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 1 ऐ सब उम्मतों, तालियाँ बजाओ!  
ख़ुदा के लिए ख़ुशी की आवाज़ से ललकारो!   
 2 क्यूँकि ख़ुदावन्द ता'ला बड़ा है,  
वह पूरी ज़मीन का शहंशाह है।   
 3 वह उम्मतों को हमारे सामने पस्त करेगा,  
और क़ौमें हमारे क़दमों तले हो जायेंगी।   
 4 वह हमारे लिए हमारी मीरास को चुनेगा,  
जो उसके महबूब या'क़ूब की हश्मत है। सिलाह   
 5 ख़ुदा ने बुलन्द आवाज़ के साथ,  
ख़ुदावन्द ने नरसिंगे की आवाज़ के साथ सु'ऊद फ़रमाया।   
 6 मदहसराई करो, ख़ुदा की मदहसराई करो!  
मदहसराई करो, हमारे बादशाह की मदहसराई करो!   
 7 क्यूँकि ख़ुदा सारी ज़मीन का बादशाह है;  
'अक़्ल से मदहसराई करो।   
 8 ख़ुदा क़ौमों पर सल्तनत करता है;  
ख़ुदा अपने पाक तख़्त पर बैठा है।   
 9 उम्मतों के सरदार इकट्ठे हुए हैं,  
ताकि अब्रहाम के ख़ुदा की उम्मत बन जाएँ;  
क्यूँकि ज़मीन की ढालें ख़ुदा की हैं,  
वह बहुत बुलन्द है।