^
वाइज़
हर दुनियावी चीज़ बातिल है
हिकमत हासिल करना बातिल है
दुनिया की ख़ुशियाँ बातिल हैं
सबका एक ही अंजाम है
हर बात का अपना वक़्त है
इनसान फ़ानी है
मुरदों का हाल बेहतर है
ग़ुरबत में सुकून बेहतर है
तनहाई की निसबत मिलकर रहना बेहतर है
क़ौम की क़बूलियत फ़ज़ूल है
अल्लाह का ख़ौफ़ मानना
ज़ालिमों का ज़ुल्म
दौलत ख़ुशहाली की ज़मानत नहीं दे सकती
अल्लाह का मुक़ाबला कोई नहीं कर सकता
अच्छा क्या है?
इंतहापसंदों से दरेग़ कर
कौन दानिशमंद है?
हुक्मरान का इख़्तियार
दुनिया में नाइनसाफ़ी
जो कुछ अल्लाह करता है वह नाक़ाबिले-फ़हम है
ज़िंदगी के मज़े ले!
दुनिया में हिकमत की क़दर नहीं की जाती
मुख़्तलिफ़ हिदायात
मेहनत का फ़ायदा
अपनी जवानी से लुत्फ़अंदोज़ हो
ख़ातमा