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बोअज़ शहर के दरवाज़े के पास जाकर बैठ गया जहाँ बुज़ुर्ग फ़ैसले किया करते थे। कुछ देर के बाद वह रिश्तेदार वहाँ से गुज़रा जिसका ज़िक्र बोअज़ ने रूत से किया था। बोअज़ उससे मुख़ातिब हुआ, “दोस्त, इधर आएँ। मेरे पास बैठ जाएँ।”
रिश्तेदार उसके पास बैठ गया तो बोअज़ ने शहर के दस बुज़ुर्गों को भी साथ बिठाया। फिर उसने रिश्तेदार से बात की, “नओमी मुल्के-मोआब से वापस आकर अपने शौहर इलीमलिक की ज़मीन फ़रोख़्त करना चाहती है। यह ज़मीन हमारे ख़ानदान का मौरूसी हिस्सा है, इसलिए मैंने मुनासिब समझा कि आपको इत्तला दूँ ताकि आप यह ज़मीन ख़रीद लें। बैत-लहम के बुज़ुर्ग और साथ बैठे राहनुमा इसके गवाह होंगे। लाज़िम है कि यह ज़मीन हमारे ख़ानदान का हिस्सा रहे, इसलिए बताएँ कि क्या आप इसे ख़रीदकर छुड़ाएँगे? आपका सबसे क़रीबी रिश्ता है, इसलिए यह आप ही का हक़ है। अगर आप ज़मीन ख़रीदना न चाहें तो यह मेरा हक़ बनेगा।” रिश्तेदार ने जवाब दिया, “ठीक है, मैं इसे ख़रीदकर छुड़ाऊँगा।” फिर बोअज़ बोला, “अगर आप नओमी से ज़मीन ख़रीदें तो आपको उस की मोआबी बहू रूत से शादी करनी पड़ेगी ताकि मरहूम शौहर की जगह औलाद पैदा करें जो उसका नाम रखकर यह ज़मीन सँभालें।”
यह सुनकर रिश्तेदार ने कहा, “फिर मैं इसे ख़रीदना नहीं चाहता, क्योंकि ऐसा करने से मेरी मौरूसी ज़मीन को नुक़सान पहुँचेगा। आप ही इसे ख़रीदकर छुड़ाएँ।”
उस ज़माने में अगर ऐसे किसी मामले में कोई ज़मीन ख़रीदने का अपना हक़ किसी दूसरे को मुंतक़िल करना चाहता था तो वह अपनी चप्पल उतारकर उसे दे देता था। इस तरीक़े से फ़ैसला क़ानूनी तौर पर तय हो जाता था। चुनाँचे रूत के ज़्यादा क़रीबी रिश्तेदार ने अपनी चप्पल उतारकर बोअज़ को दे दी और कहा, “आप ही ज़मीन को ख़रीद लें।” तब बोअज़ ने बुज़ुर्गों और बाक़ी लोगों के सामने एलान किया, “आज आप गवाह हैं कि मैंने नओमी से सब कुछ ख़रीद लिया है जो उसके मरहूम शौहर इलीमलिक और उसके दो बेटों किलियोन और महलोन का था। 10 साथ ही मैंने महलोन की बेवा मोआबी औरत रूत से शादी करने का वादा किया है ताकि महलोन के नाम से बेटा पैदा हो। यों मरहूम की मौरूसी ज़मीन ख़ानदान से छिन नहीं जाएगी, और उसका नाम हमारे ख़ानदान और बैत-लहम के बाशिंदों में क़ायम रहेगा। आज आप सब गवाह हैं!”
11 बुज़ुर्गों और शहर के दरवाज़े पर बैठे दीगर मर्दों ने इसकी तसदीक़ की, “हम गवाह हैं! रब आपके घर में आनेवाली इस औरत को उन बरकतों से नवाज़े जिनसे उसने राख़िल और लियाह को नवाज़ा, जिनसे तमाम इसराईली निकले। रब करे कि आपकी दौलत और इज़्ज़त इफ़राता यानी बैत-लहम में बढ़ती जाए। 12 वह आप और आपकी बीवी को उतनी औलाद बख़्शे जितनी तमर और यहूदाह के बेटे फ़ारस के ख़ानदान को बख़्शी थी।”
13 चुनाँचे रूत बोअज़ की बीवी बन गई। और रब की मरज़ी से रूत शादी के बाद हामिला हुई। जब उसके बेटा हुआ 14 तो बैत-लहम की औरतों ने नओमी से कहा, “रब की तमजीद हो! आपको यह बच्चा अता करने से उसने ऐसा शख़्स मुहैया किया है जो आपका ख़ानदान सँभालेगा। अल्लाह करे कि उस की शोहरत पूरे इसराईल में फैल जाए। 15 उससे आप ताज़ादम हो जाएँगी, और बुढ़ापे में वह आपको सहारा देगा। क्योंकि आपकी बहू जो आपको प्यार करती है और जिसकी क़दरो-क़ीमत सात बेटों से बढ़कर है उसी ने उसे जन्म दिया है!”
16 नओमी बच्चे को अपनी गोद में बिठाकर उसे पालने लगी। 17 पड़ोसी औरतों ने उसका नाम ओबेद यानी ख़िदमत करनेवाला रखा। उन्होंने कहा, “नओमी के हाँ बेटा पैदा हुआ है!”
ओबेद दाऊद बादशाह के बाप यस्सी का बाप था। 18 ज़ैल में फ़ारस का दाऊद तक नसबनामा है : फ़ारस, हसरोन, 19 राम, अम्मीनदाब, 20 नहसोन, सलमोन, 21 बोअज़, ओबेद, 22 यस्सी और दाऊद।