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भुरसु करने वाळा साते कसु वेहवार करनु चाहजे तेरी सीकापण 
  1 काहना बी डाहला माणसे काजे लड़जी घुण, बाकुन तीनाक बास जाणीन समजाड़ देजी, ने जुवान काजे भायस जाणीन समजाड़ देजी।   2 ने डाहली बायरा काजे आयस जाणीन समजाड़ देजी; ने जुवान बायरा काजे चुखला वीच्यार सी बहणीस जाणीन समजाड़ देजी।   
 3 छाचलीन रांडायला बायरान छे तींद्री ईज्जत करजु।   4 कदी काहना रांडायला बायरान पुर्या-पारी नीते पुर्यान पुर्या हय ती चे पेहल आपसात घराणा मां रांडायलान सेवा चाकरी करीन आपसी भक्तीन उळखाण देणु चाहजे। काहाकी आपणा आस्या-बास्या नानला हतला ती चे परम सी आपणी सेवा चाकरी कर्या तीनी सेवा चाकरी काजे पछी वाळनु चाहजे, ती भगवान काजे बी गमे।   5 तीनी रांडायली बायरीन कांखुर बी आसरु नी हय, ने भगवानेन आस करीन जीवे, ने रात-दाहड़ु भगवान धड़े लीलघाय ने दुवा करनेम झींग पड़ली रवे।   6 बाकुन जी रांडायली बायर वार सुके जीवीन बेसकी मुजा करे ची जीवतेली हय्न बी मरला मुजुक छे।   7 ईनी वातेन बी हुकुम आप्या कर की तेरेमां की चे दीसरान वाक नीकाळे।   8 बाकुन कदी काहनुस आपसान भायस ने आपसान घरन्यान फीकुर करीन मदत नी करे, ती चु भुरसा मां सी छेटु हय गुयु ने चु भुरसु नी करे, तींद्रे सी बी जादा भुंडुत हय गुयलु छे।   
 9 तीनी रांडायली*रांडायली विधवा बायरीन नाव लिखाय जासे ची सांठ साल सी कम साल वाळी नी रवे, ने एकुत लाडु करली हय।   10 ने भलो काम मन लागाड़ीन करने मां बी, ने ची पुर्या-पारी काजे पाळी-पुसी हय, ने अनजाण्या माणसेन बी सेवा चाकरी करली हय, ने चुखला माणसे सी पाय धुवली हय, ने दुखी माणसेन मदत करली हय, ने असा भाती-भातीन काम मां मन लागाड़ी हय।   
 11 बाकुन जुवान रांडायला बायरान नाव घुण लिखे, काहाकी जत्यार चे ईसु मसीन कुहराय करीन आराम मां पड़ जाय ती ईयाव करने हींडे।   12 ने असी करीन ची पेहली बुली काजे तुड़ीन गुनाळी हय जासे।   13 ने असला जुवान रांडायला बायरा दीसरान घर जाय-जाय्न उजग्या टेवाय जासे ने उजग्या नी बाकुन कारा बी ने चीत वात कही-कहीन फालतु दीसरा काजे खुटी करसे। ने असा करीन चे आधला रुटा पर दाळ झेलन्या बण जासे।   14 तेरेमां मे ज चाहो की जुवान रांडायला बायरा ईयाव करे ने पुर्या वाळा बणीन घर बार समाळे, ने काहनाक वीरुद करने वाळा माणसे काजे मुखु जड़से तीनुक असु मुखु नी जड़नु चाहजे।   15 काहाकी थुड़ाक रांडायला बायरा असा करता जाय्न भगवानेन वात सी छेटे हय्न भुतड़ान वात मान्या बण गुयला छे।   16 कदी काहना भुरसु करन्यान रांडायला बायरा हय ती चे तींद्रा घरन्या तीनी रांडायली बायरी काजे च चाहे आपणु चाहजे मंडळी पर जादा बुझ नी पड़े तेरेमां की चे तींद्री मदत कर सके चे छाचलीन रांडायला बायरा छे।   
 17 तु माणसेक असु सीकाड़जी जे पुडारी ईसुन नी माणसेक वारु अगवाय करन्या ने राखवाळी करन्या छे, तीनु पुडार्यान दुय गुणा ईज्जत करजी।   18 काहाकी खरला सास्तुर मां बी लिखलो छे की, “अन मसणे करीन खळाम, जुपला बेलेन मुंहडे मसको मां बांदु,” काहाकी “दाहड़क्या काजे दाहड़कीन हक छे।”✡लेवयवेवस्था 19:13; वेवस्थावीवरन 25:4   19 कुय बी गुनावाळु, तारे अगळ नी काहना पुडारीन वाक नीकाळे ती, दुय-तीन गवान गवाय सामळे बीगुर वाक नीकाळन्यान घुण सामळे।✡वेवस्थावीवरन 17:6; 19:15   20 असु करीन पाप करता रवे, तीनुक आखा माणसे अगळ लड़जी, ती दीसरा बी पाप नी करनु चाहजे करीन बीहसे।   
 21 भगवान ने मसी ईसु ने अळी तेरा नेवाड़ला सरगदुत अगळ तीनुक हजुर जाणीन मे तुसेक चेताव, की मन लागाड़ीन ईनी वात काजे मान्या कर, ने काहनास काम काजे काट छाट मां करे।   22 काहनाक वारु पंतारजी ने खरला नीकळे तीत तींद्रे पर हात मेलीन तींद्रे मुणके काम मेलजी। नीते तींद्रा पापेन साजल्या बणनेन गुनु तारे पर पड़से आखी हालत मां आपसा काजे चुखलु बणायन राख।   
 23 आवणे वाळा दाहड़ा मां पाणी अतरुत घुण पीये, बाकुन पछुत-पछुत मांदु हवणेन वजे सी तु ईतरु-ईतरुक अंगुरेन रस बी पीया करजी।   
 24 थुड़ाक माणसेन पाप मां उजेंता हय जाय ने नीयाव करने वाटे पेहलुत जाती रवे, बाकुन थुड़ाक माणसे पछळ सी आवे।   25 थुड़ाक माणसे दीसरान देखायता भला काम करे; अतरामा जी वात आखा अगळ उजेंती करे; तेबी तींद्रा भला काम जलम सातायला नी रवे; बाकुन एक दाहड़ु उजेंता हय जासे।