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जिंदो पथरा और पवित्र जाति
1 तभई, अपने तुमकै सबै बुराई से छुटकारा दियौ; कोई और जद्धे झूठ या पाखंड या जलन या बदनामी भाँसड़ के संग करो जाथै।
2 नया पैदा भै बालका के जैसी सुद्ध आत्मिक दूद की इच्छा करौ, ताकी जाकै पीन से तुम उद्धार पान के ताहीं बढ़त जाबौ।
3 जैसी की सास्त्र कहथै, “तुम अपने ताहीं चखे हौ कि प्रभु कित्तो अच्छो है।”
4 प्रभु के झोने आबौ, बौ जिंदो पथरा जोकै लोगन के जरिया बेकार समझकै ठुकराओ दौ गौ, लेकिन परमेस्वर बाकै कीमती समझकै चुनी।
5 जिंदे पथरन के रूप मैं आबौ, और खुदकै आत्मिक मंदिर के बनन मैं इस्तमाल करौ, जितै ईसु मसीह के जरिया से परमेस्वर कै आत्मिक और अपनान बारो बलिदान देन के ताहीं पवित्र यहूदि नियम के सिक्छक के रूप मैं काम करंगे।
6 सास्त्र कहथै:
“मैं एक कीमती पथरा चुनो,
जोमैं सिय्योन पहाड़ मैं बुनियाद के रूप मैं रख रौ हौं;
और जो कोई बाके ऊपर बिस्वास करथै, बौ कहु निरास ना होगो।”
7 जौ पथरा तुमरे ताहीं जो बिस्वास करथै भौत खास है; लेकिन जो बिस्वास नाय करथैं उनके ताहीं:
“पथरा जोकै राजमिस्त्री बेकार मानकै ठुकराए दई
बहे सबसे खास निकरो।”
8 और एक और सास्त्र कहथै,
“जौ पथरा लोगन कै ठोकर खबागो,
चट्टान जो उनकै गिराबैगी।”
बे लड़खड़ाय गै काहैकि उनकै सब्द ऊपर बिस्वास नाय रहै; उनके ताहीं परमेस्वर की इच्छा जहे रहै।
9 लेकिन तुम चुने भै लोग, राजा के यहूदि नियम के सिक्छक, पवित्र लोग, परमेस्वर के अपने लोग, परमेस्वर के अचम्मे कामन को ऐलान करन के ताहीं चुने गै, जो तुमकै अंधियारे से अपने उजीते मैं मस्काई।
10 एक समय ऐसो रहै जब तुम परमेस्वर के लोग नाय रहौ, लेकिन अब तुम उनके लोग हौ; एक समय तुम परमेस्वर की दया कै नाय जानत रहौ, लेकिन अब तुमकै उनकी दया मिल गई है।
परमेस्वर के दास
11 मैं तुमसे, प्रिय दोस्तौ, जौ दुनिया मैं अजनबी और परदेसी होन की बजह से नहोरे करथौं! कि सारीरिक मन की चीज के इच्छा के अग्गु मत झुकियो, जो हमेसा आत्मा के खिलाप युद्ध मैं रहथै।
12 अपने गैर यहूदि परोसियन के बीच ठीक से रहेन के ताहीं सावधान रहबौ। फिर भलेई बे तुमरे ऊपर गलत काम करन को आरोप लगाथैं, फिर भी बे तुमरे आदर बारे व्यवहार कै देखंगे, और बे परमेस्वर कै आदर महिमा देंगे जब बौ दुनिया को फैसला करैगो।
13 प्रभु के ताहीं सबै मानवीय अधिकारन को सम्मान करौ, राजा राज्य को प्रमुख होबै,
14 और राज्यपालन के ताहीं, जिनकै बाके जरिया चुनो गौ है कि बौ बुराई करन बारेन कै सजा देबै और अच्छो करन बारेन की बड़ाँईं करै।
15 काहैकि परमेस्वर चाहथै कि तुम अपने भले कामन के जरिये मूर्ख लोगन की अग्यानी बातन कै चुप कराबौ।
16 तुम आजाद लोगन के हानी जीबौ, फिर भी तुम परमेस्वर के दास हौ, तभईये अपनी आजादी को उपयोग बुराई करन के बहाने के रूप मैं मत करौ, परमेस्वर के दास के नाई जीबौ।
17 सबन को आदर करौ, अपने संगी विस्वासियन से प्रेम करौ, परमेस्वर से डराबौ और राजा को आदर करौ।
मसीह के दुख को उदाहरड़
18 तुम जो दास हौ, उनकै अपने मालिक के अधिकार कै सबै सम्मान के संग अपनानो चाहिए। बे जो कछु भी करथैं, बाकै बताबौ, ना सिरफ अगर बे दयालु और अच्छे हैं, बल्किन भलेई बे कठोर हैं।
19 अगर कोई परमेस्वर के प्रिय विवेकसीलता के बजह से कलेस भोगथै और अन्याय के तरीका से सताओ जाथै, बौ महिमा की बड़ाँईं के काबिल है।
20 अगर तुम गलत काम करन के लायक हौ, तौ तुम कौन से सम्मान के ताहीं हौ? लेकिन अगर तुम भलो करे हौ तहुँओं दुख उठाथौ, तौ परमेस्वर तुमकै जाके ताहीं आर्सिवाद देगो।
21 जौ जओ बात के ताहीं रहै कि परमेस्वर तुमकै बुलाई, मसीह तुमरे ताहीं खुदकै दुखी करी और एक उदाहरड़ छोड़ दई, ताकी तुम बाके पच्छू चलौ।
22 बौ कोई पाप नाय करी, और कोई कहु बाके होटन से झूठ नाय सुनीं।
23 जब बाको अपमान करो गौ, तौ बौ अपमान के संग बापस जबाब नाय दई; जब बौ दुखी भौ, तौ बौ धमकी नाय दई, लेकिन बाके आसन कै सई ढंग से फैसला करन बारे परमेस्वर मैं रखी।
24 मसीह खुद हमरे पापन कै अपने सरीर मैं लै भै क्रूस मैं चढ़गौ, ताकी हम पाप से मर जाए और धार्मिकता के ताहीं जिंदगी जी सकैं। जौ बाके घाव से है कि तुम चंगे हुईगै हौ।
25 तुम भेंड़ के जैसी रहौ जो अपनी राह हरबाए डारी रहैं, लेकिन अब तुमकै मन और आत्मन के बरदिया और रक्छक को अनुसरँड़ करन के ताहीं लौटाय लाओ गौ है।