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विन्ता केरनेन केरता पौलुस केणे
1 एवी एय बाय बोणहा, आमरी केरता विन्ता केरती रिवो काय मालीक ने खुबेर उतवाल्योह पोसरती जाय, काय माणहे ताह मान सम्मान हेऱ्यो स्वीकार केरी; जिहकेरीन तुमू माय एनोह।
2 एने आपु वाकड़ा एने खाराब माणहाह रेन वोचीन रेहु, काहाकाय एकेक माणुह बोगवानान खुबेर पोर बुरहो नाह किरेत।
3 पुण मालीक बोरहावालो हे; तो तुमूह मोजबुत केरी एने सैतानाह रेन होमालीन मेली।
4 मालीक माय आमुह तुमू पोर बुरहो हे, काय जो जो उकुम आमु तुमूह आपतेह, ताह तुमू मानतेह, एने मानती बी रिहो।
5 बोगवानान मोंग एने मसीन दिर ने उगे रेन मालीक तुमरा मोना माय तुमूह ईमोत आपी।
आलहाय केरनाराह चेतावणी
6 एय बाय बोणहा, आपणा मालीक यीशु मसीन नावा माय आमु तुमूह उकुम आपतेह, एने तुमू एकेक ओहला विश्वासी बाय बोणहा रेन आलेग रिवो जा खाराब चाल चालतेह, एने जी हिकवोण आमु फाय रेन होमलेल हे तान गेत नाह केरती।
7 आमरे गेत किहीक चालने जुवे तो तुमूह खुद मालुम हे, काहाकाय आमु तुमरी विचीम आलह्या नाह एता।
8 एने आमु कुणीन बी फुकेट रूटो नाह खादा, पुण तुमू माय रेन कुणी पोर बी बार नाय एय केरीन आमु मेहनेत एने केस्ट केरीन रात ने दिह काम दुंदो किरेल।
9 ज्यो नाह सोतो काय आमुह तुमू फाय रेन काह मांगणेन आदिकार नाह, पुण ज्यानकेरता काय आपणा आपाह तुमरी केरता हाजो गोवाह बोणावी काय तुमू आमरी गेत चाली।
10 काहाकाय आमु तुमू फाय एता, तेवी बी आमु तुमूह ओहली उकुम आपेल एता, “केदी एगदो काम केरने नाह हुदीत, ते तो खाणे बी नाय जुवे।”
11 आमु होमेलतेह काय थोड़ाक माणहे तुमरी विची माय आलह्या हेते, एने कायच काम दुंदो नाह केरती पुण दिहरान कामाम आथ टाक्या केरतेह।
12 ओहला माणहाह आमु मालीक यीशु मसी माय उकुम आपतेह एने सोमजाड़तेह, काय हास केरीन जीवाय जिवी एने काम काज केरीन रूटो खाया केरी।
13 पुण एय बाय बोणहा, हाजो काम केरनेम ईमोत मा सोड़ो।
14 केदी एगदो आमरी जी पत्रीन वातुह नाय मानी ते ता पोर नेजेर मीलो, एने ता हेऱ्यो हेंगात मा किरहो, काय ताह लाज आवी।
15 तीबी ताह दुसमोन मा सुमजो, पुण विश्वासी हाती जाणीन सोमजाड़ो।
आखरी नमस्कार
16 मालीक सोता सान्तीन मुल हे तुमूह आखी बातीन जेलेम सान्ती आपी, एने मालीक तुमू आखा हिऱ्यो कायेम रेय।
17 मी, पौलुस, मारा खुद ने आथा केरीन नमस्कार लेखथु। एने मारी आखी पत्री माय मारो ज्यीस निसाणी हे; मी इहीचकेरीन लेखथु।
18 आमरा मालीक यीशु मसीन गीण तुमू आखा पोर एती रेय।