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मर्दकी अपनी क़ौम का सहारा बना रहता है
बादशाह ने पूरी सलतनत के तमाम ममालिक पर साहिली इलाक़ों तक टैक्स लगाया। उस की तमाम ज़बरदस्त कामयाबियों का बयान ‘शाहाने-मादीओ-फ़ारस की तारीख़’ की किताब में किया गया है। वहाँ इसका भी पूरा ज़िक्र है कि उसने मर्दकी को किस ऊँचे ओहदे पर फ़ायज़ किया था। मर्दकी बादशाह के बाद सलतनत का सबसे आला अफ़सर था। यहूदियों में वह मुअज़्ज़ज़ था, और वह उस की बड़ी क़दर करते थे, क्योंकि वह अपनी क़ौम की बहबूदी का तालिब रहता और तमाम यहूदियों के हक़ में बात करता था।