकूब २:२५ 2:10 निर्गमन १४:२१; गिनती २१:२१-३५