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1 ईसु पर भुरसु करन्या मायन जतरा बी माणसे, दीसरा माणसेन गुलाम बणीन रय र्या ने जुड़ान नेचा छे, तीनुक असु सीकाड़ जी की, तुहुं आपणा-आपणा मालीकेन वारु ईज्जत करजु, नीते दीसरा माणसे ईसुन सीकाड़ली वात काजे काटणे बाजी जासे, ने भगवानेन नाव-बद्दी हवसे। 2 तींद्रु मालीक भुरसु करने वाळु छे, तीनाक चे भाय हवणेन वजे सी नानलु नी जाणे ने तेरी अळी बी सेवा-चाकरी करनु, काहाकी हेरेसी फायदु लेणे वाळा भुरसा वाळा ने परमवाळा छे। हीनी वातेक सीकाड़तु ने समजाड़तु रवजी।
लुच्चा मास्तर्या ने छाचलो धन
3 थुड़ाक माणसे आपणी वात काजे नी मान्ता। बाकुन जतरी बी वात मे तुसेक सीकाड़ने करीन कय रयु, ची आखी वात आपणा मालीक ईसु मसीन वातेन अनसारे छे, ने माणसे मां खरली भक्तीन अनसारे पाक्की सीकापण छे। 4 जु काहनुक जी पाक्की सीकापण छुड़ीन लुच्चाय वात सीकाड़े, ती चु मटाय करन्यु बण गुयु। तीनाक ते खरी भक्तीन बारामां काय बी मालुम नी हय; तेबी चु लड़ाय करने बाजी जाय, जां लग की फालतु वात मां लड़ाय पड़े। असो लड़ाय करने सी कुहराय ने बीरजु, ने नाव-बद्दी, ने भुंडी-भुंडी संक्या, 5 ने तीनु माणसे मां फालतु झगड़ु उब्जे, तींद्री अक्कल बीगड़ी गुय, ने चे छाचाय सी छेटे हय गुया, ने चे ज समजे की ईसुन भक्ती करनु, पयस्या कमायणु वारलु धंदु छे।
6 अतरे आपणुक जी वीच्यार राखणु चाहजे की आपणे धड़े ज धन छे, तत्रात धनेम नीसरा रवीन ईसुन भक्ती करनुत खरली कमाय छे। 7 आपणु ते ईनी कळी मां काय बी लीन नी आया, ने मरसु ती, ईनी कळीम सी काय बी नी ली जाजे।✡अय्युब 1:21; भजन सहीता 49:17 8 कदी आपणे धड़े खाणेन ने पेहरनेन पुथल्या हय, ती ईनी चीज मां नीसरा रवणु चाहजे। 9 बाकुन जे मालदार हवणे चाहजे, चे भुतड़ान फांदेम ने भाती-भातीन पारख मां पड़ जाय ने चे असी बेसकी हाय करने बाजी जाय तीनी हाय सी फायदु नी हवे, बाकुन उल्टो नुकसाण हवे ज आखो तीनु माणसेक नड़से ने सार देसे; जसों दर्या मां पड़न्या माणसे काजे दर्यान भंवरु मुयड़ीन सार देय।✡नीतीवचन 23:4; 15:27 10 काहाकी पयस्यान लालच आखी भातीन कुहराय्न जड़-मुळ छे, बेसका जणा धनेक हात करनेन हेर करता-करता ईसु पर वाळा भुरसाम सी भटकी गुया ने आपसात भाती-भातीन गरा मां पड़ गुया।
हेर राखणे वाटे वात
11 बाकुन ए तीमुथी, तु ते भगवानेन माणुस छे, तु ईनी वात सी छेटु रवजी; ने तु धरमेन वातेन, भुरसाम, ने गम खाणेन वातेन, भक्ती, ने परम, ने नरमायन हीनी आखी वातेक पाळतु रव। 12 भुरसान वारलु लड़ाय लड़; ने तीनी अमर जीवाय काजे हात कर ले, तेरे वाटे तु बुलावलु छे ने बेसका माणसे अगळ गवा भरलु छे। 13 आखा काजे जीवाय आपण्यु ते भगवान छे, ने आखा काजे जीवतु राखे, ने मसी ईसु गवा देदु चु पुंतीयुस पीलातुस अगळ आपसान छाचाय्न गवा देदु। तेरेमां भगवान अगळ ने ईसु मसी अगळ तुसेक जु हुकुम आपो की। 14 की तु आपणा मालीक ईसु मसी काजे पछु उजेंतु आवता लग नी-गुनावाळा ने चुखलु रय्न हुकुम मान्तु रव। 15 तीनाक चु संय टेम पर देखाड़से ने चु आखा सी वारु ने मटु छे, ने एकुत राज करन्यु छे, चु राजान राजा ने मालीकेन मालीक छे।✡भजन सहीता 47:2 16 ने चु अतरुत अमर छे, ने चु ईसु मसी जां कुय नी जाय सके तीना वीजाळा मां रवे अळी नी तीनाक कुय माणुस नी देख्यो। तीनात काजे जलम ईज्जत जड़ती रवसे ने तेरोत राज जलम रवसे। आमीन।
17 ईनी दुनीया मालदार काजे हुकुम आप की चे ईनी दुनीयान मामार सरन्या धनेन भुरसे मटाय नी करनु चाहजे बाकुन भगवानेन भुरसे जीवणु चाहजे, चु आपणुक खुसी मां सुकेन जीये जीवणे करीन ज चाहजे च आखो नीचळे मने आपतु रवे।✡भजन सहीता 62:10 18 चे भलाय करता रवणु चाहजे ने चे भला काम मां मालदार बणे ने दीसरान सात देणे मां तीयार रवणु चाहजे ने वारु मने धरम करन्या बन्नु चाहजे। 19 ने चे असला भला काम मां मालदार बणसे ती भगवानेन नींगाम सरगेन धन भेळा करला मालदार गीणायसे एक दाहड़ु तीनुक बी तींद्री खरली जीवाय मां जलम जीवणे करीन सरगे जाणु छे, चां भगवान तींद्रे वाटे घर बांद रयु। भगवान तींद्रा हीनु भला कामेक तींद्रे वाटे घर बांदणे साय्न तसु गीणसे।
20 ए तीमुथीयुस जी वात मे तुसेक कहलु छे, तीनी वातेक एक *धरोहरखजानान तसु राखवाळी कर। तीनी अक्कल काजे अक्कल कवणु भुल छे, ची छाचलीन भक्तीन वीरुद करन्या, लुच्चाय सीकाड़न्या छे। अतरामा तीनी अकलेन वात लीन फालतुत वीरुद करने ने जखड़ी पड़ने तारेन चां काहनास बी आवे ती तींद्रे सी छेटु रव। 21 छाचलीन तींद्री झुटी सीकापण मानीन थुड़ाक माणसे ईसु पर सी भुरसु छुड़ देदला छे।
तुंद्रे पर भगवानेन गीण-दया हवती रवे।