6
भगवान के काम हे संग-संग काम करै निता हम तुम्हर लग बिनती करथन कि भगवान के जउन अनुगरह किरपा तुमके मिले हबै, उके बेकार झइ जाय देया। काखे ऊ कथै,
“मै सही टेम हे तोर बिनती सुन लयो,
अउ मै मुकति के रोज तोके सहारा दे आयों।”
देख, सही टेम इहै हबै,
देख मुकति के दिन इहै हबै।
हम कउनो बात हे चोट खाय का कउनो मउका नेहको देथन ताकि हमर सेबा हे कउनो दोस झइ आय। पय हर बात लग भगवान के सेबक के जसना अपन निक्खा बेउहार के परगट करथन, अउ बडा धीर लग, दुख लग, घिनहन लग, पीरा लग सहथन। हम कोडा लग मार खायन, जेल हे डाले गयन, हमर उप्पर भीड उत्पात करिन, हम बोहत जादा मेहनत करन, हम दिन-रात जगन अउ उपास रहन। पवितर लग, ग्यान लग, धीर लग, किरपा लग, पवितर आतमा के काम निस्कपट माया, अपन सही संदेस अउ भगवान के सक्ति लग धरमी के अपन दहिना-टेटरा हाथ हे ढाल के रूप हे लइके, इज्जत अउ निरादर, महिमा अउ बुराई हइ सब हमके मिले हबै, हम ढोंगी समझे गयन, पय हम सही बोलथन। हम बेकार समझे जथन फिर भी परसिध्द हबन, हम मरे हर समझे जथन, पय देखा हम जिन्दा हबन, हमके सजा दय जथै, पय हमर जान नेहको लय जा सकही। 10 हम दुखी हबन, फिर भी हम हर टेम खुसी हबन, हम गरीब हबन, पय हम बोहत मनसे के धन्नड बनाथन, हमर लिघ्घो कुछु नेहको हबै, फिर भी सब कुछ हमर हबै।
11 हे कुरिन्थियन के मनसे, हम खुलके तुम्हर लग बात करे हबन, हमार हिरदय तुम्हर निता खोल के रख दय हबन। 12 हम तुम्हर उप्पर कउनो रोक टोक नेहको लगायन, रोक टोक तुमै खुद अपन मन हे लगाय हबा। 13 तुमके अपन लरका समझ के मै कथो, कि बदला हे अपन मन तुमके हमर निता पूरी तरह खुले रखै चाही।
जिन्दा भगवान के मंडली
14 अबिस्वासी के संग संगति झइ करा, काखे नियाइपन धरमी अउ अधरम के भला कइसन मेल जोल हबै? या उजियार अउ अंधियार हे भला संगी कइसन हुइ सकथै? 15 ओसनेन मसीह भुतवा लग कइसन मेल जोल? अउ अबिस्वासी के संग बिस्वासी के कइसन मेल जोल? 16 भगवान के मन्दिर का मूरती लग का रिस्ता? काखे हम खुद ऊ जिन्दा भगवान के मन्दिर हबन,
जसना कि भगवान कथै, “मै उनखर भित्तर निबास करिहों,
चलिहों फिरिहों,
मै उनखर भगवान हुइहों,
अउ ऊ मोर मनसे बनहिन।”
17 इहैनिता परभु कथै,
“तुम उनखर बीच लग बाहिर निकडा,
उनखर खुद के अलगे के लेया,
अब तुम कबहुन कुछु चीज के झइ छुइहा,
जउन असुध्द हबै, तब मै तुमके अपनइहों।”
18 “अउ मै तुम्हर बाफ बनिहों,
तुम मोर टोरवा अउ टोरिया हुइहा,
सर्वसक्तिमान परभु इहै कथै।”