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 1 उसकी बुनियाद पाक पहाड़ों में है।   
 2 ख़ुदावन्द सिय्यून के फाटकों को या'क़ूब के सब घरों से ज़्यादा 'अज़ीज़ रखता है।   
 3 ऐ ख़ुदा के शहर!  
तेरी बड़ी बड़ी खू़बियाँ बयान की जाती हैं। सिलाह   
 4 मैं रहब और बाबुल का यूँ ज़िक्र करूँगा,  
कि वह मेरे जानने वालों में हैं;  
फ़िलिस्तीन और सूर और कूश को देखो, यह वहाँ पैदा हुआ था।   
 5 बल्कि सिय्यून के बारे में कहा जाएगा,  
कि फ़लाँ फ़लाँ आदमी उसमें पैदा हुए।  
और हक़ता'ला ख़ुद उसको क़याम बख़्शेगा।   
 6 ख़ुदावन्द क़ौमों के शुमार के वक़्त दर्ज करेगा,  
कि यह शख़्स वहाँ पैदा हुआ था।   
 7 गाने वाले और नाचने वाले यही कहेंगे कि  
मेरे सब चश्में तुझ ही में हैं।